Prithvi Shaw : भारतीय टीम के खिलाड़ी पृथ्वी शॉ एक बार फिर से चर्चा में हैं। हालांकि वे अभी टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं, लेकिन इस बीच क्रिकेट के अलावा दूसरी बातों को लेकर चर्चा में आ गए हैं। दरअसल पिछले दिनों पृथ्वी शॉ के दोस्त की कार पर हमला हुआ था, इसमें अब पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पृथ्वी शॉ के जिस दोस्त की कार पर हमला हुआ था, वो बिजनेसमैन बताया जा रहा है और मामला सेल्फी लेने को लेकर हुए विवाद का है। पता चला है कि पुलिस मुकदमा दर्ज कर अब आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
पृथ्वी शॉ दोस्त के साथ गए थे, इसी दौरान हुआ सेल्फी विवाद
बताया जा रहा है कि पृथ्वी शॉ पिछले दिनों अपने दोस्त के साथ कही गए हुए थे। इसी दौरान उनके पास कुछ लोग आए और पृथ्वी शॉ के साथ सेल्फी लेने की जिद करने लगे। खबर है कि पृथ्वी शॉ ने सेल्फी दे भी दी, इसके बाद भी वे और ज्यादा तस्वीरें लेने के लिए कहने लगे। इसके बाद उनको होटल से बाहर निकाल दिया गया। इससे लोग भड़क गए और पृथ्वी शॉ के दोस्त की कार पर हमला कर दिया। ये घटना उस वक्त हुई, जब दोस्त पृथ्वी शॉ को छोड़कर वापस जा रहा था। इसी दौरान बीच में ही कार को रोककर उसमें तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया। अच्छी बात ये रही कि पृथ्वी शॉ खुद उस दौरान कार में मौजूद नहीं थे। आरोप तो ये भी है कि आरोपियों ने पृथ्वी शॉ के दोस्त से कुछ रुपयों की भी मांग की गई, जिसे दोस्त ने नहीं माना। अब ओशिवारा पुलिस स्टेशन में 8 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। ओशिवारा पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 148,149, 384, 437, 504, 506 के तहत मामला किया दर्ज किया गया है आगे की जांच की जा रही है।
ऐसा रहा पूरा घटनाक्रम
खबर है कि सना गिल और शोभित ठाकुर नाम के फैन सहित कुछ अन्य लोगों ने पृथ्वी शॉ के दोस्त के साथ मारपीट की। घटना 15 फरवरी की रात की है और घटना सहारा स्टार होटल में हुई। पृथ्वी शॉ और उसका दोस्त, एक रेस्टोरेंट में डिनर के लिए गए थे। इस दौरान पृथ्वी शॉ का फैन, एक लड़की फैन उनके टेबल पर आ गए और फोटो क्लिक करने लगा। कुछ फोटो क्लिक करने के बाद फैन वीडियो और फोटो लेना बंद नहीं किया, जिसके बाद पृथ्वी शॉ ने अपने दोस्त व होटल मालिक को बुलाया और फैंस को हटाने को कहा। रेस्टोरेंट के मैनेजर ने फैन को रेस्टोरेंट से निकाल दिया। यह शख्स रेस्टोरेंट के बाहर पृथ्वी शॉ और उसके दोस्त के निकलेने का इंतज़ार करता रहा। इसके बाद पृथ्वी शॉ के दोस्त को सिग्नल पर रोक लिया और कार का शीशा तोड़कर मारपीट करने लगा। इतना ही नहीं, पृथ्वी के दोस्त से 50000 हजार भी मांगने लगा। जब शीशा तोड़ दिया तो कोई मामला नहीं बढ़े इसलिए पृथ्वी को दूसरे कार में रवाना किया।
पृथ्वी शॉ चल रहे हैं टीम इंडिया से बाहर
पृथ्वी शॉ को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज के लिए टीम इंडिया में हाल ही में शामिल किया गया था, लेकिन वे सीरीज में एक भी मैच नहीं खेल पाए। टीम में होने के बाद भी उन्हें मौका नहीं मिला। हालांकि उन्होंने अपना पहला टी20 मैच साल 2021 की जुलाई में खेला था, लेकिन उसमें वे बिना खाता खोले ही आउट हो गए थे। हालांकि टेस्ट और वनडे में भी पृथ्वी शॉ टीम इंडिया के लिए डेब्यू कर चुके हैं, लेकिन वे लंबे समय से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं और उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल पा रहा है। इस बीच घटना में वैसे तो पृथ्वी शॉ का कोई खास रोल नहीं है, लेकिन वे चर्चा में तो आ ही गए हैं। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई करने में जुट गई है।
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने सोमवार को एक प्रॉपर्टी डीलर से रंगदारी मांगने, मारपीट करने और अपहरण करने के मामले में माफिया पूर्व सांसद अतीक अहमद और उनके बेटे उमर अहमद की आरोप मुक्त करने का अनुरोध करने वाली याचिका खारिज कर दी है.
उच्चतम न्यायालय सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की अग्निपथ योजना को सही ठहराने वाले दिल्ली उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई के लिए सोमवार को सहमत हो गया.
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प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी. एस. नरसिम्हा और न्यायमूर्ति जे. बी. पारदीवाला की पीठ, हालांकि शुरू में याचिका पर विचार करने के लिए अनिच्छुक थी और इसने याचिकाकर्ता से कहा कि वह अपने फैसले की समीक्षा के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाए.
याचिकाकर्ता के वकील ने, हालांकि अनुरोध किया कि यह याचिका भर्ती पर रोक लगाने से संबंधित है. अदालत ने तब वकील को एक नोट प्रस्तुत करने को कहा तथा मामले की सुनवाई के लिए 10 अप्रैल की तारीख मुकर्रर कर दी.
पीठ ने कहा, ‘संबद्ध पक्षों के वकील सुनवाई की अगली तारीख से कम से कम दो दिन पहले ई-मेल के जरिये अपनी संक्षिप्त दलीलें दाखिल करेंगे.’
उच्च न्यायालय ने 27 फरवरी को कहा था कि अग्निपथ योजना राष्ट्रीय सुरक्षा को बनाए रखने के प्रशंसनीय उद्देश्य के साथ राष्ट्रहित में तैयार की गई थी.
अदालत ने योजना की वैधता पर सवाल उठाने वाली याचिकाओं के एक समूह को खारिज कर दिया था और इसे केंद्र का ‘सुविचारित’ नीतिगत निर्णय करार दिया था.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हिन्दुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर पर राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर सोमवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा. शिंदे ने यह भी कहा कि शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी राज्य भर में ‘सावरकर गौरव यात्रा’ निकालेगी.
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उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के साथ संवाददाताओं को संबोधित कर रहे मुख्यमंत्री शिंदे ने इन टिप्पणियों का विरोध करने के लिए ठाकरे से ‘हिम्मत’ दिखाने को कहा.
शिंदे ने कहा कि ठाकरे नीत पार्टी ने पिछले सप्ताह लोकसभा सदस्य के रूप में राहुल गांधी को अयोग्य ठहराए जाने के विरोध में कांग्रेस का समर्थन करने के साथ ही सारी सीमाएं लांघ दीं.
गौरतलब है कि 2019 में चुनावी रैली के दौरान की गई एक टिप्पणी को लेकर दायर मानहानि के फौजदारी मुकदमे में गुजरात के सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को 23 मार्च को दो साल कैद की सजा सुनाई थी. अगले ही दिन उन्हें सजा सुनाए जाने के दिन से लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया गया.
शिंदे ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ऐसे में जब आप (ठाकरे) कहते हैं कि सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे, आप क्या करने वाले हैं. आपको हिम्मत दिखाने की जरूरत है.”
शिंदे ने कहा कि शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे ने 2004 में सावरकर के खिलाफ तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर उनके खिलाफ ‘जोडा मारा अभियान ‘(चप्पल मारो अभियान) चलाया था.
शिंदे ने आरोप लगाया, ‘‘जो हिन्दुत्व की बात करते हैं, उनके विधायक कह रहे हैं कि सावरकर का अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे, वह राजनीति और महा विकास आघाड़ी के लिए चुप हैं. यह दोहरा मानदंड है.” रविवार को एक रैली में ठाकरे ने कहा था कि वह सावरकर को अपना ‘‘आदर्श” मानते हैं और गांधी से उनका ‘अपमान’ करने से बचने को कहा.