कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि भारत के चुनावों में दखल देने के लिए एक इजराइली कंपनी के कथित इस्तेमाल के मामले की जांच कराई जाए. इस पर सरकार अपनी चुप्पी तोड़े. पार्टी प्रवक्ताओं पवन खेड़ा और सुप्रिया श्रीनेत ने संवाददाताओं से बातचीत में इजराइली इकाई ‘टीम जॉर्ज’ और भारतीय जनता पार्टी के आईटी प्रकोष्ठ का जिक्र करते हुए दावा किया कि देश के मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए दुष्प्रचार और ‘फर्जी खबरें’ फैलाई जा रही हैं. उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि भारत के नागरिकों के डाटा के साथ भी समझौता हो रहा है.
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खेड़ा ने दावा किया, ‘‘भारत के लोकतंत्र को भारत की ही सत्ताधारी पार्टी द्वारा हाइजैक किया जा रहा है. देश के लोकतंत्र को प्रभावित करने के लिए इजराइल की एजेंसी की मदद ली जा रही है. ये हिंदुस्तान में बैठकर दूसरे देशों के साथ मिलकर भारत के लोकतंत्र के खिलाफ साजिश रच रहे हैं.”
सुप्रिया श्रीनेत ने सवाल किया, ‘‘इजराइली कंपनी 30 चुनावों में हेराफेरी करती है, इनमें भारत भी शामिल है. पर मोदी सरकार चुप है? पेगासस पर मोदी सरकार कुछ नहीं बोली? जो फर्जी खबरें फैलाई जाती हैं, उसमें भाजपा आईटी प्रकोष्ठ और उनके तथाकथित साझेदार का कितना हाथ है?” उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए.
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ईडी ने छत्तीसगढ़ में की छापेमारी
रायपुर: छत्तीसगढ़ में आज ईडी ने फिर एक बड़ी कार्रवाई की है। छत्तीसगढ़ में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने बुधवार को तड़के शराब और होटल कारोबारियों पर छापे मारी की हैं। बड़े उद्योगपति कमल सारडा, कोल परिवहन और जमीन के कारोबार से जुड़े लोगों और कुछ अधिकारियों पर छापे के बाद यह दूसरा दिन है। आज एक आला अधिकारी समेत राजनैतिक रसूख रखने वाले रायपुर मेयर एजाज ढेबर व उनके होटल व्यवसायी भाई अनवर ढेबर उर्फ अनु पर ईडी ने छापेमारी की है। ईडी ने इसके अलावा शराब ठेकेदार अमोलक सिंह भाटिया बिलासपुर,पप्पू भाटिया रायपुर और कृषि विभाग में बड़ी सप्लाई करने वाले मनदीप चावला समेत आईएएस अनिल टुटेजा के करीबी सौरभ जैन के छापेमारी की है। मिली जानकारी के मुताबिक मेयर एजाज ढेबर, शराब कारोबारी अमोलक सिंह भाटिया,बलदेव सिंह भाटिया,पप्पू बंसल, विनोद बिहारी आदि लोगों के यहां ईडी ने सुबह-सुबह छापेमारी शुरू की है।
हवाला के जरिए भेजे गए पैसे
इस ताबड़तोड़ छापेमारी से एक बार फिर राज्य में भूचाल-सा आ गया है। बता दें कि इनमें ढेबर परिवार के यहां पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का छापा पड़ चुका है, जिसके आधार पर ही ईडी द्वारा आगे जांच की बात कही गई है। सूत्रों की मानें तो ईडी को इस बात के संकेत मिले हैं कि शराब माफियाओं के द्वारा पैसे इकट्ठा करवाकर अन्य माध्यम से दूसरे राज्य में भी हवाला के माध्यम से रुपए भेजे गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ईडी के द्वारा आईएएस अनिल टुटेजा को नान घोटाले में आरोपी बनाया गया है। जिसका मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। अनिल टुटेजा एक प्रमोटी आईएएस है। सूत्रों के मुताबिक, शराब ठेकेदार अमोलक सिंह भाटिया बिलासपुर, पप्पू भाटिया रायपुर व रायपुर नगर निगम के मेयर एजाज ढेबर उनके भाई अनवर ढेबर होटल व्यवसायी और कृषि विभाग में सप्लाई करने वाले मनदीप चावला और एक प्रमोटी आईएएस अनिल टुटेजा और उनके करीबी सौरभ जैन के यहां छापेमारी की गई है।
ईडी का दूसरे दिन और बड़ा धमाका
छापेमारी के विषय में विस्तार से जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। बता दें कि ईडी को जानकारी मिली है कि शराब माफियाओं के द्वारा दूसरे राज्य में पैसा एकत्र कर हवाला के जरिए दूसरे राज्य में पैस भेजे गए हैं। जानकारी के लिए बता दें कि ईडी ने बीते दिन भी छापेमारी की थी। ये छापेमारी के के श्रीवास्तव के यहा की गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, के.के, श्रीवास्तव हवाला कारोबार में लिप्त हैं। इन छापों के बाद छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा जताई गई आशंका की चर्चा तेज हो गई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि चुनाव आते-आते छापे और बढ़ेंगे।
पहले ही इनकम टैक्स का छापा
गौरतलब है कि ढेबर के यहां पहले ही इनकम टैक्स का छापा पड़ा था, जिसके बाद मामला ईडी में गया। कल ईडी की कार्यवाही छत्तीसगढ के राजनैतिक गलियारों में रसूखदार के के श्रीवास्तव के यहां हुई थी। के के श्रीवास्तव अपनी राजनैतिक पहुंच का हवाला देकर बड़े अधिकारियों तक पर धौंस जमाता था। पूजा पाठ और तंत्र मंत्र के ज्ञान की बात भी ये शख्स करता था। सूत्रों की मानें तो अन्य जगहों पर पैसों का लेनदेन के लिए के के श्रीवास्तव भी इसमें मुख्य भूमिका निभा रहा था। बहरहाल सूत्रों की मानें तो ईडी के पास इतने प्रमाणित तथ्य हैं कि उससे इंकार कर पाना इन सबके लिए एक टेढ़ी खीर ही साबित होगी।
कर्नाटक में विधानसभा की कुल 225 सीटें हैं, जिनमें से 36 सीटें अनुसूचित जाति और 15 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। एक सीट मनोनीत के लिए होती है। इस तरह कुल 224 सीटों पर चुनाव होना है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज कोलकाता में दो दिवसीय धरना शुरू करेंगी. राज्य में पंचायत चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर अपना हमला तेज कर दिया है. अंबेडकर की प्रतिमा पर विरोध प्रदर्शन के दौरान संभावना है कि ममता बनर्जी केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल को मिलने वाले फंड को रोकने का आरोप लगाकर निशाना साधेंगी. मुख्यमंत्री के भतीजे और तृणमूल महासचिव अभिषेक बनर्जी भी केंद्र की नीतियों और बंगाल के प्रति उसके “सौतेले” रवैये के विरोध में शहीद मीनार मैदान में एक रैली को संबोधित करेंगे.
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कांग्रेस से बढ़ रही दूरी
कांग्रेस के हाथों सागरदिघी उपचुनाव में हार से बौखलाए तृणमूल ने पंचायत चुनाव के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी का गुलाम रब्बानी से अल्पसंख्यक मामलों का विभाग लेकर संभालने का कदम उन कई सुधारात्मक उपायों में से एक है, जो ग्रामीण चुनावों में पार्टी के शानदार प्रदर्शन सुनिश्चित करने के लिए उठाए जा रहे हैं. ममता बनर्जी ने 2024 के आम चुनाव के लिए तृणमूल के अभियान के लिए भी पिच तैयार करना शुरू कर दिया है. वह पहले ही घोषणा कर चुकी हैं कि वह अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेंगी और इसके लिए वह कांग्रेस के बिना क्षेत्रीय दलों का गठबंधन बनाने के तरीके तलाश रही हैं.
राहुल पर समर्थन
कांग्रेस और तृणमूल ने हाल ही में एक-दूसरे पर तंज कसे हैं. तृणमूल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “सबसे बड़ी टीआरपी” कांग्रेस नेता राहुल गांधी हैं. वहीं कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि तृणमूल और भाजपा के बीच समझौते हो चुका है. हालांकि, मानहानि के मामले में गुजरात की अदालत के फैसले के बाद सांसद के रूप में राहुल गांधी की अयोग्यता के मुद्दे पर ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पार्टी ने कांग्रेस का समर्थन किया है.
भाजपा-कांग्रेस का पलटवार
इस बीच, भाजपा और कांग्रेस भी शहर में विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे हैं. बंगाल के भाजपा नेता श्यामबाजार में एक दिन का धरना देंगे. इस दौरान वे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल पर निशाना साधेंगे. दूसरी ओर, कांग्रेस ने लोकसभा से राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में राज्य पार्टी मुख्यालय से पार्क सर्कस तक मार्च निकालने की घोषणा की है.