वर्ष 2023 का नोबेल शांति पुरस्कार ईरान की नरगिस मोहम्मदी को दिया जाएगा। ईरान में महिलाओं के उत्पीड़न के खिलाफ उन्होंने लंबी लड़ाई लड़ी। मानवाधिकारों और आजादी के लिए उन्होंने काफी संघर्ष किया। मोहम्मदी को यह पुरस्कार ईरान में महिलाओं की हालत को बेहतर बनाने के लिए किए गए संघर्ष के चलते दिया गया। उन्होंने ईरान में महिलाओं की आजादी, उनके हालात को बेहतर बनाने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। नॉर्वे नोबेल समिति के अध्यक्ष बेरिट रीस-एंडरसन ने शुक्रवार को ओस्लो में पुरस्कार का एलान किया। रीस-एंडरसन ने बताया कि मोहम्मदी 13 बार जेल गईं और उन्हें 5 बार दोषी करार दिया गया, उन्हें कुल 31 साल जेल की सजा सुनाई गई है।
‘आंदोलन को जारी रखने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा’
रीस-एंडरसन ने कहा, ‘सबसे पहले यह पुरस्कार ईरान में पूरे आंदोलन के लिए बहुत अहम कार्य और उसकी निर्विवाद नेता नरगिस मोहम्मदी को मान्यता देने के लिए है। पुरस्कार के प्रभाव पर निर्णय करना नोबेल कमिटी का काम नहीं है। हम आशा करते हैं कि इससे आंदोलन को जारी रखने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा, फिर चाहे यह जिस रूप में भी हो।’ बता दें कि मोहम्मदी ने 2019 में हुए हिंसक प्रदर्शन के पीड़ितों के स्मारक पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया था जिसके बाद अधिकारियों ने उन्हें गत नवंबर में गिरफ्तार कर लिया था। मोहम्मदी 19वीं महिला हैं जिन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है जबकि यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह दूसरी ईरानी महिला हैं।
2003 में शिरिन इबादी को मिला था नोबेल पुरस्कार
मोहम्मदी से पहले 2003 में शिरिन इबादी को शांति के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। मोहम्मदी हाल ही में 22 साल की महसा अमीनी की मौत पर देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के लिए जेल में थीं। अमीनी की देश की मोरल पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद मृत्यु हो गई थी। उनकी मौत ने 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद ईरान में स्थापित धर्म आधारित शासन के समक्ष सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक चुनौती पेश की। अमीनी की मौत के बाद देश भर में शुरू हुए आंदोलन में 500 से अधिक लोग सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे गए जबकि करीब 22 हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया।
नोबेल विजेता को मिलती है भारी-भरकम राशि, साथ में डिप्लोमा भी
नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (लगभग 10 लाख अमेरिकी डॉलर या 8 करोड़ रुपये) का नकद पुरस्कार दिया जाता है। दिसंबर में पुरस्कार समारोह में विजेताओं को 18 कैरेट का गोल्ड मेडल और डिप्लोमा भी प्रदान किया जाता है। प्रतिष्ठित नोबेल शांति पुस्कार के विजेता का चुनाव नॉर्वे की एक्सपर्ट कमिटी ने 350 नामांकितों में से किया। पिछले साल का नोबेल प्राइज यूक्रेन, बेलारूस और रूस के मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने जीता था। इस पुरस्कार को तब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके बेलारूसी समकक्ष और सहयोगियों के लिए कड़े संदेश के रूप में देखा गया था।
Image Source : SOCIAL MEDIA
यमन में अपहृत जहाज पर बन रहे टिकटॉक वीडियो
Yemen News: यमन के हूती विद्रोहियों ने जिस इजराइल से जुड़े एक कार्गो जहाज का अपहरण कर लिया था, उस जहाज का उपयोग अनोखे तरीके से हो रहा है। इस जहाज पर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर टिकटॉक वीडियो बना रहे हैं।
पिछले 19 नवंबर को लाल सागर से हूती विद्रोहियों ने भारत की ओर जा रहे इजराइली बेस्ड इस कार्गो जहाज को अगवा कर लिया था। इसके तहत नकाब और हथियारपोश हमलवर जहाज पर चढ़ गए थे और बंदूक की नोंक पर फिल्मी स्टाइल में जहाज को कब्जे में ले लिया था। हालांकि अब कहानी बदल चुकी है। इस जहाज का यमन में अलग ही तरह से उपयोग हो रहा है।
यमन के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर का टिकटॉक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा, जिसमें वे लोग कब्जे वाले गैलेक्सी मालवाहक जहाज पर नाच रहे हैं। हूती समूह की तरफ से जब्त किए गए मालवाहक जहाज पर वीडियो शूट किया गया। इसमें 10 लोगों को नाचते हुए दिखाया गया है। बता दें कि अब्दुल रहमान अल जौबी और मुस्तफा अल मुमारी यमन के कॉमेडियन स्टार है। उन्होंने डेक पर नाचने वाले क्लिप को यूट्यूब और टिकटॉक पर पोस्ट किया।
गैलेक्सी जहाज पर युवक थिरके
वीडियो के एक क्लिप में गैलेक्सी जहाज पर अल जौबी के साथ कुछ युवक भी थिरकते नजर आ रहे है। बता दें कि अल जौबी के यूट्यूब पर लगभग 42,000 सब्सक्राइबर हैं। वो मालवाहक जहाज पर कुछ लोगों के साथ एक लिफ्ट में दिखाई दे रहे हैं, जिसमें अल जौबी अपने कान पर एक सेल फोन रखते हुए कैमरे के सामने बोल रहे हैं। वायरल वीडियो में लोगों की एक कतार को जहाज के शीर्ष डेक पर नाचते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में तीन लोग यमन के झंडे लहरा रहे हैं, जबकि अन्य के हाथ में हथियार हैं।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने क्या दी चेतावनी?
एक अन्य यूट्यूब वीडियो में यमन के सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अल मुमारी को जहाज के डेक पर देखे जाने से पहले छोटी सेलबोट में गैलेक्सी लीडर के पास जाता है। इस दौरान उन्होंने इजरायल से गाजा पर बमबारी बंद करने का भी आग्रह किया। साथ ही चेतावनी दी कि अगर खून-खराबा जारी रहा, तो लोगों को अपने जहाजों के चोरी होने की उम्मीद करनी चाहिए।
Israel News: इजराइल में फिर गोलीबारी की खबर है। जानकारी के अनुसार येरुशलम के पास सड़क पर गुजर रहे लोगों पर हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। हालांकि पुलिस ने दोनों हमलावरों को ढेर कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार यरुशलम के प्रवेश स्थान पर मुख्य राजमार्ग के पास बस का इंतजार कर रहे और मार्ग से गुजर रहे लोगों पर गुरुवार को बंदूकधारियों ने गोलीबारी की। इजराइल की पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि घटना में 7 लोग घायल हो गए। इनमें से 3 लोगों की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि घटना सुबह के बेहद व्यस्त समय में हुई। पुलिस ने बताया कि दोनों हमलावरों को मार गिराया गया है।
संघर्ष विराम खत्म होने से महज 8 मिनट पहले फिर बढ़ा सीजफायर
इसी बीच बड़ी खबर यह है कि इजराइल-हमास के बीच सीजफायर खत्म होने से 8 मिनट पहले यानी भारतीय समयानुसार सुबह 10:22 बजे इसे 1 दिन के लिए आगे बढ़ा दिया गया है। इजराइल और कतर के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक हमास ने आज आजाद होने वाले 10 बंधकों की लिस्ट दी है, जिसे इजराइल ने पास कर दिया है। युद्ध विराम के तहत हमास हर दिन 10 बंधकों को छोड़ेगा। इसके बदले में इजराइल 30 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इजराइली सेना ने बताया कि सीजफायर की दूसरी शर्तों पर अब भी बातचीत जारी है।
गाजा पट्टी से 16 बंधक इजराइल को सौंपे
इससे पहले इजराइल और हमास में संघर्ष विराम के बीच हमास ने गाजा पट्टी से 16 बंधकों को इजराइल को सौंप दिया। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, नागरिकों के इस समूह में इजरायली और थाई नागरिक शामिल थे। इन बंधकों को छोड़ने के बदले इस्राइल 30 फलस्तीनी महिलाओं और बच्चों को जेलों से रिहा करेगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल सुरक्षा बल (आईडीएफ) ने हमास की कैद से 16 बंधकों की रिहाई की पुष्टि की है। आईडीएफ ने कहा कि बंधकों के परिवारों को ताजा जानकारी से अपडेट किया जा रहा है।
Image Source : FILE
अमेरिकी एयरफोर्स विमान हादसे से घबराया जापान
America Japan: अमेरिकी सैन्य विमान के जापान के तट के निकट दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जापान घबरा गया है। जापान अपनी ‘ऑस्प्रे’ उड़ान निलंबित कर सकता है। जानकारी के अनुसार जापान में अमेरिकी वायु सेना के ‘ऑस्प्रे’ विमान के एक प्रशिक्षण अभियान के दौरान दक्षिणी तट के पास समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जापान अपनी ‘ऑस्प्रे’ उड़ानों को निलंबित करने पर विचार कर रहा है।
टोक्यो ने अमेरिकी सेना से दुर्घटना के पीड़ितों की तलाश करने वाल विमानों को छोड़कर जापान में संचालित होने वाली सभी ‘ऑस्प्रे’ विमानों के परिचालन को रोकने के लिए भी कहा है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। जापान के रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी तारो यामातो ने संसद में सुनवाई के दौरान कहा कि जापान कुछ समय के लिए ‘ऑस्प्रे’ उड़ानें निलंबित करने की योजना बना रहा है।
ट्रेनिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था विमान
जापान में संचालित अमेरिकी वायु सेना का एक ‘ऑस्प्रे’ विमान बुधवार को देश के दक्षिणी तट के पास एक प्रशिक्षण अभियान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें चालक दल के आठ सदस्यों में से कम से कम एक की मौत हो गई। जापानी तटरक्षक प्रवक्ता काजुओ ओगावा ने कहा कि दुर्घटना का कारण और उसमें सवार सात अन्य लोगों की स्थिति का तुरंत पता नहीं चल पाया है। तटरक्षक ने रातभर खोज जारी रखने की योजना बनाई।
‘हाइब्रिड’ विमान है ‘ऑस्प्रे’, हेलिकॉप्टर की तरह भरता है उड़ान
‘ऑस्प्रे’ एक ‘हाइब्रिड’ विमान है जो हेलीकॉप्टर की तरह उड़ान भरता और उतरता है, लेकिन उड़ान के दौरान यह अपने प्रणोदक को आगे की ओर घुमा सकता है और हवाई जहाज की तरह बहुत तेजी से उड़ान भर सकता है। ‘ऑस्प्रे’ से संबंधित कई दुर्घटनाएं हुई हैं। इनमें जापान में होने वाले हादसे भी शामिल हैं जहां उनका उपयोग अमेरिकी और जापानी सैन्य अड्डों पर किया जाता है। ओकिनावा के गवर्नर डेनी तमाकी ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि वह अमेरिकी सेना से जापान में सभी ‘ऑस्प्रे’ उड़ानों को निलंबित करने के लिए कहेंगे।