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तुर्की में कोयला खदान में धमाका, 25 कर्मियों की मौत, दर्जनों लोग फंसे

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“जिस तेजी से आपने काम किया है, सबको बधाई…”, बालासोर में हादसे के 51 घंटे बाद एक लाइन चालू होने पर बोले रेल मंत्री

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नई दिल्ली:

बालासोर जिले के बाहानगा बाजार में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे के बाद, पूर्वी एवं दक्षिण भारत को जोड़ने वाली मुख्य ‘ट्रंक लाइन’ से रेलगाड़ियों के क्षतिग्रस्त डिब्बे हटा दिये गये हैं तथा ट्रेन सेवा बहाल करने के लिए दो रेल पटरियों को दुरुस्त कर दिया गया. रेल मंत्री घटना के बाद से लगातार घटनास्थल पर मौजद हैं. रविवार को एक लाइन पर परिचालन की शुरुआत कर दी गई. परिचालन की शुरुआत होने के समय रेलमंत्री स्वयं उस जगह मौजूद थे.

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रेलमंत्री स्वयं थे मौजूद 

मालगाड़ी के गुजरने के बाद रेलमंत्री ने पहले भगवान को शुक्रिया कहा और इसके बाद लोगों से बात करते हुए कहा कि सभी लोगों ने बहुत अच्छा कार्य किया है. मुझे बेहद दुख है उन परिवारों के लिए जिनके लोग इस हादसे का शिकार हुए. लेकिन हम इस घटना के जड़ तक जाएंगे. जो भी दोषी होगा उसे सख्त से सख्त सजा देंगे. परिचालन को फिर से शुरू करने के लिए आप सभी लोगों को बधाई. दूसरी लाइन को भी जल्द शुरू किया जाए. 

“दुर्घटना के ‘मूल कारण’ का पता लगा लिया गया है”

रविवार को ही रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना के ‘ मूल कारण’ का पता लगा लिया गया है और इसके लिए जिम्मेदार ‘लोगों’ की पहचान कर ली गई है. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ यह (हादसा) इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और प्वाइंट मशीन में किए गए बदलाव के कारण हुआ.” उन्होंने कहा कि हादसे की वजह रेलवे सिग्नल के लिए अहम उपकरण ‘प्वाइंट मशीन’ और ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ प्रणाली से संबंधित है.वैष्णव ने कहा कि ‘इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग’ में किए गए उस बदलाव की पहचान कर ली गई है जिसके कारण यह हादसा हुआ.

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गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का जेल में बैठकर फिरौती मांगने का ऑडियो आया सामने

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Image Source : FILE PHOTO
गैंगस्टर लॉरेंस बिशनोई ऑडियो आया सामने

गैंगस्टर लॉरेंस बिशनोई का जेल में बैठकर वसूली का नया सबूत मिला है। इंडिया टीवी के हाथ एक ऑडियो हाथ लगा है। बताया जा रहा है कि ये ऑडियो लॉरेंस बिश्नोई का दिल्ली के एक व्यापारी से बातचीत का है। इस कॉल रिकॉर्डिंग में लॉरेंस इस बिजनेसमैन को कच्चा चबाने की धमकी दे रहा है। सूत्रों के अनुसार ऑडियो में जिस गूगल को लॉरेंस धमका रहा है वो गूगल एक फर्म का नाम है। जिसमें तीन पार्टनर हैं। इसी कंपनी के एक मालिक को लॉरेंस फिरौती के लिए धमका रहा था, जिससे 40 लाख रुपये वसूले भी थे।

इस ऑडियो की पूरी बातचीत ये रही-

गूगल: हैलो?

लॉरेंसः हेलो… हां भाई बोल।

गूगल: बाऊजी आपका फोन कट गया था, मैंने कहा।

लॉरेंस: तू पहचानता ही नहीं गूगल भाई। तू रिकॉर्डिंग लगानी है तू लगा लेना। जिस दिन हत्थे चढ़ गया ना… तुम में से कोई भी या तेरे आसपास के, नजदीक के या परिवार के.. तो मैं सारों को चबा जाऊंगा। ये मेरी रिकॉर्डिंग कर लेना बाद में केस करने में आसानी होगी तुमको।

गूगल: किस चीज का केस करने में आसानी होगी। जब मैंने काम ही बंद कर दिया, तो मैं किस चीज की पेशगी और किस चीज की…. वो मैं इतने पैसे हार गया कि मैं खत्म कर चुका हूं काम तीन महीने पहले, पता तो कर लो आप बाजार में किसी से।

लॉरेंस (हंसते हुए): अच्छा, किसी को बता देना कि मेरा फोन आया था… मैंने खाली फोन किए ही नहीं कभी। हमारे नाम पर फ्रॉड फोन चले गए अभी तक जितने गए हैं।

गूगल: बाऊजी, आपको किसी ने गलत नंबर दे दित्ता है। मैं तो छोड़ चुका हूं सारे काम ही।

लॉरेंस: बस, अब सबकुछ छोड़ देगा भाई। राम-राम। दोबारा नहीं करेंगे आपको फोन।

सिद्धु मुसेवाला की हत्या के लिए इन्ही पैसों से खरीदे हथियर


सूत्रों के मुताबिक इस व्यापारी से लॉरेंस ने 40 लाख रुपये वसूले थे जो आगे गोल्डी बरार तक पहुंचा था। इस पैसे का इस्तेमाल सिद्धु मुसेवाला की हत्या करने के लिए हथियार ख़रीदने के लिए किया गया था। इस बात का खुलासा एनआईए द्वारा की गई लॉरेंस की इंटेरोगेशन रिपोर्ट में भी है।

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Odisha Train Accident: भीषण हादसे के तुरंत बाद ट्रेन ड्राइवर ने कही थी बड़ी बात, रेलवे ने किया खुलासा

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Odisha Train Accident: ओडिशा के बालासोर जिले में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे में 275 लोगों की जान चली गई, जबकि हजार से ज्यादा यात्री घायल हो गए। रेलवे बोर्ड ने मामले की सीबीआई से जांच करवाने की सिफारिश कर दी है। हादसे में शामिल दो ट्रेनों के ड्राइवर (लोको पायलट) और गार्ड घायल हो गए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। अब हादसे के तुरंत बाद से जुड़ी अहम जानकारी सामने आई है। कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर ने ट्रेन हादसे के बाद दिल्ली स्थित डिजास्टर वॉर रूम में बात की थी और बताया था कि हादसा आखिर कैसे हुआ।

रेलवे बोर्ड की अधिकारी जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि ट्रेन हादसे के महज 15 मिनट बाद मुझे निजी तौर पर जानकारी मिल गई थी। इसके बाद डिजास्टर वॉर रूम में कोरोमंडल एक्सप्रेस के ड्राइवर (लोको पायलट) से बात की। वह उस समय तक होश में था। उसने बताया कि उसे सिग्नल ग्रीन मिला था। उसके बाद से उसकी हालत गंभीर है और वह अस्पताल में भर्ती है। दूसरी ट्रेन यशवंतपुर एक्सप्रेस के ए1 के टीटी से भी बात हुई। उन्होंने मुझे बताया कि पीछे से जोर की आवाज सुनाई दी। जब देखा तो उसे लगा कि पीछे कुछ आ रहा है। ए-1 के पीछे वाले दो डिब्बे ट्रेन से अलग हो गए और पटरी से उतर गए। 

इसके अलावा, रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने मालगाड़ी के गार्ड से भी बात की। जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि रेलवे का नियम है कि जब भी कोई मालगाड़ी खड़ी होती है तो ड्राइवर, गार्ड की जिम्मेदारी होती है कि ट्रेन सेफ रहे। इसी वजह से मालगाड़ी का ड्राइवर उतरकर उसकी जांच करवा रहा था। इतने में ही यह हादसा हो गया। अगर गार्ड अपने गार्ड वाले डिब्बे में होता तो वह नहीं बच पाता। लेकिन वह उस समय नीचे उतरा हुआ था, जिससे उसकी जान बच गई।

दो ट्रेनों के ड्राइवर और गार्ड घायल

रेल हादसे में दोनों रेलगाड़ियों के ड्राइवर और गार्ड घायल हैं और उनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है। ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या बढ़कर 275 हो गई। अधिकारी ने बताया कि हालांकि मालगाड़ी का इंजन चालक और गार्ड बाल-बाल बच गए। उन्होंने बताया कि घायल सूची में कोरोमंडल एक्सप्रेस के लोको पायलट और उनके सहायक के साथ-साथ गार्ड और बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के गार्ड शामिल हैं। दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक राजेश कुमार ने कहा, ”कोरोमंडल एक्सप्रेस के लोको पायलट, सहायक लोको पायलट तथा गार्ड और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस के गार्ड का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज किया जा रहा है।” रेल मंत्रालय ने इस हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।”

इंटरलॉकिंग प्रणाली से छेड़छाड़ की संभावना का संकेत

उधर, रेलवे ने ओडिशा ट्रेन हादसे में संभावित तोड़फोड़ और इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली से छेड़छाड़ का संकेत दिया। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि दुर्घटना के असल कारण का पता लगा लिया गया है और इसके लिए जिम्मेदार अपराधियों की पहचान कर ली गई है। बालासोर जिले में दुर्घटनास्थल पर उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “यह (हादसा) इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और प्वाइंट मशीन में किए गए बदलाव के कारण हुआ।” दिल्ली में रेलवे के शीर्ष अधिकारियों ने बताया कि ‘प्वाइंट मशीन’ और इंटरलॉकिंग प्रणाली कैसे काम करती हैं। उन्होंने कहा कि प्रणाली त्रुटि रहित और विफलता में भी सुरक्षित (फेल सेफ) है। अधिकरियों ने बाहरी हस्तक्षेप की संभावना से इनकार नहीं किया। 



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