नई दिल्ली: मुंबई इंडियंस ने जब टूर्नामेंट का आगाज किया तो टीम में जोफ्रा आर्चर थे। उम्मीद थी कि वह न केवल जसप्रीत बुमराह की कमी पूरी करेंगे, बल्कि टीम के लिए सबसे बड़े मैच विनर भी साबित होंगे। हालांकि, कुछ ही मैचों में यह पता चलते देर नहीं लगी कि गेंदबाजी इस टीम की सबसे बड़ी कमजोरी है। आर्चर जिस कद के गेंदबाज माने जाते हैं वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाए।कोई भी बल्लेबाज चोट के लंगे समय बात वापसी करने वाले आर्चर को चौके-छक्के उड़ाते दिख रहा था। टीम को बड़ा झटका उस समय लगा, जब आर्चर बीच सीजन बाहर हो गए। उनकी जगह आए क्रिस जॉर्डन भी कुछ खास नहीं कर सके। कप्तान रोहित शर्मा और सचिन तेंदुलकर जैसे धाकड़ों से भरे टीम स्टाफ को यह समझने में देर नहीं लगी कि टीम की सबसे बड़ी कमजोरी तेज गेंदबाजी है। इसके बाद जो मुंबई ने रणनीति बदली और बल्लेबाजों ने अपना काम पूरा किया। हालांकि, बुमराह और आर्चर के नहीं होने पर 3 गेंदबाजों ने टीम को प्लेऑफ में पहुचंने में अहम भूमिका निभाई है। अगर वे एलिमिनेटर में भी चले तो मुंबई का आगे जाने से कोई नहीं रोक सकेगा। जेसन बेहरेनडॉफ जोफ्रा आर्चर और जसप्रीत बुमराह की गैर मौजूदगी में पेस अटैक का पूरा भार जेसन बेहरेनडॉफ पर है। उन्होंने इस भूमिका को पूरी तरह से निभाया भी है। उन्होंने 10 मैचों में 14 विकेट झटके हैं, जबकि इकॉनमी 10 से कम है। नई गेंद से विकेट चटकाने का जिम्मा जेसन के पास होगा तो मुंबई का उम्मीद कि वह शुरुआती विकेट चटकाकर टीम के लिए X फैक्टर का काम करें। बेहरेनडॉफ के लिए चेन्नई की पिच अनुकूल हो सकती है। यहां दीपक चाहर ने जिस अंदाज में गेंदबाजी की उससे तो यही लगता है कि मुंबई के पसरों को भी मदद मिलेगी।
आकाश मधवाल आकाश मधवाल ने हैदराबाद के खिलाफ कमाल की बॉलिंग की थी। उत्तराखंड के दाएं हाथ के इस पेसर ने 37 रन देकर 4 विकेट घटके थे। उनकी गेंदबाजी के दम पर ही मुंबई ने मैदान मारा था। उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ भी 3 विकेट अपने नाम किए थे। यहां भी मुंबई ने जीत दर्ज की थी। अब आज अगर उनकी बलखाती यॉर्कर ने कमाल किया तो लखनऊ को तबाह होने में देर नहीं लगेगी।
पीयूष चावला मुंबई इंडियंस ने ऑक्शन में सबसे बेहतर चुनाव पीयूष चावला का किया। इस लेग स्पिनर ने फ्रेंचाइजी के लिए 14 मैचों में 20 विकेट झटके हैं। मुंबई अगर प्लेऑफ तक पहुंची है तो इसमें चावला का अहम रोल है। उन्हें जब भी रोहित ने गेंद पकड़ाई तो उन्होंने टीम के लिए विकेट झटके। आज मुकाबला बड़ा है और सीनियर खिलाड़ी होने के नाते पीयूष से करिश्माई गेंदबाजी की उम्मीद होगी। वह टूर्नामेंट में सबसे अधिक विकेट लेने वालों की लिस्ट में 5वें नंबर पर हैं।
रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम 7 जून से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जब आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 के फाइनल में उतरेगी तो टीम की जर्सी पुरानी नजर आएगी। उस जर्सी पर सिर्फ India लिखा होगा, जैसा कुछ समय पहले लिखा होता था, जब बीसीसीआई के पास स्पॉन्सर नहीं होते थे। ऐसा ही अब है। WTC फाइनल में टीम इंडिया बिना मैन स्पॉन्सर वाली जर्सी के साथ मैदान पर उतरेगी।
WTC फाइनल के लिए टीम इंडिया के ज्यादातर खिलाड़ी इंग्लैंड पहुंच गए हैं और उन्होंने ट्रेनिंग शुरू कर दी है। खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ नई जर्सी में सामने आया है, जिस पर सिर्फ बीसीसीआई का लोगो और थ्री स्टाइप्स यानी एडिडास का लोगो है। एडिडास टीम इंडिया का नया किट स्पॉन्सर है। अब तक टीम इंडिया का मैन स्पॉन्सर बायजू था, जिसने मार्च में करार को समाप्त कर लिया।
वैसे तो बायजू और बीसीसीआई का करार नवंबर 2023 तक था, लेकिन बाजार में एड-टेक कंपनी की स्थिति अच्छी नहीं है। ऐसे में दोनों ने साझेदारी तोड़ ली है। बीसीसीआई लॉन्ग-टर्म साझेदारी के लिए जल्द टेंडर निकालेगी, लेकिन हिन्दुस्तान टाइम्स की मानें तो अधिकारियों ने शॉर्ट टर्म के लिए भी प्लान बनाया था, जो अभी तक सही नहीं रहा। ऐसे में शायद ही जर्सी पर मैन स्पॉन्सर दिखे।
एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, “यह उचित होगा कि भारतीय क्रिकेट कम महत्वपूर्ण सौदों के बजाय प्रतिष्ठित और दीर्घकालिक भागीदारों के साथ जुड़े।” पुरानी डील में डेढ़ करोड़ रुपये एक आईसीसी मैच के लिए और 4.6 करोड़ रुपये एक द्विपक्षीय मैच के लिए बीसीसीआई अपने स्पॉन्सर से लेती थी, लेकिन अब आईसीसी इवेंट्स बढ़ रहे हैं तो ये रकम भी बढ़ाई जा सकती है।
एडिडास के साथ बोर्ड का हालिया पांच साल का अनुबंध और अब व्यस्त आईसीसी कैलेंडर में हर साल एक सफेद गेंद का वर्ल्ड इवेंट शामिल है, बोर्ड को उम्मीद है कि वे घर पर अक्टूबर-नवंबर विश्व कप से पहले सही साथी ढूंढ लेंगे। हालांकि, इस बीच भारतीय क्रिकेटरों को बिना स्पॉन्सर वाले कपड़ों के खेलते देखना एक दुर्लभ दृश्य होगा। ऐसा प्रतीत होगा, जैसे कोई छोटा देश खेल रहा है।
नई दिल्ली:आईपीएल 2023 का फाइनल जीतने के लिए चेन्नई सुपरकिंग्स को आखिरी ओवर में 13 रन बनाने थे और इन रनों को बचाने की जिम्मेदारी गुजरात टाइटंस के कप्तान हार्दिक पंड्या ने मोहित शर्मा को सौंपी। 34 साल के मोहित बीते आठ से साल से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं, लेकिन इस सीजन कमाल की वापसी की। ऐसे में उनका आत्मविश्वास सातवें आसमां पर था। एक ही ओवर में दो विकेट लेकर वह गुजरात की मैच में वापसी भी करवा चुके थे। 20वें ओवर की शुरुआती चार गेंदों में सिर्फ तीन रन ही दिए। मगर पांचवीं में छक्का और छठी में चौका मारकर रविंद्र जडेजा ने मोहित शर्मा समेत गुजरात टाइटंस के करोड़ों चाहने वालों का दिल तोड़ दिया।रविंद्र जडेजा के विनिंग शॉट लगाते ही रविंद्र जडेजा की आंखों में आंसू साफ देखे जा सकते थे। हार्दिक पंड्या फौरन अपने अनुभवी हरियाणवी बोलर को हिम्मत देने पहुंचे। गले से लगा लिया, वरना मोहित वहीं टूट जाते। इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में मोहित शर्मा हार के बाद की कहानी सुनाते हैं। बताते हैं कि कैसे उन दो बॉल्स ने रातों की नींद उड़ा दी।
मुझे क्या करना है ये क्लियर था। नेट्स में मैंने ऐसे हालातों की खूब प्रैक्टिस की। इससे पहले भी मैं ऐसे हालातों से गुजर चुका था इसलिए मैंने यॉर्कर को ही अपने बतौर हथियार चुना। चार बॉल के बाद हार्दिक मुझसे बात करने आया। वह मेरा प्लान जानना चाहता था, मैंने बताया कि मैं यॉर्कर ही फेकूंगा। मगर बॉल वहां गिरी, जहां उन्हें लैंड नहीं करना था। और जडेजा उसमें अपना बल्ला लगाने में कामयाब रहा। मैंने कोशिश की। मैंने अपनी बेस्ट देने की कोशिश की।
इंडियन एक्सप्रेस से मोहित शर्मा
आखिरी दो गेंदों में छक्का और फिर चौका मारकर हीरो बने रविंद्र जडेजा ने मैच के बाद बताया था कि, ‘मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि मुझे बैट जोर से घुमाना है। बॉल कहां जाएगा, मैं इसके बारे में नहीं सोच रहा था। मैंने खुद को बैक किया। मैं बॉल को सीधा मारना चाहता था क्योंकि जानता था कि मोहित स्लोअर भी बढ़िया डाल सकता है। नॉन स्ट्राइक एंड पर खड़े शिवम दुबे को भी जडेजा की काबिलियत पर पूरा भरोसा था। मुंबई के इस लेफ्ट हैंड बैटिंग ऑलराउंडर का खेल धोनी की कप्तानी में निखरकर सामने आया है। उन लम्हों को याद करते हुए शिवम दुबे कहते हैं, ‘जब जड्डू ने पांचवीं बॉल पर छक्का मारा तब वह राहत भरा क्षण था। अगर आखिरी बॉल का बल्ले से कनेक्शन नहीं होता तो हम दौड़ने के लिए तैयार थे। तीन रन लेना असंभव था, लेकिन कुछ भी करके कम से कम हमें मुकाबला टाई तो करना ही था। लेकिन हम जीत गए।’
IPL 2023 Final: रविंद्र जडेजा ने लगाया जीत का चौका, पांचवीं बार चैंपियन बना सीएसके, फाइनल में चूक गई गुजरात
IPL 2023 CSK MS Dhoni : आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग का खिताब पांचवीं बार जीतने वाले कप्तान एमएस धोनी प्लेयर्स को बनाने के लिए जाने जाते हैं। आईपीएल 2023 में सीएसके के लिए ऐसे कितने ही खिलाड़ी खेलते हुए नजर आए, जो दूसरी टीमों के लिए खेल रहे थे और प्रदर्शन अच्छा न होने के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया, लेकिन इस साल जब वे सीएसके लिए खेले तो उनका नया ही रूप देखने के लिए मिला। अब आईपीएल खत्म हो गया है और सीएसके इसकी चैंपियन बनी है। इसके साथ ही बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करने वाले प्लेयर्स का बुलावा राष्ट्रीय टीमों से आना शुरू हो गया है। अभी हाल में ही चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए शानदार खेल का प्रदर्शन करने वाले अजिंक्य रहाणे को डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए भारत की टेस्ट टीम में शामिल किया गया है। अब श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने मथीशा पथिराना को श्रीलंका टीम के लिए चुन लिया है, वे अब वनडे डेब्यू करते हुए दिखाई दे सकते हैं।
मथीशा पथिराना श्रीलंका की वन डे टीम में किए गए हैं शामिल
श्रीलंका और अफगानिस्तान के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज खेली जानी है। इसके पहले दो वनडे मैचों के लिए श्रीलंका की ओर से टीम का ऐलान किया गया है। टीम की कमान दसुन शनाका के हाथ में होगी, लेकिन मथीशा पथिराना की टीम में एंट्री ने सभी चौंका दिया। हालांकि संभावना जताई जा रही थी कि वे टीम में शामिल किए जा सकते हैं। मथीशा पथिराना अपनी डेथ ओवर की घातक गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। आखिरी ओवर्स में आईपीएल के दौरान एमएस धोनी ने ये जिम्मेदारी मथीशा पथिराना के हाथ में ही सौंपी और पथिराना ने उन्हें निराश भी नहीं किया। अपने गेंदबाजी एक्शन के कारण उन्हें दूसरा लसिथ मलिंगा कहा जाता है। इससे पहले मथीशा पथिराना श्रीलंका के लिए टी20 में तो डेब्यू कर चुके हैं। वे एक मैच पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान के ही खिलाफ खेले थे, हालांकि तब उन्हें विकेट नहीं मिला था। उन्हें एक ओवर गेंदबाजी करने को मिला और वे 16 रन दे बैठे। अब वे वनडे टीम में चुने गए हैं और बहुत संभव है कि वे डेब्यू भी कर जाएं।
मथीशा पथिराना को मिल सकता है वनडे डेब्यू का मौका मथीशा पथिराना के गेंदबाजी आंकड़ों की बात की जाए तो उन्हें 14 मैच खेलने का मौका मिला और इस दौरान उन्होंने 21 विकेट अपने नाम किए हैं। इसी के बाद वे पूरी क्रिकेट की दुनिया पर छा गए हैं और श्रीलंका बोर्ड से भी उनका बुलावा आ गया है, ताकि वे वनडे डेब्यू कर सकें। आईपीएल 2022 से पहले उन्हें चेन्नई सुपरकिंग्स ने खोजा और अपनी टीम में शामिल किया, लेकिन उन्हें इस साल अच्छे खासे मौके मिले और वे इसे भुनाने में भी कामयाब रहे हैं। श्रीलंका और अफगानिस्तानके बीच वन डे सीरीज का पहला मुकाबला दो जून को खेला जाएगा। यानी आईपीएल से अब केवल टीम इंडिया में ही एंट्री नहीं होती, बल्कि बाकी यानी विदेशी टीमें भी आईपीएल को देखकर और वहां के प्रदर्शन को ध्यान में रखकर अपनी टीम में प्लेयर्स को एंट्री होती है। देखना होगा कि क्या मथीशा पथिराना को पहले वन डे में मौका मिलता है कि नहीं और अगर मिलता है तो वे कैसा प्रदर्शन करने में कामयाब होते हैं।
अफगानिस्तान के खिलाफ पहले दो वनडे के लिए श्रीलंका की टीम : दासुन शनाका (कप्तान), कुसल मेंडिस, पाथुम निसंका, दिमुथ करुणारत्ने, सादीरा समरविक्रमा, एंजेलो मैथ्यूज, धनंजया डी सिल्वा, चरित असलंका, वानिंदु हसरंगा, महेश तीक्षाना, दुशान हेमंथा, चमक करुणारत्ने, दुशमंता चमीरा, मथीशा पथिराना, लाहिरू कुमारा, कसुन राजिता।