Image Source : INDIA TV
लॉरेंस बिश्नोई-गोगी गैंग का फरार गैंगस्टर योगेश उर्फ हिमांशु उर्फ गोघा हुआ गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। दिल्ली पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई-गोगी गैंग का फरार गैंगस्टर योगेश उर्फ हिमांशु उर्फ गोघा स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, गैंगस्टर लॉरेंस गैंग को लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराता था। पुलिस ने बताया कि आरोपी दिल्ली में हत्या के प्रयास के मामले में अंतरिम जमानत पर छूटने के बाद 3 साल से फरार था। जानकारी दे दें कि गैंगस्टर योगेश उर्फ हिमांशु उर्फ गोघा को इस मामले में चार साल की सजा हुई थी और वो सजा काट रहा था। पुलिस ने बताया कि वो पहले दिल्ली/एनसीआर में हत्या के प्रयास, डकैती, आपराधिक धमकी और आर्म्स एक्ट समेत 16 आपराधिक मामलों में शामिल रहा है।
3 साल से था फरार
बता दें कि स्पेशल सेल ने 22 मई को मुठभेड़ के बाद लॉरेंस बिश्नोई-जितेंद्र गोगी सिंडिकेट के एक फरार गैंगस्टर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के पास से .32 बोर की एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल और दो जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। पुलिस को जानकारी मिली थी कि फरार गैंगस्टर योगेश उर्फ हिमांशु उर्फ घोगा के उत्तर-पश्चिम जिले और बाहरी दिल्ली इलाके में मौजूद है। इसके बाद सूचना पर स्पेशल सेल हरकत की और गैंगस्टर को पकड़ने का प्लान बनाने लगी। इसके बाद उसकी गतिविधियों के बारे में और जानकारी जुटाई गई और 2 महीने से अधिक के लगातार प्रयासों के बाद स्पेशल सेल को जानकारी मिली कि योगेश उर्फ हिमांशु उर्फ घोगा 22 मई को शाम 3.30 बजे के बीच ब्रिटानिया चौक फ्लाईओवर के समीप अपने सहयोगी से मिलने आएगा। फिर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जाल बिछाया।
छापेमारी टीम चलाई गोली
पुलिस ने बताया कि योगेश उर्फ हिमांशु उर्फ घोगा को रिंग रोड पर दोपहर करीब 3.15 बजे फ्लाईओवर की ओर पैदल आते हुए देखा गया। जिसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर की घेराबंदी कर ली और सरेंडर करने को कहा। हालांकि, जब उसे सरेंडर करने के लिए कहा गया, तो उसने पिस्तौल निकाली और छापेमारी टीम की ओर गोली चला दी। टीम के सदस्यों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और आरोपी को काबू कर लिया।
India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। News in Hindi के लिए क्लिक करें क्राइम सेक्शन
Image Source : FILE PHOTO
जारी रहेगा पहलवानों का प्रदर्शन
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रमुख बृज भूषण सिंह के खिलाफ विरोध करने वाले साक्षी मलिक, विनेश फोगट और बजरंग पुनिया सहित शीर्ष पहलवानों ने सोमवार को अपनी सरकारी सेवाओं को फिर से शुरू कर दिया। हालांकि, उन्होंने विरोध से पीछे हटने की खबरों का खंडन किया।
ओलंपियन साक्षी मलिक ने कहा कि न्याय मिलने तक लड़ाई जारी रहेगी। “हमने अपना विरोध वापस नहीं लिया है और हम ऐसा कभी नहीं करेंगे। जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता है, तब तक हम विरोध करना जारी रखेंगे। जहां तक रेलवे (नौकरी फिर से शुरू करने) का संबंध है, मेरी कुछ जिम्मेदारियां थीं और इसलिए मैं यहां (कार्यालय) आई था।” लेकिन मैं यह साफ कर देना चाहती हूं कि ये अफवाहें हमारे आंदोलन को कमजोर करने के लिए फैलाई जा रही हैं।’
बृजभूषण शरण को सजा दिलाने तक जारी रखेंगे आंदोलन
बृजभूषण शरण के खिलाफ चल रहे आंदोलन से पीछे हटने की खबरों को पहलवानों ने सिरे से खारिज किया और कहा – बृजभूषण शरण को सजा और पहलवानों को इंसाफ मिलने तक जारी रहेगी उनकी लड़ाई। गृह मंत्री से मुलाकात के बाद विनेश, बजरंग और साक्षी मलिक नौकरी पर वापस लौट गए हैं।
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह पर एक्शन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पहलवान अब अपनी ड्यूटी पर लौट चुके हैं। गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद पहलवानों ने ऑफिस ज्वाइन करने का फैसला लिया तो वहीं पहलवानों के ड्यूटी ज्वाइन करने की खबरों को आंदोलन वापसी से जोड़कर अफवाह फैला दिया गया, जिसको लेकर रेसलर्स ने कड़ा विरोध जताया है।
पहलवानों ने महिला रेसलर्स के सेक्सुअल हैरासमेंट के आरोपी बृजभूषण शरण सिंह पर एक्शन लिए जाने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही है और अपने सपोर्टर्स से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए रेसलर बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने ट्वीट कर आंदोलन जारी रखने की बात कही और साथ ही वीडियो भी जारी किया।
दिन के किस समय आपको फल खाने चाहिए यह एक बहस का विषय है. कई लोगों का कहना है कि सुबह सबसे पहले फल खाने से उनमें मौजूद शुगर ठीक से टूट सकती है. कई अन्य लोगों का कहना है कि दोपहर में मील स्नैक्स के रूप में फल खाना सबसे अच्छा समय है. हालांकि भोजन के साथ फल खाने से पाचन क्रिया प्रभावित होती है ऐसा माना जाता है, क्योंकि फल फाइबर से भरे होते हैं इसलिए हमारे पेट के लिए पके हुए भोजन के साथ इसे प्रोसेस करना मुश्किल हो जाता है.
फलों को खाने का सबसे हेल्दी तरीका, जिसे कई लोग मानते हैं वह उन्हें मील के बीच में खाना है. ये स्नैक्स के रूप में काम करेंगे और पोर्शन साइज को कम कर देंगे.
भोजन के समय के करीब फल खाने से कोई बड़ा नुकसान नहीं होता है. यह पाचन क्रिया को थोड़ा धीमा कर देता है. सुबह जल्दी फल खाना भी आइडियल माना जाता है या फिर भोजन के बीच में पर्याप्त गैप रखते हुए.
क्या फल और ड्राई फ्रूट्स एक जैसे होते हैं?
जो कुछ भी लंबे समय तक उपयोग के लिए संरक्षित किया जाता है, उसमें ताजा के समान न्यूट्रिशन वैल्यू बरकरार नहीं होती. फलों के लिए भी यही सच है.
बाजार की मांगों को पूरा करने के लिए कई ब्रांड उपयोग के लिए ड्राई फ्रूट्स को बढ़ावा देते हैं. जबकि फलों के इन सूखे रूपों का कभी-कभी उपयोग किया जा सकता है, इसे ताजे फलों के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए.
फलों में नेचुरल शुगर होती है. ब्लड शुगर लेवल को बदलने में उनकी भूमिका कम प्रभावशाली होती है. ज्यादातर फल ग्लाइसेमिक इंडेक्स के निचले सिरे पर होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे आपके ब्लड शुगर लेवल को तेजी से नहीं बढ़ाते हैं.
डायबिटीज वालों के लिए भी फल अच्छे होते हैं, लेकिन यह समझना जरूरी है कि आपके शरीर में उनके लिए जगह कैसे बनाई जाए. आम जैसे फलों के मामले में यह और भी ज्यादा है. फलों को अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट के रूप में शामिल करना चाहिए. ये ध्यान रखना जरूरी है कि आम को अन्य कार्ब्स जैसे रोटी, चावल या आलू के साथ नहीं खाना चाहिए, बल्कि इन्हें बादाम, अखरोट या बीज जैसे नट्स के साथ स्नैक के रूप में सेवन किया जा सकता है.
आम विटामिन ए, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स (बी12 को छोड़कर), विटामिन सी और पॉलीफेनोल्स का एक बेहतरीन स्रोत हैं. डायबिटीज वाले लोगों को स्नैक्स के रूप में आम के 2 से 3 स्लाइस से ज्यादा न लेने की भी सलाह दी जाती है.
Vitamin D: जानें विटामिन डी के फायदे, सॉर्सेज और कितनी मात्रा में लें
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
ओडिशा में हुए भीषण रेल हादसे के बाद मरने वालों में 40 लोग ऐसे हैं जिन्हें किसी तरह की बाहरी चोट नहीं आई थी। अधिकारियों का कहना है कि एलटी केबल के टच होने से करंट लगने की वजह से उनकी मौत हो गई।