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लूटी गई टीपू सुल्‍तान की तलवार अरबों डॉलर में बिकी, कभी विजय माल्‍या ने बताया था अनलकी

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Curated by Richa Bajpai | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 24 May 2023, 10:17 pm

Sword Of Tipu Sultan: लंदन में टीपू सुल्‍तान की तलवार की निलामी हो गई है। 18वीं सदी में दक्षिण भारत पर शासन करने वाले टीपू सुल्‍तान की तलवार के लिए 17.4 मिलियन डॉलर की बोली लगाई थी। हैरानी की बात है कि निलामी की जो कीमत तय की गई थी, तलवार के लिए उससे सात गुना कीमत मिली।

 



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नफरत के बाजार में, मोहब्बत की दुकान… अमेरिका में बोल रहे थे राहुल गांधी, विरोध में लगे नारे तो रोकना पड़ा भाषण

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वॉशिंगटन : कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस वक्त अमेरिका के दौरे पर हैं। अमेरिका के तीन शहरों की यात्रा के लिए मंगलवार को वह सैन फ्रांसिस्को पहुंचे जहां भारतीय समुदाय की महिलाओं ने तिलक कर उनका स्वागत किया। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया में कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों के साथ बातचीत की। राहुल ने सैन फ्रांसिस्को में भारतीय समुदाय से मुलाकात की और उन्हें संबोधित किया। संबोधन के दौरान कुछ लोगों ने नारेबाजी की जिस वजह से उन्हें अपना भाषण कुछ देर के लिए रोकना पड़ा।

दरअसल सैन फ्रांसिस्को में राहुल भारतीयों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान कुछ लोग नारे लगाने लगे। हालांकि उन्होंने क्या नारे लगाए यह वीडियो में स्पष्ट सुनाई नहीं दे रहा है लेकिन एक शख्स को ‘इंदिरा गांधी…’ कहते सुना जा सकता है। जब नारे लगे तो राहुल गांधी को अपना भाषण रोकना पड़ा। जवाब में पहले उन्होंने कहा, ‘वेलकम’। जब नारेबाजी तेज हुई तो राहुल गांधी ने कहा, ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’। इसके बाद हॉल में ‘भारत जोड़ो’ के नारे लगे और राहुल गांधी ने दोबारा बोलना शुरू किया।

दो घंटे लाइन में लगे राहुल गांधी

अमेरिका पहुंचे राहुल गांधी को इमीग्रेशन के लिए एयरपोर्ट पर दो घंटे इंतजार करना पड़ा। लाइन में खड़े बाकी लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली। जब लोगों ने उनसे पूछा कि वह कतार में क्यों खड़े हैं तो उन्होंने कहा, ‘मैं एक आम आदमी हूं। मुझे यह पसंद है। मैं अब कोई सांसद नहीं हूं।’ राहुल वाशिंगटन में एक प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करेंगे और सांसदों और संस्थानों से जुड़े लोगों के साथ बैठक करेंगे। वह चार जून को न्यूयॉर्क में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के साथ अपनी यात्रा समाप्त करने वाले हैं।

Rahul Gandhi News: अमेरिका पहुंचे राहुल गांधी, वास्तविक लोकतंत्र पर लोगों से करेंगे बात, स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में भी प्रोग्राम

यात्रा के लिए जारी किया गया सामान्य पासपोर्ट

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम ने पिछले हफ्ते कहा था कि राहुल गांधी की यात्रा का उद्देश्य ‘वास्तविक लोकतंत्र’ के साझा मूल्यों और दृष्टिकोण को बढ़ावा देना है। राहुल गांधी को यात्रा के लिए रविवार को नया सामान्य पासपोर्ट जारी किया गया था। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने संसद सदस्य के रूप में उन्हें जारी राजनयिक पासपोर्ट को जमा करने के बाद सामान्य पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को गुजरात के सूरत की एक अदालत की ओर से आपराधिक मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके पश्चात राहुल ने राजनयिक यात्रा पासपोर्ट लौटा दिए थे।

(एजेंसी इनपुट के साथ)



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सैन फ्रांसिस्को में बोले राहुल, “हमने नफरत के शहर में खोली मोहब्बत की दुकान

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सैन फ्रांसिस्को में राहुल गांधी, कांग्रेस नेता

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी पर करारा हमला बोला है, उन्होंने कहा है कि बीजेपी सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करती है और नफरत फैलाती है। राहुल ने कहा कि हमने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली…भारत जोड़ो यात्रा निकाली। यात्रा को रोकने की सरकार ने पूरी कोशिश की। जो ताकत थी सब लगा दी…फिर भी यात्रा का असर बढ़ता जा रहा था। यह इसलिए हुआ क्योंकि आप सबने हमारी मदद की। इस दौरान राहुल ने ये भी कहा कि भारत में कभी किसी विचार को रिजेक्ट नहीं किया गया. अलग-अलग विचारों का बाहें फैलाकर स्वागत किया गया और इसी भारत को हम पसंद करते हैं। भारत का कल्चर ऐसा है कि पूरे विश्व के विचारों का सम्मान करता है। मगर हां. अगर आप गुस्सा, अहंकार, घृणा में विश्वास करते हैं तो आपको बीजेपी की मीटिंग में होना चाहिए.

पीएम मोदी को किया टारगेट

राहुल गांधी ने कहा कि कुछ लोग ऐसा समझते हैं कि वो सब जानते हैं जैसे कि भगवान.. प्रधानमंत्री उनमें से एक उदाहरण हैं.. वो भगवान के साथ भी संवाद कर सकते हैं और कह सकते हैं कि वो क्या सोचते हैं। वो हर मुद्दे पर जानकार होने की बात करते हैं। ऐसा लगता है कि वो हर मुद्दे के जानकार हैं.. वो वैज्ञानिकों के साथ विज्ञान की भी बात करते हैं…वो इतिहासकार भी हैं…वो आर्मी के साथ युद्ध की रणनीति को भी समझाते हैं…पर असल में वो कुछ नहीं जानते, कुछ नहीं समझते।

गुरु नानकदेव और आदि शंकराचार्य का उदाहरण देकर कही ये बात

राहुल ने कहाकि यहां सिख धर्म से जुड़े लोग भी हैं.. गुरु नानक देव जी ने लोगों की जोड़ने की ही बात कही और सिर्फ नानक देव जी ने नहीं, दक्षिण में आदि शंकराचार्य जी ने भी जितने भी धर्मगुरु हुए सभी ने लोगों को जोड़ने की बात कही…सभी ने हर सम्प्रदाय, हर संस्कृति, हर भाषा को एक समान सम्मान देने की बात कही। हमने नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोली। यात्रा को रोकने की सरकार ने पूरी कोशिश की…जो भी ताकत थी सब लगा दी…फिर भी यात्रा का असर बढ़ता जा रहा था…ये इसलिए हुआ क्योंकि आप सब ने हमारी मदद की। हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की एक यात्रा शुरू की। हर रोज 25 किलोमीटर चलता था, पर मुझे थकान नहीं होती थी। मैनें सोचा कि आखिर ऐसा क्यों होता है…मुझे लगा कि ये मैं नहीं, बल्कि मेरे साथ पूरा भारत चल रहा है।

आज भारत में जो मुसलमानों के साथ हो रहा है.. वो 80 के दशक में दलितों के साथ हुआ-राहुल

राहुल गांधी ने मुस्लिम की सुरक्षा को खतरा है के सवाल पर कहा कि नफरत बाजार में मोहब्बत की दुकान..इस लाइन को.. इसे मुस्लिम समुदाय सबसे अच्छी तरह महसूस कर रहा है। ये दूसरे अल्पसंख्यक समुदायों के साथ हो रहा है। इसे आपको सबसे ज्यादा इसलिए महसूस हो रहा है कि ये सीधे आपके साथ हो रहा है.. लेकिन ऐसा भारत में सबके साथ हो रहा है। आज भारत में जो मुसलमानों के साथ हो रहा है.. वो 80 के दशक में दलितों के साथ हुआ। उन्होंने कहा कि अब आप मुझसे सवाल पूछ सकते हैं.. बीजेपी की मीटिंग में ऐसा नहीं होता.. वहां सवाल नहीं होते हैं.. सिर्फ जवाब होते हैं। महिला आरक्षण पर बोले..जब हम पावर में आएंगे तो इस बिल को पास करेंगे।  हमने पिछली सरकार में बिल पास किया था…पर किसी वजह से कानून नहीं बन सका…लेकिन जब हम वापस सरकार में आएंगे तो इसे पूरा करेंगे। अगर आपने हमारे संविधान को पढ़ा होगा तो उसमें कहा गया है कि भारत राज्यों का संघ है. जिसमें सभी राज्यों की भाषा और संस्कृति को संरक्षण देने की बात कही गई है…बीजेपी-RSS संविधान की इन विचारों को और संविधान को नकारती है।

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उत्तर कोरिया ने लॉन्च किया जासूसी सैटेलाइट, हवा में डगमगाया और फिर समुद्र में हो गया क्रैश

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प्योंगयांग : उत्तर कोरिया ने बुधवार को एक सैन्य जासूसी सैटेलाइट लॉन्च किया था लेकिन उड़ान के दौरान एक ‘दुर्घटना’ के चलते यह समुद्र में क्रैश हो गया है। देश की सरकारी मीडिया ने इसकी जानकारी दी है। फिलहाल स्पेस में उत्तर कोरिया का कोई सैटेलाइट मौजूद नहीं है। सुप्रीम लीडर किम जोंग उन ने सैन्य जासूसी उपग्रह को सर्वोच्च प्राथमिकता दी थी और वह खुद इसकी लॉन्चिंग की तैयारियों की देखरेख कर रहे थे। दक्षिण कोरिया ने अपने पड़ोसी देश की ओर से ‘स्पेस लॉन्च व्हीकल’ की लॉन्चिंग की जानकारी दी थी तो वहीं जापान ने अपने मिसाइल अलर्ट वॉर्निंग सिस्टम को एक्टिवेट कर दिया था।

उत्तर कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी KCNA ने बताया, ‘उत्तर कोरियाई अंतरिक्ष अधिकारियों ने एक सैन्य जासूसी सैटेलाइट Malligyong-1 को एक नए प्रकार के कैरियर रॉकेट Chollima-1 से सोहे सैटेलाइट लॉन्चिंग ग्राउंड से 31 मई को 6:27 बजे लॉन्च किया।’ एजेंसी ने कहा, ‘लेकिन रॉकेट दूसरे चरण के इंजन के असामान्य रूप से शुरू होने के कारण थ्रस्ट खोने के बाद समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।’

उत्‍तर कोरिया की अगली तानाशाह महिला होगी? किम जोंग उन के बचपन के दोस्‍त का बड़ा खुलासा

दक्षिण कोरिया ने भी दी जानकारी

जानकारी के मुताबिक, ‘अधिकारी सैटेलाइट लॉन्च में सामने आए गंभीर दोषों की गहन जांच करेंगे, उन पर काबू पाने के लिए तत्काल वैज्ञानिक और तकनीकी उपाय करेंगे और जल्द से जल्द दूसरा प्रक्षेपण करेंगे।’ जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि दक्षिण कोरिया की सेना ने सैटेलाइट के लॉन्च का पता लगाया था, जो जल्द ही रडार से गायब हो गया और असामान्य उड़ान के कारण समुद्र में गिर गया। उत्तर कोरिया ने मंगलवार को पुष्टि की थी कि उसने 11 जून से पहले ‘सैन्य टोही उपग्रह नंबर 1’ लॉन्च करने की योजना बनाई है।

बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च के लिए मिलेगा कवर

टोक्यो और सियोल ने प्रस्तावित प्रक्षेपण की कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि यह प्योंगयांग को बैलिस्टिक मिसाइल टेक्नोलॉजी से जुड़े किसी भी टेस्ट से प्रतिबंधित करने वाले संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का उल्लंघन होगा। चूंकि लंबी दूरी के रॉकेट और स्पेस लॉन्चर एक ही टेक्नोलॉजी से बनाए जाते हैं, विश्लेषकों का कहना है कि सैटेलाइट को कक्षा में स्थापित करने की क्षमता विकसित करने से प्योंगयांग को प्रतिबंधित आईसीबीएम के लॉन्च के लिए कवर मिलेगा।



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