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मवेशी घोटाले में CBI ने पकड़े 346 फर्जी बैंक अकाउंट, पैसा डायवर्ट करना था मकसद

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Image Source : ANI
TMC नेता अनुब्रत मंडल को कोलकाता में सीबीआई अधिकारी ले जाते हुए।

पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के मवेशी तस्करी घोटाले की जांच कर रही केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बीरभूम में एक जिला सहकारी बैंक के साथ तीसरे पक्ष के नाम से खोले गए 346 फर्जी बैंक खातों का पता लगाया है, जिनका उद्देश्य घोटाले की रकम को डायवर्ट करना था। सूत्रों ने बताया कि जांच के दौरान यह भी पता चला है कि ये खाते उन जिलों में हाशिए पर रहने वाले परिवारों से आने वाले व्यक्तियों के नाम पर खोले गए थे, जिनके पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड को राज्य सरकार की अलग-अलग कल्याणकारी योजनाओं में नामांकित करने का आश्वासन देकर एकत्र किया गया था।

खाता धारकों के घर जाकर सच सामने आया

जांच के दौरान CBI अधिकारी व्यक्तिगत रूप से इन व्यक्तियों के आवास पर गए जिनके नाम पर ये खाते खोले गए थे और उन सभी ने बताया किया कि उन्हें अपने नाम पर ऐसे बैंक खातों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। सीबीआई ने पिछले कुछ महीनों में तीन चरणों में इन 346 खातों का पता लगाया था। सीबीआई ने पहले चरण में 177, दूसरे चरण में 54 और तीसरे चरण में 115 खातों का पता लगाया।

बैंक मैनेजर को ऊपर से आए थे आदेश
जिस जिला सहकारी बैंक में ये खाते थे, उसके मैनेजर से भी सीबीआई ने पूछताछ की, जिन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद ऐसे खाते खोलने की अनुमति देने के लिए मजबूर किया गया था। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर नेता और पार्टी के बीरभूम जिलाध्यक्ष अनुब्रत मंडल को शुक्रवार को आसनसोल की एक विशेष सीबीआई अदालत में पेश किया जाएगा, जहां केंद्रीय एजेंसी के वकील द्वारा इस मामले में अदालत में विवरण पेश किए जाने की उम्मीद है।

हिरासत में हैं टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल
टीएमसी नेता अनुब्रत मंडल पशु तस्करी घोटाले में मुख्य आरोपी के रूप में हिरासत में है। गुरुवार को सीबीआई की एक टीम आसनसोल विशेष सुधार गृह गई, जहां मंडल को रखा गया है और मामले में उससे पूछताछ की। हालांकि, सूत्रों ने कहा कि हमेशा की तरह आरोपी ने एजेंसी के साथ सहयोग नहीं किया और ऐसे बैंक खातों के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया।

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‘हिना’ से सुपरस्टार बनी पाकिस्तानी एक्ट्रेस जेबा बख्तियार अब दिखती हैं ऐसीं, पहचानना होगा मुश्किल

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साल 1991 में आई फिल्म ‘हिना’ में लीड रोल निभाने वाली एक्ट्रेस जेबा बख्तियार तो आपको याद ही होंगी. बेहद मासूम सा चेहरा, खूबसूरत सी मुस्कान और काले घुंघराले बाल जेबा की बेपनाह सुंदरता को देख हर कोई उनका फैन बन गया था. फिल्म में ऋषि कपूर के साथ नजर आईं इस एक्ट्रेस का नाता पाकिस्तान से रहा है. ‘हिना’ इस पाकिस्तानी एक्ट्रेस की पहली फिल्म थी. इसके बाद भी उन्होंने कई एक फिल्मों में काम किया. क्या आप जानते हैं कि ये अभिनेत्री आज कहां है और अब कैसी दिखती हैं, चलिए आपको बताते हैं.

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जेबा बख्तियार के पिता याहया बख्तियार एक पाकिस्तानी वकील होने के साथ-साथ राजनेता भी थे. 5 नवंबर 1965 को पाकिस्तान में जन्मीं जेबा का असल नाम शाहीन है. जेबा ने पाकिस्तान के टीवी सीरियल अनारकली से अभिनय की दुनिया में कदम रखा.

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रणधीर कपूर के निर्देशन में बनी फिल्म ‘हिना’ ने जेबा को खूब शोहरत और नाम दिया. इस फिल्म से सुपरस्टार बन चुकीं जेबा ने इसके बाद भी बॉलीवुड की कई फिल्में कीं, लेकिन उन्हें वो सफलता दोबारा नहीं मिली.

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जैकी श्रॉफ के साथ जेबा फिल्म ‘स्टंटमैन’ में और संजय दत्त के साथ ‘जय विक्रांता’ में नजर आईं, लेकिन उन्हें इन फिल्मों में वह पॉपुलैरिटी नहीं हासिल हुई, जो हिना में मिली थी.

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जेबा की पर्सनल लाइफ भी काफी चर्चा में रही थी. जेबा ने चार शादियां की. जेबा ने सलमान वलियानी से तलाक लेकर सिंगर अदनान सामी से शादी की. अदनान और जेबा का एक बेटा भी है, अजान शामी. इसके बाद जेबा ने जावेद जाफरी से शादी की और साल भर के अंदर की उनका तलाक हो गया.  

बॉलीवुड में करियर खत्म हो जाने के बाद वह पाकिस्तान चली गई और वहां सोहेल खान लेगानी नाम के शख्स से शादी की. जेबा इन दिनों पाकिस्तान में टीवी सीरियल डायरेक्ट कर रही हैं.





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White House एलन मस्क को नहीं करेगा पेमेंट, Twitter Blue Tick के लिए भुगतान करने से किया मना

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Image Source : फाइल फोटो
इस संबंध में ह्वाइट हाउस की तरफ से कर्मचारियों को एक मेल भी किया गया है।

Twitter Blue Tick: ट्विटर आज 1 अप्रैल से लीगेसी वेरिफाइड ब्लू चेक मार्क को हटाने को तैयार है लेकिन, व्हाइट हाउस ने अपने कर्मचारियों के आधिकारिक ट्विटर प्रोफाइल को वेरिफाई करने के लिए भुगतान न करने की बात कही है। एक्सियोस की एक रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के डिजिटल रणनीति के निदेशक, रॉब फ्लेहर्टी ने ई-मेल से कर्मचारियों को इस संबंध में मेल भी किया है।

ई-मेल में लिखा है, हम समझते हैं कि ट्विटर ब्लू सेवा के रूप में स्तरीय सत्यापन प्रदान नहीं करता है। जरूरी नहीं है कि मार्गदर्शन सरकारी एजेंसियों पर लागू हो, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक यह भविष्य में कुछ एजेंसियों और विभागों को मार्गदर्शन भेज सकता है।

व्हाइट हाउस के कुछ अधिकारी, जैसे राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति, ग्रे चेकमार्क के साथ वेरिफाई होते रहेंगे। अपने ईमेल में, फ्लेहर्टी ने कहा कि ट्विटर की नीतियों के अनुसार, यह अब उन फेडरल एजेंसी खातों के सत्यापन की गारंटी नहीं दे पाएगा, जो इसकी नई पात्रता आवश्यकताओं को पूरा नहीं करते हैं।

ट्विटर ने ऑर्गनाइजेशन वेरिफिकेशन की घोषणा की

इस बीच, माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसकी ‘ऑर्गनाइजेशन वेरिफिकेशन सर्विस ग्लोबल स्तर पर उपलब्ध है। कंपनी के अनुसार, वेरिफाई ऑर्गनाइजेशन, संगठनों और उनके सहयोगियों के लिए माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर खुद को अलग करने का एक नया तरीका है।

खाते, जो संगठन से संबद्ध हैं, को व्यवसाय के लोगो के साथ उनकी प्रोफाइल पर एक संबद्ध बैज प्राप्त होगा, और उनका कनेक्शन दिखाते हुए ऑर्गनाइजेशन की ट्विटर प्रोफाइल पर भी प्रदर्शित किया जाएगा। कंपनी ने कहा, सत्यापित संगठनों में शामिल होने से पहले सभी संगठनों की जांच की जाती है।

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जयपुर ब्लास्ट केस: सचिन पायलट के तेवर से हिल गई गहलोत सरकार? बैकफुट पर गृह विभाग

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राजस्थान की गहलोत सरकार 2008 के जयपुर सीरियल ब्लास्ट मामले में बरी हुए आरोपियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में विशेष अनुमति याचिका दायर करेगी। सचिन पायलट के तेवर दिखाने के बाद गृह विभाग हिल गया।



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