Connect with us

International

‘दुनिया के लिए असल खतरा तो NATO है’, बौखलाए चीन ने दिया बड़ा बयान

Published

on


Image Source : AP FILE
President Joe Biden meets virtually with Chinese President Xi Jinping.

Highlights

  • चीन की चुनौती से निपटने के लिए NATO विस्तार की तरफ देख रहा है।
  • आने वाले दिनों में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में भी ऐसा गठबंधन हो सकता है।
  • चीन और रूस की हालिया दोस्ती ने NATO को सावधान कर दिया है।

China on NATO: यूक्रेन के रूस पर हमले के बाद NATO के देश एक दूसरे के करीब आ गए हैं। पिछले कुछ सालों में इस संगठन की प्रासंगिकता पर ही सवाल उठने लगे थे, लेकिन रूस से मिली हालिया चुनौती ने पश्चिमी देशों को एक बार फिर एकजुट करके रख दिया है। सिर्फ इतना ही नहीं, यूक्रेन में जारी जंग के बीच रूस और चीन की ‘दोस्ती’ ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को भी अपनी सुरक्षा के बारे में सोचने के लिए मजबूर कर दिया है। ऐसे में कई देश हैं जो NATO में शामिल होना चाहते हैं, और पश्चिमी देशों का यह संगठन भी अपना दायरा बढ़ाना चाहता है।

‘एशियन NATO की तरफ कदम बढ़ रहे हैं कदम’

NATO शिखर सम्मेलन के इतिहास में पहली बार साउथ कोरिया और जापान हिस्सा ले रहे हैं। उत्तर कोरिया इस बात से बौखलाया हुआ है और उसने साफ कहा है कि यह ‘एशियाई NATO’ की ओर बढ़ता हुआ कदम है। वहीं, चीन भी इस बात को लेकर परेशान है कि यदि साउथ कोरिया और जापान आगे चलकर पश्चिमी देशों के साथ NATO के स्तर का सैन्य गठबंधन करते हैं तो अमेरिका उसके ठीक पड़ोस में पहुंच जाएगा। और जाहिर सी बात है, ऐसा होना चीन के लिए कहीं से भी सही नहीं होगा।

‘दुनिया के लिए असल खतरा तो NATO है’
हालिया घटनाक्रम से चीन की मीडिया बुरी तरह बौखलाई हुई है, और ऐसी रिपोर्ट्स छाप रही है जिनमें दुनिया के लिए असल खतरा NATO को बताया गया है। चीन की मीडिया का कहना है कि पश्चिमी देश हमारी चुनौती को बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं। हालांकि सच्चाई यही है कि NATO जहां दुनिया पर अपना नियंत्रण बनाए रखना चाहता है, वहीं चीन नया चौधरी बनना चाहता है। ऐसे में यदि NATO का विस्तार होता है, और इसमें दक्षिण कोरिया, जापान समेत एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देश शामिल होते हैं, तो यह चीन के लिए बहुत बड़ी चुनौती हो जाएगी।





Source link

International

अमेरिका का डेमोक्रेसी समिट कल, लोकतांत्रित देशों को एक मंच पर जुटा चीन-रूस को चिढ़ाएंगे बाइडेन

Published

on

By


अमेरिका में मंगलवार को तीन दिवसीय डेमोक्रेसी समिट की शुरुआत होगी। यह समिट इस बार भी वर्चुअली ही आयोजित किया जा रहा है। इस साल डेमोक्रेसी समिट में देश दुनिया के 121 राजनेता और अधिकार समूह हिस्सा लेने वाले हैं। इस समिट का उद्घाटन भाषण यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेंलेंस्की देंगे।

 



Source link

Continue Reading

International

Afghanistan के काबुल में दौदजई ट्रेड सेंटर के नजदीक जोरदार धमाका | News & Features Network

Published

on

By


Afghanistan काबुल में एक बड़ा धमाका हुआ है. यह विस्फोट काबुल में विदेश मंत्रालय रोड पर दौदजई ट्रेड सेंटर के नजदीक हुआ है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस धमाके में अब तक 6 लोगों की मौत हुई है और कई अन्य घायल हुए हैं. वहीं, अभी तक सरकार द्वारा इस धमाके पर कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है.

प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि धमाका काफी तेज था और जमीन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया. फिलहाल जांच एजेंसियां घटना की जांच में जुटी हैं. घायलों में बच्चे भी शामिल हैं. सामने आ रही जानकारी के मुताबिक, जिस इलाके में यह विस्फोट हुआ है, वहां कई सरकारी इमारतें और दूतावास स्थित हैं. विस्फोट का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं है.

अभी तक इस हमले की किसी भी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि बम धमाके के पीछे आईएसआईएस-के (ISIS-K) का हाथ हो सकता है, जो काफी तेजी से Afghanistan में अपनी शक्ति का विस्तार कर रहा है. पिछले दिनों एक रिपोर्ट में कहा गया था कि अगस्त 2021 में अफगानिस्तान में सत्ता में लौटने के बाद से तालिबान ने इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत, जिसे आईएसआईएस-के भी कहा जाता है, उसे रोकने में बुरी तरह से नाकाम साबित हुआ है 

Afghanistan में लगातार हमले करने वाले इस्लामिक स्टेट समूह के सहयोगी संगठन को कंट्रोल करने में लगातार फेल नजर आया है. इस संगठन की शक्ति में अब इस कदर इजाफा होने लगा है कि संभावना व्यक्त की जा रही है, वो अब सिर्फ अफगानिस्तान तक ही सीमित नहीं रहने वाला है बल्कि अब अमेरिका और पश्चिमी देशों के लिए भी खतरा बन गया है.

इससे पहले आईएसआईएस-के ने 9 मार्च 2023 को इस्लामिक स्टेट समूह ने एक आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी. इस हमले में उत्तरी Afghanistan में बल्ख प्रांत के तालिबान गवर्नर मोहम्मद दाऊद मुजम्मिल समेत 2 लोगों को उड़ा दिया गया था. वहीं, 9 मार्च को हुए बम धमाके से ठीक पहले इस्लामिक स्टेट के लड़ाकों ने अफगानिस्तान के पश्चिमी हेरात प्रांत में जल आपूर्ति विभाग के प्रमुख को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें उसकी जान चली गई



Source link

Continue Reading

International

डेनमार्क में फिर कुरान जलाने पर भड़के मुस्लिम देश, सऊदी अरब, तुर्की सहित कई देशों ने की कड़ी निंदा

Published

on

By


Image Source : FILE
डेनमार्क में फिर कुरान जलाने पर भड़के मुस्लिम देश, सऊदी अरब, तुर्की सहित कई देशों ने की कड़ी निंदा

Denmark: डेनमार्क में तुर्की के दूतावास के सामने शुक्रवार को पवित्र कुरान जलाने की घटना सामने आई। इस साल में यह दूसरी बार है जब डेनमार्क में इस तरह की घटना हुई हो। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान तुर्की का झंडा भी जला दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डेनमार्क में हुई इस घटना के बाद मुस्लिम देशों ने कड़ा आक्रोश जताया। इन भड़के मुस्लिम देशों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। तुर्की ने शनिवार को इस घटना की निंदा की। तुर्की के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया और बयान में इस घृणित अपराध बताया। साथ ही जोर देते हुए चेताया कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में इस तरह की कार्रवाई को कतई स्वीकार नहीं किया जाएगा।

तुर्की के अलावा मुस्लिम देश सऊदी अरब, यूएई और पाकिस्तान ने भी इस घटना पर विरोध दर्ज कराया है। सऊदी अरब किंगडम के विदेश मंत्रालय ने ट्विटर पर एक बयान साझा करते हुए लिखा, ‘सऊदी अरब डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में तुर्की के दूतावास के सामने एक चरमपंथी समूह की ओर से पवित्र कुरान को जलाने की कड़े शब्दों में निंदा करता है।‘ बयान में आगे कहा गया, ‘किंगडम संवाद, सहिष्णुता और सम्मान के मूल्यों को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देता है और नफरत और उग्रवाद को अस्वीकार करता है।‘

यूएई ने भी जताया विरोध

संयुक्त अरब अमीरात ने भी डेनमार्क में कुरान जलाने की घटना पर अपना विरोध जताया। अमीरात समाचार एजेंसी ने मंत्रालय के प्रवक्ता के हवाले से कहा, ‘विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय मानवीय और नैतिक मूल्यों और सिद्धांतों के उल्लंघन की सभी प्रथाओं को अस्वीकार करता है।‘ 

पाकिस्तान ने जताई नाराजगी

पाकिस्तान ने भी सोमवार को इस घटना का विरोध किया। पाकिस्तान के विदेश ऑफिस की प्रवक्ता मुमताज जाहरा बलोच ने एक बयान में कहा, ‘इस तरह की जानबूझकर की जा रही घटनाओं की पुनरावृत्ति मुसलमानों और उनकी आस्था के खिलाफ बढ़ती नफरत, नस्लवाद और इस्लामोफोबिया का उदाहरण है।‘ 

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Europe News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन





Source link

Continue Reading