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फिलिस्तीन नहीं बल्कि इजरायल की मदद कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान की ना तो दोस्ती अच्छी और ना ही दुश्मनी। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान किसी का सगा नहीं है। दरअसल हमेशा फिलिस्तीन का साथ देने वाले पाकिस्तान ने गुपचुप तरीके से इजरायल को बम भिजवाया है। पाकिस्तान उन मुस्लिम देशों में शामिल है जो इजरायल को देश तक नहीं मानता है। लेकिन अब खबर आ रही है कि पाकिस्तान ने इजरायल को तोप के गोले भिजवाए हैं। कुछ रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि तोप के गोले RAF अक्रोटिरी बेस के जरिए इजरायल पहुंचाए गए हैं। सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया गया। इस पोस्ट में बताया गया कि ब्रिटिश रॉयल एयरफोर्स और अमेरिकी वायु सेना के जरिए पाकिस्तान ने इजरायल को 155एमएम के तोप के गोले भिजवाए हैं। दावा है कि दूसरे देशों के जरिए इजरायल को पाकिस्तान ने ये हथियार भिजवाए। रॉयल एयरफोर्स का विमान बहरीन एयरपोर्ट से रावलपिंडी के नूरखान एयरबेस पहुंचा। यहां से एयरक्राफ्ट बहरीन फिर ओमान होते साइप्रस पहुंचा। साइप्रस के जरिए ये हथियार इजरायल को दिया गया है।
इजरायली अखबार का बड़ा दावा
इजरायली अखबार हारेत्ज ने भी बीते दिनों ऐसा ही दावा किया था। इजरायली अखबार ने दावा करते हुए कहा, ’40 से ज्यादा अमेरिकी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट, 20 ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और सात हैवी कार्गो हेलीकॉप्टरों ने RAF अक्रोटिरी बेस के लिए उड़ान भरी है। इन विमानों में हथियार समेत कई अन्य उपकरण मौजूद हैं।’ हारेत्ज ने आगे कहा कि नेगेव रेगिस्तान के पास नेवातिन वायु सेना बेस पर उतरने वाले अमेरिकी विमानों ने इजरायल की सेना को हथियार पहुंचाए हैं। इन विमानों में कई जरूरी चीजों के साथ बख्तरबंद वाहन भी लदे हुए थे। हालांकि पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय और पाकिस्तानी सरकार द्वारा इन खबरों का खंडन किया जाता रहा है।
इजरायल और पाकिस्तान का गुपचुप रिश्ता?
दरअसल पाकिस्तान उन देशों में से है जो इजरायल को मान्यता नहीं देता। पाकिस्तानी पासपोर्ट के पीछे एक चेतावनी भी होती है, जिसमें लिखा होता है- यह पासपोर्ट इजरायल को छोड़कर दुनिया के सभी देशों के लिए वैध है। लेकिन तुर्की के रास्ते इजरायल तक पहुंचने का पाकिस्तान का पुराना इतिहास रहा है। साल 2009 में विकीलीक्स की तरफ से दावा किया कि खुफिया एजेंसी ISI ने मुंबई में हुए 26/11 हमले के प्रति इजरायल को आगाह किया था। ISI ने इजरायल को संदेश भिजवाया कि आतंकवादियों द्वारा मुंबई में यहूदियों के एक सेंटर को निशाना बनाया जाएगा। साल 2020 में अब्राहम समझौते की सफलता के बाद, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने दावा किया कि अमेरिका के अलावा एक अन्य देश चाहता है कि इजरायल के साथ पाकिस्तान के रिश्ते सामान्य हों।
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यमन में अपहृत जहाज पर बन रहे टिकटॉक वीडियो
Yemen News: यमन के हूती विद्रोहियों ने जिस इजराइल से जुड़े एक कार्गो जहाज का अपहरण कर लिया था, उस जहाज का उपयोग अनोखे तरीके से हो रहा है। इस जहाज पर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर टिकटॉक वीडियो बना रहे हैं।
पिछले 19 नवंबर को लाल सागर से हूती विद्रोहियों ने भारत की ओर जा रहे इजराइली बेस्ड इस कार्गो जहाज को अगवा कर लिया था। इसके तहत नकाब और हथियारपोश हमलवर जहाज पर चढ़ गए थे और बंदूक की नोंक पर फिल्मी स्टाइल में जहाज को कब्जे में ले लिया था। हालांकि अब कहानी बदल चुकी है। इस जहाज का यमन में अलग ही तरह से उपयोग हो रहा है।
यमन के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का टिकटॉक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा, जिसमें वे लोग कब्जे वाले गैलेक्सी मालवाहक जहाज पर नाच रहे हैं। हूती समूह की तरफ से जब्त किए गए मालवाहक जहाज पर वीडियो शूट किया गया। इसमें 10 लोगों को नाचते हुए दिखाया गया है। बता दें कि अब्दुल रहमान अल जौबी और मुस्तफा अल मुमारी यमन के कॉमेडियन स्टार है। उन्होंने डेक पर नाचने वाले क्लिप को यूट्यूब और टिकटॉक पर पोस्ट किया।
गैलेक्सी जहाज पर युवक थिरके
वीडियो के एक क्लिप में गैलेक्सी जहाज पर अल जौबी के साथ कुछ युवक भी थिरकते नजर आ रहे है। बता दें कि अल जौबी के यूट्यूब पर लगभग 42,000 सब्सक्राइबर हैं। वो मालवाहक जहाज पर कुछ लोगों के साथ एक लिफ्ट में दिखाई दे रहे हैं, जिसमें अल जौबी अपने कान पर एक सेल फोन रखते हुए कैमरे के सामने बोल रहे हैं। वायरल वीडियो में लोगों की एक कतार को जहाज के शीर्ष डेक पर नाचते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में तीन लोग यमन के झंडे लहरा रहे हैं, जबकि अन्य के हाथ में हथियार हैं।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने क्या दी चेतावनी?
एक अन्य यूट्यूब वीडियो में यमन के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अल मुमारी को जहाज के डेक पर देखे जाने से पहले छोटी सेलबोट में गैलेक्सी लीडर के पास जाता है। इस दौरान उन्होंने इजरायल से गाजा पर बमबारी बंद करने का भी आग्रह किया। साथ ही चेतावनी दी कि अगर खून-खराबा जारी रहा, तो लोगों को अपने जहाजों के चोरी होने की उम्मीद करनी चाहिए।
Israel News: इजराइल में फिर गोलीबारी की खबर है। जानकारी के अनुसार येरुशलम के पास सड़क पर गुजर रहे लोगों पर हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। हालांकि पुलिस ने दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार यरुशलम के प्रवेश स्थान पर मुख्य राजमार्ग के पास बस का इंतजार कर रहे और मार्ग से गुजर रहे लोगों पर गुरुवार को बंदूकधारियों ने गोलीबारी की। इजराइल की पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना में 7 लोग घायल हो गए। इनमें से 3 लोगों की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि घटना सुबह के बेहद व्यस्त समय में हुई। पुलिस ने बताया कि दोनों हमलावरों को मार गिराया गया है।
संघर्ष विराम खत्म होने से महज 8 मिनट पहले फिर बढ़ा सीजफायर
इसी बीच बड़ी खबर यह है कि इजराइल-हमास के बीच सीजफायर खत्म होने से 8 मिनट पहले यानी भारतीय समयानुसार सुबह 10:22 बजे इसे 1 दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। इजराइल और कतर के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक हमास ने आज आजाद होने वाले 10 बंधकों की लिस्ट दी है, जिसे इजराइल ने पास कर दिया है। युद्ध विराम के तहत हमास हर दिन 10 बंधकों को छोड़ेगा। इसके बदले में इजराइल 30 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इजराइली सेना ने बताया कि सीजफायर की दूसरी शर्तों पर अब भी बातचीत जारी है।
गाजा पट्टी से 16 बंधक इजराइल को सौंपे
इससे पहले इजराइल और हमास में संघर्ष विराम के बीच हमास ने गाजा पट्टी से 16 बंधकों को इजराइल को सौंप दिया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, नागरिकों के इस समूह में इजरायली और थाई नागरिक शामिल थे। इन बंधकों को छोड़ने के बदले इस्राइल 30 फलस्तीनी महिलाओं और बच्चों को जेलों से रिहा करेगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल सुरक्षा बल (आईडीएफ) ने हमास की कैद से 16 बंधकों की रिहाई की पुष्टि की है। आईडीएफ ने कहा कि बंधकों के परिवारों को ताजा जानकारी से अपडेट किया जा रहा है।
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अमेरिकी एयरफोर्स विमान हादसे से घबराया जापान
America Japan: अमेरिकी सैन्य विमान के जापान के तट के निकट दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जापान घबरा गया है। जापान अपनी ‘ऑस्प्रे’ उड़ान निलंबित कर सकता है। जानकारी के अनुसार जापान में अमेरिकी वायु सेना के ‘ऑस्प्रे’ विमान के एक प्रशिक्षण अभियान के दौरान दक्षिणी तट के पास समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जापान अपनी ‘ऑस्प्रे’ उड़ानों को निलंबित करने पर विचार कर रहा है।
टोक्यो ने अमेरिकी सेना से दुर्घटना के पीड़ितों की तलाश करने वाल विमानों को छोड़कर जापान में संचालित होने वाली सभी ‘ऑस्प्रे’ विमानों के परिचालन को रोकने के लिए भी कहा है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। जापान के रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी तारो यामातो ने संसद में सुनवाई के दौरान कहा कि जापान कुछ समय के लिए ‘ऑस्प्रे’ उड़ानें निलंबित करने की योजना बना रहा है।
ट्रेनिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था विमान
जापान में संचालित अमेरिकी वायु सेना का एक ‘ऑस्प्रे’ विमान बुधवार को देश के दक्षिणी तट के पास एक प्रशिक्षण अभियान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चालक दल के आठ सदस्यों में से कम से कम एक की मौत हो गई। जापानी तटरक्षक प्रवक्ता काजुओ ओगावा ने कहा कि दुर्घटना का कारण और उसमें सवार सात अन्य लोगों की स्थिति का तुरंत पता नहीं चल पाया है। तटरक्षक ने रातभर खोज जारी रखने की योजना बनाई।
‘हाइब्रिड’ विमान है ‘ऑस्प्रे’, हेलिकॉप्टर की तरह भरता है उड़ान
‘ऑस्प्रे’ एक ‘हाइब्रिड’ विमान है जो हेलीकॉप्टर की तरह उड़ान भरता और उतरता है, लेकिन उड़ान के दौरान यह अपने प्रणोदक को आगे की ओर घुमा सकता है और हवाई जहाज की तरह बहुत तेजी से उड़ान भर सकता है। ‘ऑस्प्रे’ से संबंधित कई दुर्घटनाएं हुई हैं। इनमें जापान में होने वाले हादसे भी शामिल हैं जहां उनका उपयोग अमेरिकी और जापानी सैन्य अड्डों पर किया जाता है। ओकिनावा के गवर्नर डेनी तमाकी ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि वह अमेरिकी सेना से जापान में सभी ‘ऑस्प्रे’ उड़ानों को निलंबित करने के लिए कहेंगे।