आधार कार्ड से वोटर आईडी कार्ड के लिंक होने के बाद फर्जी वोटिंग पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। हालांकि यह स्वैच्छिक नियम है। मतलब ऐसा नहीं है कि अगर आप आधार से वोटर आईडी कार्ड को लिंक नहीं करतें, तो आपका वोटर आईडी कार्ड रद्द हो जाएगा। सरकार ने साफ किया है कि वो आधार से वोटर आईडी कार्ड नहीं लिंक कराने वाले नागरिकों से वोटिंग का अधिकार नहीं छीनने जा रही है। हालांकि अगर आप आधार से वोटर आईडी कार्ड लिंक कर लेते हैं, तो अच्छा रहेगा।
कैसे आधार से वोटर आईडी करें लिंक
- सबसे पहले आपको गूगल प्ले स्टोर से वोटर हेल्पलाइन ऐप को डाउनलोड करना होगा।
- इसके बाद आपको वोटर हेल्पलाइन ऐप को ओपन करके अपना स्वीकृत देनी होगी। फिर ‘Next’ बटन पर क्लिक करना होगा।
- फिर ‘वोटर रजिस्ट्रेशन’ पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद ‘इलेक्टोरल ऑथेंटिकेशन फॉर्म’ पर क्लिक करना होगा।
- फिर स्टार्ट बटन पर क्लिक करना होगा और मोबाइल नंबर दर्ज करा होगा।
- इसके बाद ओटीपी से वेरिफाई करना होगा। फिर नेक्स्ट पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद वोटर आईडी या EPIC नंबर दर्ज करना होगा।
- इसके बाद वेरिफिकेशन के साथ ही आधार नंबर, मोबाइल नंबर देने के बाद सब्मिट बटन पर क्लिक करना होगा।