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Heinrich Klaasen and AB de Villiers
ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच एक रोमांचक वनडे सीरीज इस वक्त खेली जा रही है। इस सीरीज के चौथे मुकाबले में साउथ अफ्रीका की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए बड़े-बड़े रिकॉर्ड्स चित कर दिया है। साउथ अफ्रीका ने इस मैच में पहले खेलते हुए 416 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। उनकी तरफ से हेनरिक क्लासेन ने 83 गेंदों पर 174 रनों की धाकड़ पारी खेली। क्लासेन ने इस पारी में 13 चौके और 13 छक्के लगाए। वहीं डेविड मिलर ने 45 गेंदों पर 82 रनों की आतिशी पारी खेली। क्लासेन ने अपनी तूफानी पारी के दम पर दुनियाभर के रिकॉर्ड्स तोड़ दिए।
क्लासेन ने तोड़े ये रिकॉर्ड्स
क्लासेन ने अपनी 174 रन की पारी के दम पर साउथ अफ्रीका के लिए दूसरा सबसे तेज 150 रन बनाने का रिकॉर्ड हासिल किया। इस मामले में ये दुनिया का चौथा सबसे तेज 150 रन का रिकॉर्ड है। नंबर एक पर साउथ अफ्रीका के ही एबी डिविलियर्स हैं जिन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 64 गेंद पर ये कारमामा कर दिया था। वहीं क्लासेन को ऐसा करने के लिए 77 गेंद लगी। वहीं क्लासेन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी सबसे तेज सेंचुरी जड़ने में भी कामयाब रहे हैं। इसके अलावा और भी कई रिकॉर्ड्स लिस्ट में क्लासेन का नाम जुड़ चुका है, जो आगे आपको इस रिपोर्ट में आगे जानने को मिलेगा।
भारत ने शनिवार को एकतरफा मुकाबले में पाकिस्तान को 10-2 से हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। गोल के अंतर से हॉकी के इतिहास में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ये सबसे बड़ी जीत है।
Asian Games 2023: हांगझू में चल रहे 19वें एशियाई खेलों में शनिवार, 30 सितंबर को सातवें दिन की समाप्ति तक भारत की झोली में कुछ और पदक जुड़ गए, जब मेंस 10,000 मीटर दौड़ के फाइनल में कार्तिक कुमार और गुलवीर सिंह क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। बहरीन के बिरहानु यमाताव बालेव ने 28:13:62 का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि कार्तिक और गुलवीर ने भारत को 37वां और 38वां पदक जीतने में मदद की। कार्तिक कुमार ने सिल्वर और गुलवीर सिंह ने ब्रांज मेडल अपने नाम किया।
कार्तिक 28:15:38 के टाइमस्टैम्प के साथ दूसरे स्थान पर रहे और गुलवीर 28:17:21 के टाइमस्टैम्प के साथ अपने हमवतन से कुछ सेकंड पीछे थे। शुक्रवार को महिला शॉटपुट में किरण बलियान के ऐतिहासिक कांस्य पदक के बाद मौजूदा एशियाई खेलों में एथलेटिक्स में यह भारत का दूसरा और तीसरा पदक था।
गोल्ड से चूके कार्तिक
कार्तिक और गुलवीर दोनों ने 10 किमी दौड़ में अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए भारत के लिए डबल पोडियम फिनिश सुनिश्चित की। कार्तिक और गुलवीर काफी पीछे थे क्योंकि बलेव और दावित फिकाडु की बहरीन जोड़ी दौड़ में सबसे आगे थी। हालांकि, यह जोड़ी अंतिम 100 मीटर में पदक की दौड़ में आ गई, जब एक के बाद एक तीन एथलीटों के बीच टक्कर से उन्हें इसका फायदा उठाने में मदद मिली। कार्तिक ने आखिरी कुछ सेकंड में काफी मेहनत की लेकिन गोल्ड मेडल जीतने से सिर्फ दो सेकंड पीछे रह गए। भारत के पास अब 10 गोल्ड, 14 सिल्वर और 14 ब्रांज मेडल के साथ 38 पदक हो गए हैं।
भारत के लिए रहा शानदार दिन
भारत रविवार को आठवें दिन कुछ और पदक जोड़ेगा, जिसमें सुतीर्था और अयहिका की मुखर्जी जोड़ी ने विश्व चैंपियन चीन को हराकर पहली बार महिला डबल्स टेबल टेनिस में पदक पक्का किया। यह कोर्ट पर भारत के लिए पहले से ही एक यादगार दिन था क्योंकि रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले की मिक्स्ड डब्ल्स टेनिस जोड़ी ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि मेंस स्क्वैश टीम ने रोमांचक फाइनल में पाकिस्तान पर जीत हासिल की और अभय सिंह ने अंतिम गेम 12-10 से जीत लिया।
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Indian Men Badminton Team, Asian Games 2023
हांगझोउ में खेले जा रहे 19वें एशियन गेम्स में सातवां दिन भारत के लिए काफी यादगार रहा। आज के दिन भारत के लिए दो गोल्ड मेडल आए तो भारत की पुरुष हॉकी टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक 10-2 की जीत दर्ज की। वहीं टेबल टेनिस में महिला जोड़ी ने विश्व चैंपियन चीनी जोड़ी को हराया। स्क्वैश में पाकिस्तान को हराकर भारत ने गोल्ड जीता। इसके बाद शाम होते-होते भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने इतिहास रच दिया। भारतीय टीम ने रिपब्लिक ऑफ कोरिया को 3-2 से हराया और पहली बार एशियन गेम्स के इतिहास में फाइनल में जगह बनाई।
भारत को मिलेगा एशियाड का चौथा मेडल
1951 में पहली बार एशियन गेम्स आयोजित हुए थे। उसके 72 साल बाद अब पहली बार भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने फाइनल में जगह बनाई है। यानी भारतीय टीम ने अब अपना सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है। यह पुरुष बैडमिंटन टीम इवेंट में भारत का चौथा मेडल होगा और पहला सिल्वर कम से कम होगा या पहला गोल्ड भी हो सकता है। पहली बार भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने 1986 में सियोल में सैय्यद मोदी के नेतृत्व में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। जबकि 1982 और 1974 में भी भारत ने इस प्रतियोगिता में कांस्य अपने नाम किया था।
सेमीफाइनल में हुई रोमांचक जंग
सेमीफाइनल मुकाबले में पांच मैच खेले गए जिसमें 3-2 से भारत ने कोरिया को मात दी। पहले मैच में वर्ल्ड चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एचएस प्रणय ने कोरियाई प्रतिद्वंद्वी को पुरुष एकल में 18-21, 21-16, 21-19 से हराया। इसके बाद भारत की स्टार जोड़ी सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी के हाथ निराशा लगी और भारत 2-0 की लीड नहीं ले पाया। भारतीय जोड़ी यहां 18-21, 21-16, 21-19 से हार गई।
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फिर लक्ष्य सेन ने युंग्यू ली को 21-7, 21-9 से सीधे गेम में हराकर लीड को 2-1 कर दिया। उसके बाद अर्जुन मदाथिल रामचंद्रन और ध्रुव कपिला की भारतीय जोड़ी डबल्स में 16-21 और 11-21 से हार गई। स्कोर 2-2 था। अंत में भारत के किदांबी श्रीकांत ने 12-21, 21-16 और 21-14 से मैच जीतकर भारत को 3-2 से जीत दिला दी। अब फाइनल में भारत का सामना चीन से होगा जिसने सेमीफाइनल में जापान को 3-1 से मात दी।