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भारत मदर ऑफ डेमोक्रेसी के साथ अब मॉडल ऑफ डायवर्सिटी भी है: पेरिस में बोले पीएम मोदी

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पीएम मोदी ने कहा कि वर्ल्ड ऑर्डर में भारत खास रोल निभा रहा है. हर चुनौती से निपटने में भारत का अनुभव और प्रयास दुनिया के लिए मददगार साबित हो रहा है. पीएम ने कहा, “भारत का हजारों वर्ष का पुराना इतिहास, भारत का अनुभव, विश्व कल्याण के लिए भारत के प्रयासों का दायरा बहुत बड़ा है. भारत ‘मदर ऑफ डेमोक्रेसी’ है और भारत ‘मॉडल ऑफ डायवर्सिटी’ भी है. यह हमारी बहुत बड़ी शक्ति है, ताकत है.”

पीएम ने कहा, “फ्रांस से मेरा लगाव काफी पुराना है और मैं इसे कभी नहीं भूल सकता. करीब 40 साल पहले गुजरात के अहमदाबाद में फ्रांस का एक सांस्कृतिक केंद्र शुरू किया गया था. उसी केंद्र का पहला सदस्य आज आपसे बात कर रहा है.”

पीएम मोदी ने कहा, ”मुझे आज बताया गया कि आज इस समारोह में, बहुत लोग ऐसे हैं, जो 11-11, 12-12 घंटे सफर करके यहां पहुंचे हैं. इससे बड़ा प्यार क्या हो सकता है जी, हम जानते हैं कि टेक्नोलॉजी के जमाने में किसी के लिए भी घर बैठकर के मोबाइल फोन पर लाइव टेलीकास्ट सुनना तो मुश्किल काम नहीं है, लेकिन उसके बावजूद भी इतनी बड़ी तादात में, इतने दूर से लोगों का आना, समय निकालकर आना… मेरे लिए तो एक बहुत बड़ा सौभाग्य का अवसर है कि मुझे आप सबके दर्शन करने का अवसर मिला है. मैं आप सभी का यहां आने के लिए हृदय से बहुत-बहुत आभार व्यक्त करता हूं.”

यूएन की एक रिपोर्ट का किया जिक्र

फ्रांस में भारतीय समुदाय के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए PM मोदी ने यूएन की एक रिपोर्ट का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ 10-15 साल के अंदर ही भारत ने लगभग 42 करोड़ देशवासियों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है. ये पूरे यूरोप की आबादी से भी ज्यादा है, ये पूरे अमेरिका की आबादी से भी ज्यादा है. IMF की एक स्टडी कहती है कि भारत में अत्यंत गरीबी अब खत्म होने की कगार पर है. भारत जब इतना बड़ा काम करता है तो इसका फायदा सिर्फ भारत को ही नहीं, बल्कि पूरी मानवता को लाभ होता है.

भारत की धरती एक बड़े परिवर्तन की गवाह बन रही है. इस परिवर्तन की कमान भारत के नागरिकों के पास है, भारत की बहन-बेटियों के पास है, भारत के युवाओं के पास है. आज पूरा विश्व, भारत के प्रति नई उम्मीद और नई आशा से भरा हुआ है.

 

दुनिया की 10वीं से 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बना भारत

पीएम ने कहा कि आज ये सुनकर कौन है जो इस गर्व से नहीं भर जाएगा कि भारत 10 साल में दुनिया की 10वीं से 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गया. ये गर्व सिर्फ भारतीयों को ही नहीं होता है, आज दुनिया यह विश्वास करने लगी है कि भारत को 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनने में देर नहीं लगेगी. 

चंद्रयान का किया जिक्र

पीएम मोदी ने अपने भाषण में चंद्रयान का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा- ‘जब मैं आपसे बात कर रहा हूं तो भारत में चंद्रयान 3 की लॉन्चिंग के लिए रिवर्स काउंटिंग की गूंज सुनाई दे रही है. कुछ घंटों बाद भारत से ऐतिहासिक लॉन्च होने जा रहा है.”

भारत में निवेश का है मौका 

पीएम मोदी ने कहा- भारत अगले 25 वर्षों में विकसित होने के लक्ष्य पर काम कर रहा है. आज हर इंटरनेशनल एजेंसी कह रही है भारत आगे बढ़ रहा है. भारत में निवेश का मौका है. भारत-भारत में UPI को लेकर करार की बात कही. उन्होंने कहा अब भारतीय एफिल टावर पर UPI से भुगतान कर पाएंगे.

15 जुलाई को यूएई जाएंगे पीएम मोदी

फ्रांस से लौटते वक्त 15 जुलाई को पीएम मोदी यूएई जाएंगे. इस अहम यात्रा के दौरान वह यूएई के शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से चर्चा करेंगे. यह यात्रा ऊर्जा, खाद्य सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए बेहद खास मानी जा रही है.





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नूंह हिंसा: कांग्रेस विधायक मम्मन खान को 2 मामलों में राहत, फिर भी जेल में ही रहेंगे, क्यों?

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नूंह सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में कांग्रेस विधायक मम्मन खान को बड़ी राहत मिली है। नूंह की अदालत ने दो मामलों में कांग्रेस विधायक मम्मन खान को जमानत दे दी है। फिर भी वह जेल में ही रहेंगे, क्यों?



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लौट आया लुसिफर, पहली झलक में ही जीत ले गया दिल, 63 की उम्र में दुश्मनों को हवा में घुमा रहा एक्टर

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L2E Empuraan First Glimpse in Hindi: लुसिफर 2 की पहली झलक हुई रिलीज

नई दिल्ली:

मलयालम सिनेमा, जिसे अक्सर बौद्धिक रूप से समृद्ध कहानियों का केंद्र माना जाता है, ने पिछले कुछ वर्षों में लगातार शानदार फिल्में बनाई हैं जो अपने में गहराई और मैच्योरिटी समेटे हुए हैं. इस सफलता का एक मुख्य कारण प्रतिभाशाली एक्टर रहे हैं जिन्होंने अपने भरोसेमंद और यथार्थवादी एक्टिंग से मलयालम फिल्मों को विश्व स्तर पर ऊंचा उठाया है. मोहनलाल, जिन्हें प्यार से ‘कम्प्लीट एक्टर’ के नाम से जाना जाता है, मलयालम सिनेमा के बहुमुखी अभिनेताओं में से एक हैं. इंडस्ट्री में चार दशकों से अधिक और 350 से ज्यादा फिल्मों के साथ वह मलयालम सिनेमा सुपरस्टार हैं. उनकी अभिनय क्षमता और बॉक्स ऑफिस पर उनकी अटूट पकड़ उन्हें आज भी मलयालम सिनेमा के सबसे महंगे एक्टर में से एक बनाती है. फिल्म की इस पहली झलक में विवेक ओबेरॉय और मंजू वारियर भी नजर आ रहे हैं. इस तरह इस पहली झलक में मोहनलाल के एक्शन को देखा जा सकता है. 

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एक्टर से डायरेक्टर बने पृथ्वीराज सुकुमारन 2019 की सुपरहिट फिल्म लुसिफर के पार्ट के साथ बतौर डायरेक्टर वापसी करने को तैयार हैं. ‘लुसिफर (L2E: Empuraan)’ शीर्षक से मोहनलाल और पृथ्वीराज एक बार फिर साथ आने वाले हैं. इस फिल्म को आशीर्वाद सिनेमाज के एंटनी पेरम्बवूर और लाइका प्रोडक्शंस के जीकेएम तमिल कुमारन मिलकर बना रहे हैं. लाइका प्रोडक्शंस के चेयरमैन सुबास्करन केरल जिसे गॉड्स ओन कंट्री भी कहा जाता है के दर्शकों के लिए फिल्म बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. उनका कहना है कि यह एक शुरुआत होगी और मलयालम दर्शकों के लिए मजबूत कहानियां पेश की जाएंगी. 



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चंद्रयान-3 के बाद अब भारत के पहले सूर्य मिशन से भी आई खुशखबरी, ISRO को मिली बड़ी सफलता

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Aditya L1 Mission: चंद्रयान-3 मिशन में मिली सफलता के बाद भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल1 को लेकर इसरो ने शनिवार को खुशखबरी दी है। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया है कि अब उसका यान पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से सफलतापूर्वक बाहर जा चुका है। अब तक आदित्य-एल1 ने पृथ्वी से मिलाकर 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी पूरी कर ली है। बेंगलुरु मुख्यालय वाली राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स’ पर एक बयान में कहा, ”आदित्य-एल1 पृथ्वी से 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुका है। अब यह सन-अर्थ लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) की ओर अपना रास्ता तलाश रहा है। यह दूसरी बार है जब इसरो किसी अंतरिक्ष यान को पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र के बाहर भेज सका। पहली बार मंगल ऑर्बिटर मिशन में भेजा था।

इसरो ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि आदित्य-एल1 सौर मिशन अंतरिक्ष यान ने डेटा एकत्र करना शुरू कर दिया है जो वैज्ञानिकों को पृथ्वी के आसपास के कणों के व्यवहार का विश्लेषण करने में मदद करेगा। इसमें कहा गया है कि एल1 के आसपास एकत्र किया गया डेटा सौर हवा और अंतरिक्ष मौसम की घटनाओं की उत्पत्ति, अनिसोट्रॉपी में अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।  पीएसएलवी-सी57 रॉकेट द्वारा आदित्य-एल1 का प्रक्षेपण 2 सितंबर को इसरो द्वारा सफलतापूर्वक पूरा किया गया था। आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान सूर्य का अध्ययन करने के लिए कुल सात अलग-अलग पेलोड ले गया है। 

इसमें से चार सूर्य से प्रकाश का निरीक्षण करेंगे और शेष तीन प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के इन-सीटू मापदंडों को मापेंगे। बता दें कि आदित्य एल1 में दो मुख्य पेलोड हैं, विजिबल एमिशन लाइन कोरोनोग्राफी (वीईएलसी) और सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (एसयूआईटी)। लैग्रेंज प्वाइंट पर पहुंचने के बाद, वीईएलसी पेलोड रोजाना 1,440 तस्वीरें भेजेगा। इसलिए इस पेलोड को आदित्य-एल1 का काफी अहम पेलोड माना जा रहा है। आदित्य-एल1 को लैग्रेंजियन प्वाइंट 1 (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा। यह सूर्य के चारों ओर उसी सापेक्ष स्थिति में चक्कर लगाएगा और इसलिए लगातार सूर्य को देख सकता है। 



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