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निचोड़-निचोड़ कर पैसा जुटा रहा पाकिस्तान, पर बेनजीर योजना में बढ़ाया 40 अरब का अनुदान; क्या है BISP प्रोग्राम?

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Benazir Income Support Programme: भारी नकदी संकट झेल रहा पाकिस्तान जहां लोगों पर पेट्रोल, बिजली से लेकर जीएसटी बम गिरा रहा है और आमलोगों को निचोड़-निचोड़कर पैसे जुटा रहा है, वहीं एक प्रोग्राम ऐसा भी है, जिसका अनुदान 40 अरब रुपये बढ़ा रहा है।  पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने बुधवार को नेशनल असेंबली में मिनी बजट पेश करते हुए कहा कि बढ़ती महंगाई के प्रभाव से समाज के दबे-कुचले वर्गों को बचाने के लिए सरकार ने बेनजीर आय सहायता कार्यक्रम (BISP) के बजट में 40 अरब रुपये की वृद्धि का प्रस्ताव किया है। 

उन्होंने कहा, “सरकार ने BISP बजट को 360 अरब रुपये से बढ़ाकर 400 अरब रुपये करने का प्रस्ताव किया है। ताकि BISP लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने के लिए 40 अरब रुपये अतिरिक्त धनराशि आवंटित की जा सके।”

क्या है बेनजीर आय सहायता कार्यक्रम (BISP):

BISP पाकिस्तान सरकार की एक केंद्रीय योजना है। इसके जरिए गरीबों को कैश ट्रांसफर किया जाता है। इसे एहसास प्रोग्राम पाकिस्तान के नाम से भी जाना जाता है। इस योजना को जुलाई 2008 में तत्कालीन राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के निर्देश पर उनकी दिवंगत पत्नी और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के नाम पर शुरू किया गया था। यह पाकिस्तान का सबसे बड़ा सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम है जो समाज में गरीबी उन्मूलन में योगदान देता है। 

वर्ष 2021-22 के लिए एहसास/बीआईएसपी कार्यक्रम के लिए बजटीय आवंटन 250 अरब रुपये था, जिसे वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़ाकर 364 अरब रुपये कर दिया गया था। आर्थिक रूप से जर्जर पाकिस्तान ने इसे अब बढ़ाकर 400 अरब रुपये कर दिया है। यूनाइटेड किंगडम का अंतर्राष्ट्रीय विकास विभाग इस कार्यक्रम का सबसे बड़ा विदेशी समर्थक है।

योजना का लाभ और योग्यता:

इस योजना के लाभुकों को हर दो महीने पर 3000 रुपये यानी प्रति माह 1500 रुपये की नकद सहायता राशि दी जाती है। इसका मकसद गरीब परिवारों की खरीद शक्ति को बढ़ाना है। ताकि वो राशन की खरीद कर सकें। इस योजना का लाभ उन महिलाओं को मिलता है, जो परिवार की मुखिया हैं और विधवा या तलाकशुदा हों। इनके अलावा जो महिलाएं शारीरिक या मानसिक रूप से अक्षम हों, वे भी इस योजना का लाभ उठा सकती हैं। लाभुक परिवार के पास आईडी कार्ड होना चाहिए।

योजना की आलोचना:

पाकिस्तान समेत दुनियाभर में इस योजना की आलोचना भी खूब होती है क्योंकि जिस पाकिस्तान में 10,000 रुपये में एलपीजी गैस का एक सिलिंडर मिलता हो और जहां 33 फीसदी महंगाई दर हो, वहां 1500 रुपये से कोई गरीब कैसे एक महीने तक गुजारा कर सकता है। पाकिस्तान में आटे की कीमत ही 140 रुपये से 160 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई है।

एक परिवार को 10 किलो आटा खरीदने में ही इससे ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं। ऐसे में यह योजना  लाभुकों के लिए ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है। ऊपर से इस योजना में भ्रष्टाचार की शिकायत आम है।



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दिल्ली : जब सड़क पर पलटकर कई मीटर तक घिसटती गई बेकाबू कार, देखें वीडियो

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नई दिल्ली:

दिल्ली में कार हादसे का एक हैरान करने वाला वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में एक तेज रफ्तार बेकाबू कार को सड़क पर घिसटते और कई बार पलटते देखा जा सकता है. पूरी घटना दक्षिणी दिल्ली के सीआर पार्क इलाके की है. इस घटना में एक 17 साल के स्कूली छात्र को मामूली चोटें आई हैं, उसे बाद में पास के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. बेकाबू कार ने सामने खड़ी एक कैब को भी टक्कर मारी है. इस घटना में कैब चालक गौरव को भी चोटें आई हैं. 

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पुलिस की जांच में पता चला है कि बेकाबू कार के पलटने के बाद वो सामने खड़ी एक कैब से जा टकराई. घटना के समय कैब चालक गौरव अपनी गाड़ी में अकेला था. पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची तो वहां बलेनो कार के साथ-साथ एक स्विफ्ट कार क्षतिग्रस्त स्थिति में दिखी. 

कैब चालक गौरव ने पुलिस को बताया है कि बलेनो कार का चालक अपनी कार को काफी तेजी से चलाता हुई उसकी कार की तरफ बढ़ रहा था औऱ बाद में उसने उसकी कार को पीछे से टक्कर मार दी. इस मामले को लेकर पुलिस फिलहाल सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, साथ ही घटना के समय आसपास मौजूद लोगों से भी पूछताछ की जा रही है. 



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यूपी निकाय चुनाव 2023 की दूर हुई सारी प्रॉब्लम, सुप्रीम कोर्ट से मिल गई हरी झंडी

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Image Source : FILE PHOTO
यूपी में नगर निकाय चुनाव का रास्ता साफ

यूपी निकाय चुनाव 2023: निकाय चुनाव का रास्ता अब साफ हो  गया है। जातिगत आरक्षण को लेकर सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार को शहरी स्थानीय निकाय चुनाव कराने की अधिसूचना जारी करने की अनुमति दे दी है। ओबीसी आरक्षण के मुद्दे की जांच के लिए गठित एक समर्पित आयोग ने अपनी अंतिम रिपोर्ट कोर्ट को सौंप दी है, जिसके बाद कोर्ट ने सरकार को चुनाव कराने की अनुमति दी है। सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अदालत के पिछले आदेश के आधार पर यूपी पिछड़ा वर्ग आयोग के लिए एक अधिसूचना जारी की है।

दो दिनों में जारी कर दी जाएगी अधिसूचना

न्यायालय की इस पीठ में शामिल जस्टिस पी.एस. नरसिम्हा और जेबी पदीर्वाला की पीठ ने कहा कि आयोग का कार्यकाल छह महीने का था, इसे 31 मार्च, 2023 तक अपना कार्य पूरा करना था, जबकि सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि रिपोर्ट 9 मार्च को पेश की गई है। पीठ ने आगे कहा कि इसके बाद अब स्थानीय निकाय चुनावों की अधिसूचना दो दिनों में जारी कर दी जाएगी।

 बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने इस साल जनवरी में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण दिए बिना शहरी स्थानीय निकाय चुनाव कराने के लिए उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग को इलाहाबाद उच्च न्यायालय के निर्देश पर रोक लगा दी थी। उत्तर प्रदेश सरकार ने तब अदालत के समक्ष तर्क दिया था कि उसने ओबीसी के प्रतिनिधित्व के लिए डेटा एकत्र करने के लिए पहले से ही एक समर्पित आयोग का गठन किया है।

हाई कोर्ट ने जारी कर दिया था आदेश

पिछले साल दिसंबर में उच्च न्यायालय ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित ट्रिपल टेस्ट फार्मूले का पालन किए बिना ओबीसी आरक्षण के मसौदे को तैयार करने को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर आदेश पारित किया था। शीर्ष अदालत ने पिछले साल मई में ‘के. कृष्ण मूर्ति (डॉ.) और अन्य बनाम भारत संघ और अन्य’ (2010) में संविधान पीठ के फैसले का हवाला दिया था, जिसमें कहा गया था कि ओबीसी आरक्षण के लिए पहले ‘ट्रिपल टेस्ट शर्तो’ को पूरा करना होगा।

इससे पहले इस साल मार्च में न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) राम अवतार सिंह, जिन्होंने आयोग का नेतृत्व किया था और चार अन्य सदस्य – सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी चोब सिंह वर्मा, महेंद्र कुमार और पूर्व अतिरिक्त कानून सलाहकार संतोष कुमार विश्वकर्मा और ब्रजेश कुमार सोनी मिले थे। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर जाकर शहरी विकास मंत्री ए.के. शर्मा और शहरी विकास विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में रिपोर्ट सौंपी।





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नकली पासपोर्ट लेकर नेपाल के रास्ते भाग सकता है अमृतपाल, भारत ने किया आगाह

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अमृतपाल को लेकर भारत ने नेपाल को अलर्ट किया है। काठमांडू स्थित इंडियन एंबेसी ने नेपाल सरकार को आगाह किया है कि अमृतपाल सिंह फेक पासपोर्ट इस्तेमाल करते हुए वहां शरण ले सकता है। उसका हुलिया भी बताया है।



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