मैड्रिड: दुनिया के पूर्व नंबर एक खिलाड़ी राफेल नडाल (Rafael Nadal) ने गुरुवार को घोषणा की कि कूल्हे की चोट के कारण वह फ्रेंच ओपन से हट रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि 2024 उनके पेशेवर करियर का अंतिम सत्र होगा। क्ले कोर्ट ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट फ्रेंच ओपन में रिकॉर्ड 14 खिताब जीतने वाले नडाल 2005 में इस टूर्नामेंट में पदार्पण के बाद पहली बार इसमें नहीं खेल पाएंगे। अगले महीने 37 वर्ष के होने वाले नडाल ने स्पेन के मेनाकोर में अपनी टेनिस अकादमी में एक संवाददाता सम्मेलन में दौरान अपनी वापसी और भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी।उन्होंने कहा कि वह टेनिस टूर पर वापसी के लिए कोई तारीख तय नहीं करना चाहते हैं लेकिन उम्मीद करते हैं कि इसमें कुछ महीने लगेंगे। इस 22 बार के ग्रैंड स्लैम चैंपियन ने कहा, ‘आप कभी नहीं जानते कि भविष्य में चीजें कैसी होंगी लेकिन मेरा इरादा है कि अगला साल मेरा आखिरी साल (पेशेवर टूर पर) होगा।’ पेरिस में रोलां गैरो पर 28 मई को फ्रेंच ओपन शुरू होगा। नडाल ने फ्रेंच ओपन में 18 बार हिस्सा लेते हुए 112 मैच जीते हैं और उन्हें सिर्फ तीन बार हार का सामना करना पड़ा है जो किसी भी एक ग्रैंडस्लैम में महिला और पुरुष वर्ग में विश्व रिकॉर्ड है। जब नडाल ने पिछले साल 36 साल की उम्र में पैर के पुराने दर्द से जूझते हुए ट्रॉफी जीती तो वह टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे उम्रदराज चैंपियन बन गए। नडाल ने कहा, ‘मैं रुकने जा रहा हूं, मैं ट्रेनिंग नहीं कर रहा। मैं ट्रेनिंग के लिए तैयार नहीं हूं। इन कई महीनों में निराशा के कई क्षणों का सामना करना पड़ा और मैं हताशा से निपट सकता हूं लेकिन एक समय आता है जब आपको रुकना पड़ता है।’
भारत ने शनिवार को एकतरफा मुकाबले में पाकिस्तान को 10-2 से हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। गोल के अंतर से हॉकी के इतिहास में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ये सबसे बड़ी जीत है।
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Indian Men Badminton Team, Asian Games 2023
हांगझोउ में खेले जा रहे 19वें एशियन गेम्स में सातवां दिन भारत के लिए काफी यादगार रहा। आज के दिन भारत के लिए दो गोल्ड मेडल आए तो भारत की पुरुष हॉकी टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक 10-2 की जीत दर्ज की। वहीं टेबल टेनिस में महिला जोड़ी ने विश्व चैंपियन चीनी जोड़ी को हराया। स्क्वैश में पाकिस्तान को हराकर भारत ने गोल्ड जीता। इसके बाद शाम होते-होते भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने इतिहास रच दिया। भारतीय टीम ने रिपब्लिक ऑफ कोरिया को 3-2 से हराया और पहली बार एशियन गेम्स के इतिहास में फाइनल में जगह बनाई।
भारत को मिलेगा एशियाड का चौथा मेडल
1951 में पहली बार एशियन गेम्स आयोजित हुए थे। उसके 72 साल बाद अब पहली बार भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने फाइनल में जगह बनाई है। यानी भारतीय टीम ने अब अपना सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है। यह पुरुष बैडमिंटन टीम इवेंट में भारत का चौथा मेडल होगा और पहला सिल्वर कम से कम होगा या पहला गोल्ड भी हो सकता है। पहली बार भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने 1986 में सियोल में सैय्यद मोदी के नेतृत्व में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। जबकि 1982 और 1974 में भी भारत ने इस प्रतियोगिता में कांस्य अपने नाम किया था।
सेमीफाइनल में हुई रोमांचक जंग
सेमीफाइनल मुकाबले में पांच मैच खेले गए जिसमें 3-2 से भारत ने कोरिया को मात दी। पहले मैच में वर्ल्ड चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एचएस प्रणय ने कोरियाई प्रतिद्वंद्वी को पुरुष एकल में 18-21, 21-16, 21-19 से हराया। इसके बाद भारत की स्टार जोड़ी सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी के हाथ निराशा लगी और भारत 2-0 की लीड नहीं ले पाया। भारतीय जोड़ी यहां 18-21, 21-16, 21-19 से हार गई।
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फिर लक्ष्य सेन ने युंग्यू ली को 21-7, 21-9 से सीधे गेम में हराकर लीड को 2-1 कर दिया। उसके बाद अर्जुन मदाथिल रामचंद्रन और ध्रुव कपिला की भारतीय जोड़ी डबल्स में 16-21 और 11-21 से हार गई। स्कोर 2-2 था। अंत में भारत के किदांबी श्रीकांत ने 12-21, 21-16 और 21-14 से मैच जीतकर भारत को 3-2 से जीत दिला दी। अब फाइनल में भारत का सामना चीन से होगा जिसने सेमीफाइनल में जापान को 3-1 से मात दी।
जोस बटलर की अगुवाई में इंग्लैंड टीम अपने खिताब का बचाव करने उतरेगी। इंग्लैंड की टीम एक बार टाइटल जीतने के प्रबल दावेदार है, लेकिन टीम के लिए भारत की परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाना चुनौतीपूर्ण होगा।