Image Source : CCTV VIDEO
निजी अस्पताल में दंपत्ति को चाकू से गोदकर मारा
झालावाड़: राजस्थान के झालावाड़ जिले के भवानीमंडी कस्बे के एक निजी अस्पताल में इलाज करवाने पहुंचे पति-पत्नी पर जीप में सवार होकर आए करीब आधा दर्जन हथियारों से लेस बदमाशों ने हमला कर दिया। इस हमले में महिला अनीता कंवर की मौके पर ही मौत हो गई थी, वहीं पति जितेंद्र सोनगरा गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसको भवानी मंडी अस्पताल से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गाय। लेकिन वहां इलाज के दौरान जितेंद्र की भी मौत हो गई। घटना के बाद भवानीमंडी कस्बे में हड़कंप मच गया।
हिस्ट्रीशीटर था मृतक जितेंद्र सोनगरा
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक जितेंद्र सोनगरा और आरोपी भैरू गुर्जर पुराने हिस्ट्रीशीटर हैं, जिनके बीच पुरानी रंजिश चल रही थी। उसी के चलते वारदात को अंजाम दिया गया। मामले में जानकारी देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीलाल मीणा ने बताया कि मृतक जितेंद्र सोनगरा निवासी भेसोदामंडी अपनी पत्नी अनीता के साथ भवानीमंडी के एक निजी अस्पताल में उपचार के लिए गया हुआ था। इस दौरान एक चार पहिया वाहन में सवार होकर आए करीब आधा दर्जन बदमाशों अस्पताल में घुस गए और धारदार हथियार और चाकू से हमला कर दिया। हमले में गंभीर घायल महिला अनीता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और जितेंद्र सोनगरा गंभीर घायल हो गया था, जिसे भवानीमंडी में प्राथमिक उपचार के बाद झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जहां जितेंद्र सोनगरा की भी जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस ने दोनों के शवों को मोर्चरी में रखवा कर पोस्टमार्टम के लिये परिजनों को बुलाया गया।
जमीन पर कब्जे के लेकर थी पुरानी रंजिश
वहीं झालावाड़ पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने घटनाक्रम की जनकारी देते हुए बताया कि भैरू गुर्जर और जितेंद्र सोनगरा में पुरानी रंजिश को लेकर विवाद चल रहा है
और आरोपी भैरू गुर्जर और मृतक जितेंद्र पुराने हिस्ट्रीशीटर हैं। इनके खिलाफ सुनेल और भवानीमंडी थाना क्षेत्र में पुराने मामले दर्ज हैं। जमीनों पर कब्जा करना इन लोगों का पेशा है। इसी मामले को लेकर उनके बीच कोई रंजिश हो गई थी। ऐसे में भैरू गुर्जर ने जितेंद्र सोनगरा और उसकी पत्नी अनिता पर अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर हमला करा दिया और उनकी निर्मम हत्या कर दी। वहीं इस पूरे हत्या कांड का निजी अस्पताल में लगे CCTV वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग मारपीट करते नजर आरहे हैं।
आरोपियों की धर पकड़ के लिए लगीं पुलिस की 10 टीमें
पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ नामजद हत्या का मामला दर्ज किया है। पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने मुख्य आरोपी भैरू गुर्जर और दिनेश भील और करण गुर्जर सहित तीन आरोपियों के नामों का खुलासा किया है। वहीं आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिये पुलिस ने सीमावर्ती मध्य प्रदेश और भवानीमंडी थाना पुलिस द्वारा कुल 10 पुलिस टीमें गठित की गई हैं और आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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L2E Empuraan First Glimpse in Hindi: लुसिफर 2 की पहली झलक हुई रिलीज
नई दिल्ली:
मलयालम सिनेमा, जिसे अक्सर बौद्धिक रूप से समृद्ध कहानियों का केंद्र माना जाता है, ने पिछले कुछ वर्षों में लगातार शानदार फिल्में बनाई हैं जो अपने में गहराई और मैच्योरिटी समेटे हुए हैं. इस सफलता का एक मुख्य कारण प्रतिभाशाली एक्टर रहे हैं जिन्होंने अपने भरोसेमंद और यथार्थवादी एक्टिंग से मलयालम फिल्मों को विश्व स्तर पर ऊंचा उठाया है. मोहनलाल, जिन्हें प्यार से ‘कम्प्लीट एक्टर’ के नाम से जाना जाता है, मलयालम सिनेमा के बहुमुखी अभिनेताओं में से एक हैं. इंडस्ट्री में चार दशकों से अधिक और 350 से ज्यादा फिल्मों के साथ वह मलयालम सिनेमा सुपरस्टार हैं. उनकी अभिनय क्षमता और बॉक्स ऑफिस पर उनकी अटूट पकड़ उन्हें आज भी मलयालम सिनेमा के सबसे महंगे एक्टर में से एक बनाती है. फिल्म की इस पहली झलक में विवेक ओबेरॉय और मंजू वारियर भी नजर आ रहे हैं. इस तरह इस पहली झलक में मोहनलाल के एक्शन को देखा जा सकता है.
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एक्टर से डायरेक्टर बने पृथ्वीराज सुकुमारन 2019 की सुपरहिट फिल्म लुसिफर के पार्ट के साथ बतौर डायरेक्टर वापसी करने को तैयार हैं. ‘लुसिफर (L2E: Empuraan)’ शीर्षक से मोहनलाल और पृथ्वीराज एक बार फिर साथ आने वाले हैं. इस फिल्म को आशीर्वाद सिनेमाज के एंटनी पेरम्बवूर और लाइका प्रोडक्शंस के जीकेएम तमिल कुमारन मिलकर बना रहे हैं. लाइका प्रोडक्शंस के चेयरमैन सुबास्करन केरल जिसे गॉड्स ओन कंट्री भी कहा जाता है के दर्शकों के लिए फिल्म बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. उनका कहना है कि यह एक शुरुआत होगी और मलयालम दर्शकों के लिए मजबूत कहानियां पेश की जाएंगी.
Aditya L1 Mission: चंद्रयान-3 मिशन में मिली सफलता के बाद भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल1 को लेकर इसरो ने शनिवार को खुशखबरी दी है। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया है कि अब उसका यान पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से सफलतापूर्वक बाहर जा चुका है। अब तक आदित्य-एल1 ने पृथ्वी से मिलाकर 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी पूरी कर ली है। बेंगलुरु मुख्यालय वाली राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स’ पर एक बयान में कहा, ”आदित्य-एल1 पृथ्वी से 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुका है। अब यह सन-अर्थ लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) की ओर अपना रास्ता तलाश रहा है। यह दूसरी बार है जब इसरो किसी अंतरिक्ष यान को पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र के बाहर भेज सका। पहली बार मंगल ऑर्बिटर मिशन में भेजा था।
इसरो ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि आदित्य-एल1 सौर मिशन अंतरिक्ष यान ने डेटा एकत्र करना शुरू कर दिया है जो वैज्ञानिकों को पृथ्वी के आसपास के कणों के व्यवहार का विश्लेषण करने में मदद करेगा। इसमें कहा गया है कि एल1 के आसपास एकत्र किया गया डेटा सौर हवा और अंतरिक्ष मौसम की घटनाओं की उत्पत्ति, अनिसोट्रॉपी में अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा। पीएसएलवी-सी57 रॉकेट द्वारा आदित्य-एल1 का प्रक्षेपण 2 सितंबर को इसरो द्वारा सफलतापूर्वक पूरा किया गया था। आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान सूर्य का अध्ययन करने के लिए कुल सात अलग-अलग पेलोड ले गया है।
इसमें से चार सूर्य से प्रकाश का निरीक्षण करेंगे और शेष तीन प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के इन-सीटू मापदंडों को मापेंगे। बता दें कि आदित्य एल1 में दो मुख्य पेलोड हैं, विजिबल एमिशन लाइन कोरोनोग्राफी (वीईएलसी) और सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (एसयूआईटी)। लैग्रेंज प्वाइंट पर पहुंचने के बाद, वीईएलसी पेलोड रोजाना 1,440 तस्वीरें भेजेगा। इसलिए इस पेलोड को आदित्य-एल1 का काफी अहम पेलोड माना जा रहा है। आदित्य-एल1 को लैग्रेंजियन प्वाइंट 1 (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा। यह सूर्य के चारों ओर उसी सापेक्ष स्थिति में चक्कर लगाएगा और इसलिए लगातार सूर्य को देख सकता है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश के मामले में शनिवार को सेमिनलुन गंगटे को गिरफ्तार कर लिया. उसे एनआईए ने मणिपुर (Manipur) के चुराचांदपुर जिले से गिरफ्तार किया. उस पर आरोप है कि वह म्यांमार और बांग्लादेश के आतंकी संगठनों के नेतृत्व में रची गई एक अंतरराष्ट्रीय साजिश में शामिल है. मणिपुर में मौजूदा जातीय अशांति का फायदा उठाकर यह साजिश रची गई थी. एनआईए ने 19 जुलाई को स्वत: संज्ञान लेते हुए दिल्ली में यह मामला दर्ज किया था.
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एनआईए को जांच से पता चला कि, म्यांमार और बांग्लादेश के उग्रवादी गुटों ने मणिपुर में विभिन्न जातीय समूहों के बीच दरार पैदा करने के इरादे से हिंसा की घटनाओं में शामिल होने के लिए भारत में उग्रवादी नेताओं के एक वर्ग के साथ साजिश रची.
एनआईए को पता चला है कि इन गुटों का उद्देश्य भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ना है. इसके लिए इन समूहों का नेतृत्व हथियार, गोला-बारूद और आतंकवाद के लिए उपयोग किए जाने वाले अन्य प्रकार के सामान की खरीद के लिए धन मुहैया करा रहा है. यह सामान सीमा पार से और साथ ही भारत के उत्तर पूर्वी राज्यों में सक्रिय अन्य आतंकवादी संगठनों से हासिल किए जा रहे हैं.
आरोपी सेमिनलुन गंगटे को गिरफ्तारी के बाद नई दिल्ली लाया गया है. उसे यहां अदालत में पेश किया जाएगा. मामले में आगे की जांच जारी है.