कम उम्र में बंगाल से एक मॉडल के तौर पर करियर की शुरुआत करने वाली एक्ट्रेस सौरसेनी मैत्री इंडस्ट्री में लगातार अपनी इमेज मजबूत कर रही हैं। अपनी अपकमिंग वेब सीरीज ‘ताज सीजन-2’ के लिए वह बीते दिनों लखनऊ आई थीं। एक्ट्रेस का कहना है कि ओटीटी को अश्लील कॉन्टेंट रखने से पहले सोचना चाहिए। उन्होंने नसीरुद्दीन शाह को अपने आप में एक एक्टिंग इंस्टिट्यूट बताया। सौरसेनी ने ‘लखनऊ टाइम्स’ से ओटीटी, मदर्स-डे, मुगल के इतिहास और हिंदी भाषा को लेकर दिल खोलकर बातें कीं।
मम्मी का सपना जी रही हूं
आज मैं जो हूं, वो मम्मी की वजह से हूं। असल में, एक्ट्रेस बनने का सपना मम्मी का था, जिसे मैं पूरा कर रही हूं। उनके समय में चीजें आसान नहीं थीं, जिसके कारण वह अपना सपना पूरा नहीं कर पाईं। मेरे जीवन में वह एक स्तम्भ के तौर पर हैं। भले जिंदगी में आप सबका कर्ज उतार दें लेकिन अपने मम्मी-पापा का कर्ज नहीं उतार सकते। मेरी जिंदगी में कोई रोल मॉडल रहा है तो वह मेरी मम्मी हैं।
ओटीटी से ज्यादा टीवी के कलाकारों को पसंद किया जाता
टीवी कलाकारों के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है क्योंकि उन्हें हर रोज एक नई कहानी के साथ खुद को तैयार करना पड़ता है। जितना लोग ओटीटी देखते हैं, उससे कहीं ज्यादा टीवी शोज पसंद करते हैं। अभी हमारी पुरानी पीढ़ी ओटीटी से ज्यादा जुड़ी नहीं है। टीवी के कलाकार हर घर में पसंद किए जाते हैं। टीवी शोज में केवल एक समस्या है और वह है उनका कॉन्टेंट। लगभग हर शो एक-दूसरे से मिलते-जुलते रहते हैं। ओटीटी हमेशा नई कहानी पेश करता है। यह लोकल कलाकारों को ज्यादा मौका दे रहा और उन्हें स्टार बना रहा है।
ओटीटी के कॉन्टेंट असल घटनाओं पर आधारित होते हैं
ओटीटी पर अश्लील कॉन्टेंट को लेकर एक्ट्रेस कहती हैं कि अगर किसी शो में ये डिमांड ना करे तो मुझे नहीं लगता कि इसका इस्तेमाल करना चाहिए। ये भी सच है कि ओटीटी जो कहानियां पेश कर रहा है, वो सच्ची घटनाओं पर आधारित होती हैं। हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप उसको कैसे शूट कर रहे हैं। मेरा मानना है कि इस पर थोड़ा सोचना चाहिए। अगर आप कोई भी चीज जबरदस्ती डालोगे तो वह अश्लील ही समझी जाएगी।
नसीरुद्दीन शाह एक संस्थान हैं
‘ताज’ के सेट पर सौरसेनी मैत्री
नसीरुद्दीन शाह अपने आप में एक एक्टिंग का संस्थान हैं। मेरा सौभाग्य है कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला। हम जब शुरू में इस शो को शूट कर रहे थे, तब तक वह नहीं थे। लास्ट के शूट में उनकी एंट्री हुई, तब उनके साथ काम करने का मौका मिला। हम लोग ज्यादातर समय उनके मेकअप रूम में बिताते थे। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। उसको मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकती। वह जितने अच्छे कलाकार हैं, उससे अच्छे इंसान भी हैं।
हिंदी से खूबसूरत भाषा और कोई नहीं
सौरसेनी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं
मैं बंगाल से हूं इसलिए मुझे उर्दू बोलने में थोड़ी दिक्कत होती थी। इसके लिए मैंने एक महीने तक उर्दू सीखी। शूट होने से पहले मैं आशीम से बोल देती थी कि अगर कहीं अटक जाऊं तो मुझे संभाल लेना। मेरा मानना है कि हिंदी से खूबसूरत भाषा इस दुनिया में और कोई नहीं है। हम दुनिया के किसी कोने में चले जाएं, इससे सरल और आसान भाषा कोई नहीं मिलेगी। इसके जरिए हम अपनी बात को आसानी से दूसरों के सामने रख सकते हैं।
इतिहास हर किसी को जानना चाहिए
मुगल इतिहास पर बन रही सीरीज के जवाब में उन्होंने कहा कि इतिहास हमारा पुराना वजूद बताता है। इसे हर किसी को पढ़ना और देखना चाहिए। हमें लगता है कि जब किसी इतिहास पर आधारित कोई फिल्म या वेब सीरीज बनाई जाती है तो उसमें मनोरंजन के लिए कुछ तथ्यों को अलग से जोड़ा जाता है। ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि दर्शकों का मनोरंजन हो सके। इसे आप पूरी तरह से इतिहास पर आधारित कहानी नहीं कह सकते। इसमें काल्पनिक चीजें भी जोड़ी गई हैं। पहले हिस्से में प्यार से जुड़ी कहानी थी तो इस बार आपको रंजिश देखने को मिलेगी।
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