पाकिस्तान के एक विमान ने अचानक भारतीय वायु सीमा क्षेत्र में घुसकर खलबली मचा दी। इस पाकिस्तानी विमान के भारतीय सीमा में प्रवेश करते ही सेना अलर्ट हो गई। करीब 10 मिनट तक पाकिस्तान का ये विमान भारतीय सीमा क्षेत्र में ही चक्कर काटता रहा। इससे भारतीय सुरक्षा खेमें में अफरातफरी मची रही। इस पाकिस्तानी विमान ने भारतीय सीमा क्षेत्र में करीब 120 किलोमीटर तक उड़ान भरी। इसके बाद यह पाकिस्तान रवाना हो गया।
बताया जा रहा है कि लाहौर हवाई अड्डे पर भीषण बारिश के कारण नहीं उतर पाने के बाद पाकिस्तान एयरलाइंस का यह विमान भारतीय हवाई सीमा में आ गया और भारत के पंजाब में 120 किलोमीटर की उड़ान के बाद पाकिस्तान लौट गया। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है। पाकिस्तान की सरकारी विमान सेवा कंपनी की मस्कट से आ रहा विमान पीके-248 जब 4 मई की रात आठ बजे लैंडिंग के लिए लाहौर हवाई अड्डे पर पहुंचा तो वहां भारी बारिश हो रही थी। पायलट ने 8.05 बजे अल्लामा इकबाल अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लैंड करने की कोशिश की लेकिन बोइंग 777 विमान अस्थिर हो गया और लैंड नहीं कर सका।
अमृतसर के पास भारतीय सीमा में घुसा
द न्यूज ने बताया कि एटीसी के निर्देश पर पायलट ने गो-अराउंड अप्रोच शुरू किया लेकिन भारी बारिश और कम ऊंचाई के बीच इस दौरान वह रास्ता भटक गया। विमान रात 8.11 बजे पंजाब के बधाना थाने के पास भारतीय सीमा में प्रवेश किया। बोइंग 777 विमान जब भारतीय सीमा में घुसा तो उसकी रफ्तार 292 किलोमीटर प्रति घंटे थी और वह 13,500 फुट की ऊंचाई पर उड़ रहा था। वह अमृतसर से 37 किलोमीटर दूर छिना बिधी चंद गांव के पास भारत में प्रवेश किया। द न्यूज के अनुसार, भारतीय पंजाब में तारण साहिब और रसूलपुर होते हुए नौशेरा पन्नुअन तक पहुंचने के बाद विमान वापस मुड़ा। तब तक वह 40 किलोमीटर की दूरी तय कर चुका था। भारतीय हवाई सीमा में पायलट विमान को 20,000 फीट की ऊंचाई तक ले गए।
23 हजार फिट की ऊंचाई पर भर रहा था उड़ान
विमान भारतीय हवाई सीमा में सात मिनट तक रहा और फिर भारतीय पंजाब के झगियां नूर मोहम्मद गांव से पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर गया। इसके बाद पाकिस्तान स्थित पंजाब के कसूर जिले के दूना मब्बोकी, चांट, धूपसारी कसूर और घाटी कलंजर गांवों के रास्ते विमान दोबारा भारतीय सीमा में घुसा। तीन मिनट बाद रात 8.22 बजे विमान भारतीय पंजाब के लाखा सिंहवाला हिथर गांव से पाकिस्तानी सीमा में वापस चला गया। उस समय विमान 23,000 फीट की ऊंचाई पर था और 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ रहा था। द न्यूज ने बताया कि पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश के बाद विमान हुजरा शाह मुकीम और दीपालपुर होते हुए मुलतान की ओर चला गया। विमान ने भारतीय हवाई सीमा में 10 मिनट में 120 किलोमीटर का सफर किया।
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सिंगापुर: सिंगापुर के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक ‘श्री थेंदयुथापानी मंदिर’ में अभिषेक समारोह में बृहस्पतिवार को करीब 12,000 हिंदू श्रद्धालु शामिल हुए। इस मंदिर को सरकार ने वर्ष 2014 में राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया था। श्री थेंदयुथापानी मंदिर का निर्माण वर्ष 1859 में किया गया था और इसका थाईपुसम से घनिष्ठ संबंध है। यह समारोह भगवान मुरुगन को समर्पित है जिन्हें हिंदू धर्म में साहस, शक्ति और सदगुण का प्रतीक माना जाता है।सरकार की ओर से वर्ष 2014 में इस मंदिर को सिंगापुर का 67वां राष्ट्रीय स्मारक घोषित किये जाने के बाद से मंदिर में यह पहला अभिषेक समारोह आयोजित किया गया। उत्सव की परंपरागत पदयात्रा के दौरान मंदिर अंतिम गंतव्य स्थल होता है और प्रत्येक 12 वर्ष में एक बार अभिषेक समारोह आयोजित किया जाता है। समारोह के पहले हिस्से की शुरुआत सात बजे सुबह एक बड़े तंबू में हुई जहां पुजारियों ने पाठ किया और पवित्र जल से आशीर्वाद दिया। ‘द स्ट्रेट टाइम्स’ अखबार की खबर के मुताबिक इसके बाद कुम्भाभिषेकम किया गया जिसके तहत गोपुरम (मंदिर के प्रवेश द्वार का स्तंभ) के शीर्ष से पवित्र जल प्रवाहित किया गया और इस दौरान श्रद्धालुओं ने अरोकारा (भगवान मुरुगन की स्तुति में श्रद्धालुओं द्वारा की जाने वाली प्रार्थना) का उच्चारण किया गया। ‘श्री थेंदयुथापानी मंदिर’ का प्रबंधन करने वाले ‘चेट्टियार टेंपल सोसायटी’ के अध्यक्ष एम. सामीनाथन ने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं को भोजन उपलब्ध कराने के लिए 1000 स्वयंसेवियों को लगाया गया है।
अभिषेक में कानून और गृह मामलों के मंत्री के षणमुगम के अलावा संस्कृति, समुदाय और युवा मंत्री और कानून के द्वितीय मंत्री एडविन टोंग और जोआन पेरेरिया शामिल हुए। प्रधानमंत्री ली सीन लूंग भी समारोह में शामिल होने वाले थे, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के कारण वह शामिल नहीं हो सके।
नाटो ने तुर्किये पर स्वीडन की सदस्यता को लेकर दबाव बढ़ा दिया है। नाटो महासचिव जेन्स स्टोल्टेनबर्ग ने कहा है कि 11-12 जुलाई को लिथुआनिया में होने वाले शिखर सम्मेन के दौरान स्वीडन की सदस्यता की पुष्टि करना चाहते हैं। इसके लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी तुर्किये के राष्ट्रपति एर्दोगन से बात की है।
अमेरिका ने सूडान में हिंसा रोक पाने में विफल रहने पर सूडानी अधिकारियों और दूसरे पक्षों के खिलाफ प्रतिबंध का ऐलान किया है। जिन अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा है, वे अमेरिका का वीजा नहीं पा सकेंगे। अमेरिका और सऊदी अरब कई दिनों से सूडान में शांति वार्ता की मध्यस्थता कर रहे थे।