वुमेंस प्रीमियर लीग के लिए तैयार हो जाइये। इसका आगाज होने वाला है। बीसीसीआई ने आधिकारिक रूप से इसके नाम का ऐलान कर दिया है- वुमेंस प्रीमियर लीग, यानी WPL, जिस नाम से यह लीग बहुत मुमकिन है कि इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की तरह सुर्खियां बटोरेगी। WPL को धरातल पर लाने का जोरदार आगाज हो चुका है। बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने बताया कि WPL ने IPL के 2008 के पहले सीजन का रिकॉर्ड तोड़ते हुए टोटल बीडिंग से 4669.99 करोड़ रुपए की जबरदस्त कमाई की है। उन्होंने इसे महिला क्रिकेट के क्षेत्र में एक क्रांति बताया है।
बोर्ड के सचिव ने अपने ट्वीट में आगे कहा कि यह महिला क्रिकेट के अलावा पूरे खेल जगत के आज तक के सफर को बदलने वाला कमद साबित होगा। WPL आने वाले वक्त में वुमेंस क्रिकेट में हर जरूरी सुधार करेगा और इससे महिलाओं के लिए बेहतर माहौल तैयार होगा जिससे हर स्टॉकहोल्डर को फायदा होगा।
साल 2008 में IPL की आठ टीमों की बीडिंग से भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के पास 5 हजार 905 करोड़ 70 लाख रुपए (5,905,70,17,350 रुपए) आए थे। लेकिन 2008 में टीमों की बीडिंग भारतीय रुपए की जगह अमेरिकी डॉलर में की गई थी और ऊपर बताई गई कीमत डॉलर के आज के मूल्य पर निर्धारित की गई है। आज की तारीख में एक डॉलर की कीमत लगभग 80 रुपए है। अगर इसे 2008 के डॉलर के मूल्य पर निर्धारित करें तो IPL की टीम की टोटल बीडिंग की कीमत काफी कम हो जाएगी। साल 2008 में एक अमेरिकी डॉलर की कीमत 24.60 करोड़ रुपए थी। इस आधार पर इसकी कीमत निर्धारित करें तो तकरीबन 1800 करोड़ रुपए के आसपास इसकी कीमत होगी।
यही वजह है कि भारतीय बोर्ड के सचिव शाह IPL के रिकॉर्ड के टूटने की बात कर रहे हैं। WPL के पहले सीजन की टीम बीडिंग से मिली रकम का निर्धारण तत्कालीन मुद्रा के मूल्य के आधार पर करें तो यकीनन यह IPL से काफी ज्यादा है।
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भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने नवभारत टाइम्स ऑनलाइन से खास बातचीत में बताया कि एक वक्त था कि उनके पास Puma के जूते खरीदने के पैसे नहीं थे। अब वह इस इंटरनेशनल ब्रांड की एम्बेसडर हैं।
IND vs NZ: भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया दूसरा वनडे मुकाबला खत्म तो हो गया। लेकिन मैच में बने पिच का मुद्दा शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है। भारत का दौरा करने वाली टीम अक्सर पिचों को लेकर शिकायतें करती रहती है। भारत की स्पिन वाली पिचों पर जब कोई विदेशी खिलाड़ी को खेलने में परेशानी होती है तो वह इन पिचों को क्रिकेट लिए खतरनाक और खराब बताने की कोशिश करते हैं। भारत और न्यूजीलैंड के बीच हुए मैच के बाद भारतीय कप्तान ने तो इन पिचों को लेकर शिकायत कि लेकिन न्यूजीलैंड का एक खिलाड़ी ऐसा भी है जिसे इन पिचों से कोई भी परेशानी नहीं है।
पिच से नहीं कोई शिकायत
न्यूजीलैंड के स्पिन ऑलराउंडर माइकल ब्रेसवेल ने लखनऊ में इकाना क्रिकेट स्टेडियम खेले गए दूसरे टी20 में भारत से हारने के बाद ऐसी कोई शिकायत नहीं की। इस पिच पर न्यूजीलैंड की टीम 20 ओवरों में 8 विकेट के नुकसान पर केवल 99 रन ही बना सकी, जिस पर गेंद काफी घुम रही थी। जवाब में, भारत ने पीछा करते हुए काफी संघर्ष किया, क्योंकि न्यूजीलैंड ने उन पर दबाव बनाने के लिए पांच स्पिनरों का इस्तेमाल किया। दो गेंदों पर तीन रनों की जरूरत के साथ, सूर्यकुमार यादव ने ब्लेयर टिकनर को मिड ऑफ पर चौका मारकर तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी। मैच में, दोनों टीमों के स्पिनरों ने 40 में से 30 ओवर फेंके, जिसमें दोनों टीमों के बल्लेबाजों ने कोई छक्का नहीं लगाया।
पिच से सिखने को मिला
जबकि भारत के पूर्व बाएं हाथ के बल्लेबाज गौतम गंभीर और न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर जेम्स नीशम लखनऊ की पिच की आलोचना की, लेकिन ब्रेसवेल ने पिच को लेकर सवाल पूछे जाने के बावजूद विकेट की शिकायत नहीं की। हालांकि उन्होंने कहा कि वह इस तरह की सतह पर नियमित रूप से नहीं खेलना चाहेंगे, उन्होंने कहा कि ऐसे मैचों से मैंने सबक सीखा है। ब्रेसवेल ने मैच के बाद कहा, यह शायद ऐसा विकेट नहीं है जिस पर आप टी-20 खेलना चाहेंगे, लेकिन कभी-कभी कुछ सीखने और अपने कौशल को बढ़ाने का एक रोमांचक अवसर है।
ब्रेसवेल ने कहा, हम शिकायत नहीं कर सकते। इन अलग-अलग विकेटों पर खेलने का तरीका तलाशना रोमांचक है। ब्रेसवेल ने कहा, अगर आप हर समय ऐसी विकेट पर खेलते हैं, जो हर समय सपाट रहती है, तो आपको अपने कौशल की सही परीक्षा नहीं मिलती है। मुझे लगता है कि दुनिया भर में विभिन्न प्रकार के विकेट एक सकारात्मक चीज है। उन्होंने कहा कि लखनऊ की पिच पर दोनों तरफ के स्पिनरों ने अच्छी गेंदबाजी की।
रणजी ट्रॉफी 2022-23 के नॉकआउट मैचों की शुरुआत आज यानी 31 जनवरी से हो रही है। मंगलवार से खेले जाने वाले क्वार्टर फाइनल मैचों में रोमांच देखने को मिलेगा, क्योंकि अब टूर्नामेंट में 8 ही टीमें बची हैं, जिनके पास इस साल का खिताब जीतने का मौका है। देश के चार अलग-अलग शहरों में आज से क्वार्टर फाइनल मैचों की शुरुआत हो रही है, जिनमें से कुछ मैच लाइव देखे जा सकते हैं।
रणजी ट्रॉफी के इस सीजन का पहला क्वार्टर फाइनल मैच बंगाल और झारखंड के बीच कोलकाता के ईडन गार्डेंस स्टेडियम में खेला जाएगा, जबकि दूसरा मैच सौराष्ट्र और पंजाब के बीच राजकोट में आयोजित होगा। तीसरे मैच में कर्नाटक की टीम का सामना उत्तराखंड से होगा। ये मैच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा। वहीं, चौथा मैच मध्य प्रदेश और आंध्रा के बीच इंदौर में होगा।
आपको बता दें, रणजी ट्रॉफी 2023 के क्वार्टर फाइनल मैचों की टाइमिंग सुबह 9 बजे और साढ़े 9 बजे है। तीन मैच सुबह साढ़े 9 बजे से शुरू होंगे, जबकि एक मैच 9 बजे से खेला जाएगा। ये मैच कोलकाता में आयोजित होगा। वहीं, अन्य मैचों की टाइमिंग सुबह साढ़े 9 बजे की है। इन चारों मुकाबलों को जीतने वाली टीम को सेमीफाइनल का टिकट मिलेगा। पहली पारी की बढ़त के आधार पर भी सेमीफाइनल का टिकट मिलेगा।
आपकी जानकारी के लिए बता दें, भारत में लंबे समय से खेले जा रहे इस मल्टी डेज फॉर्मेट टूर्नामेंट के नॉकआउट मैच 5 दिवसीय होते हैं, जबकि लीग स्टेज में चार दिन ही मैच को खत्म करने के लिए मिलते हैं। कुछ खिलाड़ियों के पास छाप छोड़ने का मौका है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जाने वाली चार मैचों की टेस्ट सीरीज के दो मैचों के लिए अभी टीम नहीं चुनी है।