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नेपाल में कैटरपिलर फंगस की तलाश में गया था दल और पीछे-पीछे चल रहे थे यमराज, 3 की मौत

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Image Source : AP
प्रतीकात्मक फोटो

नेपाल में हिमस्खलन की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामले में नेपाल के मुगु जिले में हिमस्खलन की एक और घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। एक स्थानीय अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। यह घटना ऐसे वक्त में हुई जब जुमला जिले के कुल 15 लोग कैटरपिलर फंगस यार्सागुम्बा की तलाश में मुगु गए थे, लेकिन उन्हें भला क्या पता था कि उनके पीछे-पीछे यमराज भी चल रहे हैं। अचानक वे शनिवार को हिमस्खलन की चपेट में आ गए और इनमें से 3 लोगों की मौत हो गई।

पतरासी ग्रामीण नगर पालिका के अध्यक्ष पूर्णा सिंह बोहोरा ने शिन्हुआ को बताया, सभी 15 लोग हिमस्खलन में दब गए, जिसमें तीन की जान चली गई, बाकि घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों का लोकल हेल्थ पोस्ट में इलाज चल रहा है। मुगु के मुख्य जिला अधिकारी मोहन बहादुर थापा ने कहा कि बचाव अभियान के लिए सुरक्षाकर्मियों की एक टीम भेजी गई है, लेकिन बर्फबारी के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन में रुकावटें आ रही हैं।

यह नेपाल में सबसे दूरस्थ जिले के रूप में जाना जाता है। उन्होंने सिन्हुआ को बताया, घटना स्थल जिला मुख्यालय से दो दिन की पैदल दूरी पर है। हमारी बचाव टीम अभी तक वहां नहीं पहुंची है। इससे पहले 2 मई को, पश्चिमी नेपाल के दारचुला जिले में एक हिमस्खलन में यार्सागुम्बा के पांच लोगों की मौत हो गई थी।

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Imran Khan News: इमरान की पार्टी का बड़ा विकेट गिराएंगे बागी नेता! जेल में बंद शाह महमूद कुरैशी से की मुलाकात

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इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के बागी नेताओं ने जेल में बंद पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से मुलाकात की। इस दौरान बागी नेताओं ने कुरैशी को इमरान खान का साथ छोड़ने के लिए मनाने की कोशिश की। बागी नेताओं का दावा है कि इमरान खान पाकिस्तान के खिलाफ जाकर राजनीति कर रहे हैं।

 



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UK Pakistan Relations: पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल मुनीर से मिले ब्रिटिश आर्मी चीफ, जानें किन मुद्दों पर हुई बात

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इस्लामाबाद: ब्रिटिश सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ जनरल सर पैट्रिक सैंडर्स ने बुधवार को पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से मुलाकात की। जनरल मुनीर को पाकिस्तान में मुल्ला जनरल के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान दोनों देशों के सेनाध्यक्षों ने आतंकवाद के मुद्दे पर बातचीत की। पाकिस्तान का दावा है कि ब्रिटिश आर्मी चीफ ने मुलाकात के दौरान आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तानी सेना के बलिदान को स्वीकार किया। हालांकि, पूरी दुनिया यह जानती है पाकिस्तानी सेना आतंकवाद का सबसे बड़ा समर्थक और पोषक है।

पाकिस्तानी सेना की प्रॉपगैंडा विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने बयान जारी कर कहा कि जनरल सर सैंडर्स ने रावलपिंडी में जनरल मुख्यालय में जनरल मुनीर से मुलाकात की। जीएचक्यू में आगमन पर, सीजीएस यूके आर्मी ने यादगार-ए-शुहदा (शहीद स्मारक) पर पुष्पांजलि अर्पित की। पाकिस्तानी सेना के एक दल ने अपने विशिष्ट अतिथि ब्रिटिश आर्मी चीफ जनरल सर पैट्रिक सैंडर्स को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। बैठक के दौरान क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों और पारस्परिक हित के मामलों पर चर्चा की गई।

आईएसपीआर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और क्षेत्र में शांति और स्थिरता लाने के प्रयासों में पाकिस्तानी सेना के बलिदान और उपलब्धियों को अतिथि जनरल सर सैंडर्स ने स्वीकार किया। बयान में कहा गया है कि जनरल सर सैंडर्स ने आज रावलपिंडी में ज्वाइंट स्टाफ मुख्यालय में ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल साहिर शमशाद मिर्जा से भी मुलाकात की। ब्रिटिश सेना प्रमुख पांच दिवसीय यात्रा पर सोमवार को पाकिस्तान पहुंचे थे।

आईएसपीआर ने इस सप्ताह की शुरुआत में जारी एक बयान में कहा था कि जनरल सर सैंडर्स की यात्रा पाकिस्तान की विनाशकारी बाढ़ के लगभग एक साल बाद हुई है। इस बाढ़ में पाकिस्तान का लगभग एक-तिहाई हिस्सा जलमग्न हो गया था। पाकिस्तान का अनुमान है कि इस बाढ़ से 33 मिलियन लोग प्रभावित हुए थे। बयान में कहा गया है कि ब्रिटेन का रक्षा मंत्रालय पाकिस्तान के थल सेनाध्यक्ष के अनुरोध पर बाढ़ राहत कार्यों के लिए सहायता प्रदान करने, आठ नावों और 10 पोर्टेबल जनरेटरों में सहायता प्रदान करने में सीधे तौर पर शामिल था।



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इमरान खान पर पाकिस्तान की अदालतें मेहरबान, अल कादिर ट्रस्ट मामले में 19 जून तक मिली जमानत

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इस्लामाबाद: पाकिस्तान की एक भ्रष्टाचार रोधी अदालत ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को 50 अरब रुपये से अधिक के कथित भ्रष्टाचार से जुड़े अल-कादिर ट्रस्ट मामले में 19 जून तक के लिए जमानत दे दी। इससे पहले आज, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय द्वारा तीन दिन के लिए जमानत बढ़ाए जाने और इस अवधि में जवाबदेही अदालत जाने का निर्देश दिए जाने के बाद पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान इस्लामाबाद स्थित जवाबदेही अदालत के समक्ष पेश हुए। जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश मुहम्मद बशीर ने खान को पांच लाख रुपये के मुचलके पर 19 जून तक के लिए जमानत दे दी।इससे पहले, इमरान खान लाहौर से राजधानी पहुंचे और पहले इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) के समक्ष पेश हुए, जहां न्यायमूर्ति मियांगुल हसन औरंगजेब और न्यायमूर्ति समन रिफत इम्तियाज ने उन्हें जमानत के लिए भ्रष्टाचार रोधी अदालत जाने के निर्देश के साथ तीन दिन की सुरक्षात्मक जमानत प्रदान कर दी। इससे पहले, अदालत ने उन्हें 17 मई से 31 मई तक के लिए जमानत दी थी। संबंधित मामले में खान की ओर से वकील ख्वाजा हैरिस ने पैरवी की, जबकि अभियोजक मुजफ्फर अब्बासी द्वारा राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) का प्रतिनिधित्व किया गया।

इसी मामले में इमरान खान को नौ मई को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय परिसर से गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद देश में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में 10 से ज्यादा लोग मारे गए थे। हिंसा के आरोप में खान के हजारों समर्थक जेल में हैं। उच्चतम न्यायालय ने दो दिन बाद पीटीआई प्रमुख को इस्लामाबाद उच्च न्यायालय से जमानत लेने का निर्देश देकर रिहा कर दिया था। इस मौके पर मीडियाकर्मियों से अनौपचारिक बातचीत में खान ने कहा कि देश को ताकतवर प्रतिष्ठान चला रहा है। उन्होंने कहा, “सरकार और प्रतिष्ठान एक ही चीज हैं, बाद वाला पहले को चला रहा है। चुनाव कराने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।”

पिछले साल अप्रैल में संसद में अविश्वास मत के जरिए प्रधानमंत्री पद से हटाए जाने के बाद से ही खान पाकिस्तान में जल्द आम चुनाव कराए जाने की मांग करते रहे हैं। अपने वफादारों के पार्टी छोड़ने के सवाल पर खान ने कहा, “यह ब्लैकमेल करने की कोशिश है।” उन्होंने इस धारणा को भी खारिज किया कि राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के साथ उनके मतभेद हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त किए जाने से पहले अल्वी पीटीआई के वरिष्ठ सदस्य थे।

अलग से, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय की एक अन्य पीठ ने इमरान खान द्वारा दायर की गईं दो अतिरिक्त जमानत याचिकाओं पर सुनवाई की। ये मामले न्यायपालिका के प्रति समर्थन दिखाने के लिए इस्लामाबाद में आयोजित एक रैली के दौरान धारा 144 के उल्लंघन और नौ मई को हुई हिंसा की घटनाओं से संबंधित हैं। पीठ ने खान के वकील अली गौहर और सरकारी वकील अतिरिक्त अटार्नी जनरल मुनव्वर इकबाल की दलीलों के बाद दोनों याचिकाओं पर पीटीआई प्रमुख की सुरक्षात्मक जमानत 10 दिन के लिए बढ़ा दी और पुलिस को निर्देश दिया कि वह उन्हें नौ मई के बाद इस्लामाबाद के अधिकार क्षेत्र में दर्ज किसी भी मामले में गिरफ्तार न करे।

सुनवाई के दौरान खान के वकील ने अदालत को बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज हैं और उन्हें हर मामले में जांच के लिए पेश होना है। इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी भी ज़मानत हासिल करने के लिए अल-कादिर ट्रस्ट मामले में एक जवाबदेही अदालत के सामने पेश हुईं। अदालत ने बुशरा बीबी की ज़मानत याचिका को एनएबी के जांच अधिकारी मियां उमेर नदीम के यह कहने के बाद “निरर्थक” घोषित कर दिया कि मामले में उनकी गिरफ्तारी की जरूरत नहीं है।



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