नई दिल्ली: दिल्ली बीजेपी के लिए पार्टी ने नई टीम की घोषणा की है। इस टीम में दिवंगत बीजेपी नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी को सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बांसुरी समेत कई नए चेहरों को इस टीम में जगह मिली है। हर्ष मल्होत्रा, योगेंद्र चंदोलिया और कमलजीत सहरावत को दिल्ली इकाई के नए महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। इस टीम की घोषणा बीजेपी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने की है।
बांसुरी ने हालही में की है राजनीतिक सफर की शुरुआत
8 सचिवों में बांसुरी स्वराज, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदन लाल खुराना के बेटे हरीश खुराना और इम्प्रीत सिंह बक्शी शामिल हैं। बांसुरी स्वराज ने हालही में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी। बांसुरी को दिल्ली की बीजेपी इकाई के कानूनी प्रकोष्ठ के सह-संयोजक के रूप में नियुक्त किया गया था।
नवनियुक्त आठ उपाध्यक्षों में विष्णु मित्तल, दिनेश प्रताप सिंह, पूर्व महापौर लता गुप्ता और पूर्व महिला मोर्चा अध्यक्ष योगिता सिंह शामिल हैं। सतीश गर्ग को पार्टी का नया कोषाध्यक्ष बनाया गया है। लक्ष्मी नगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक अभय वर्मा को भाजपा की दिल्ली इकाई के मुख्य प्रवक्ता के पद पर बरकरार रखा गया है।
वहीं, प्रवीण शंकर कपूर को मीडिया विभाग के प्रमुख की जिम्मेदारी दी गई है। विक्रम मित्तल मीडिया संबंध से जुड़े मुद्दों को देखेंगे। भाजपा की दिल्ली इकाई के नवनियुक्त 11 प्रवक्ताओं में शिखा राज, वीरेंद्र बब्बर, विक्रम बिधूड़ी, शुभेंदु शेखर अवस्थी, अजय सहरावत और प्रीति अग्रवाल शामिल हैं।
रिचा पांडेय मिश्रा दिल्ली भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष होंगी। पार्टी की युवा नेता निकहत अब्बास को युवा मोर्चा की महासचिव बनाया गया है। भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने नई टीम को ‘युवा और ऊर्जावान’ नेताओं का मिश्रण करार दिया है। (इनपुट: भाषा)
खुदकुशी करने वाले शख्स की पहचान सुदर्शन देवराय के रूप में की है। देवराय ने नांदेड़ जिले की हिमायतनगर तहसील में रविवार आधी रात के बाद कथित तौर पर खुदकुशी कर ली।
कनाडा और भारत के बीच कूटनीतिक रिश्ते बुरे दौर में जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत पर अनर्गल आरोपों के बाद कनाडा ने भारतीय राजनयिक को बर्खास्त कर दिया था। अब इस कदम के जवाब में भारत सरकार ने भी कनाडा के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। भारत सरकार ने भी एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को बर्खास्त कर दिया है और उन्हें 5 दिनों में देश छोड़ने का आदेश दिया है।
उच्चायुक्त तलब
कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो के भारत विरोधी कदमों के बाद भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने विरोध जताने के लिए भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैकेई को तलब किया था। ऐसा माना जा रहा था कि कनाडा को जवाब देने के लिए भारत सरकार भी कड़ा कदम उठा सकती है।
विदेश मंत्रालय का बयान
भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी किए गए बयान में कहा है कि भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैकेई को आज तलब किया गया। उन्हें भारत में रह रहे एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के भारत सरकार के फैसले के बारे में सूचित किया गया। संबंधित राजनयिक को अगले पांच दिनों के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह निर्णय हमारे आंतरिक मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप और भारत विरोधी गतिविधियों में उनकी भागीदारी पर भारत सरकार की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।
क्यों तल्ख हुए रिश्ते?
G-20 समिट में फटकार खाने के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत विरोधी कदमों में जुट गए हैं। ट्रू़डो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का कनेक्शन भारत से जोड़ते हुए भारत के एक राजनयिक को निकाल दिया था। हालांकि, भारत सरकार ने कनाडाई पीएम के आरोपों को बेबुनियाद और आधारहीन करार दिया है। भारत ने साथ ही कनाडा से आतंकी तत्वों पर कार्रवाई करने की मांग की है। भारत ने कहा है कि इस तरह के बयान खालिस्तानियों से ध्यान हटाने के लिए दिए गए हैं।
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महिला आरक्षण बिल को लेकर स्थिति लगभग साफ होती नजर आ रही है। खबर है कि सरकार मंगलवार को ही संसद में बिल पेश कर सकती है। हालांकि, इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है। सोमवार को कैबिनेट बैठक में विधेयक पर मुहर लगा दी गई थी। इधर, महिला आरक्षण का श्रेय लेने के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में होड़ लगती नजर आ रही है।
खास बात है कि मंगलवार से ही विशेष सत्र नए संसद भवन में पहुंच रहा है। ऐसे में अगर सरकार महिला आरक्षण बिल आज पेश कर देती है, तो नई संसद में पेश होने वाला यह पहला बिल होगा। हालांकि, यह बिल करीब 27 सालों से लंबित है और कांग्रेस की अगुवाई वाली UPA सरकार ने साल 2010 में इसे राज्यसभा में पास करा लिया था।