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चुनाव से पहले सचिन पायलट ने दिखाए बगावती तेवर, बोले- राजस्थान पर जल्द ले फैसला

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राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने एक बार फिर बगावती तेवर दिखाए है। पायलट ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान को गहलोत समर्थक मंत्रियों पर ऐक्शन लेना चाहिए। समाचार एजेंसी से बात करते हुए सचिन पायलट ने राजस्थान में 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक के समानांतर बैठक बुलाने के लिए जिम्मेदार मंत्री शांति धारीवाल, मंत्री महेश जोशी और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ पर अब तक कार्रवाई नहीं होने की बात कहकर इस मुद्दे को फिर उछाला है। पायलट ने तीनों नेताओं पर जल्द निर्णय के साथ ही कांग्रेस आलाकमान से 81 इस्तीफे किसके दबाव, धमकी या लालच में हुए थे, इसकी भी जांच करने की मांग की है।

कांग्रेस से जुड़े मामलों पर जल्द फैसला हो

पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बुधवार को कहा कि पिछले साल जयपुर में पार्टी विधायक दल (सीएलपी) की बैठक में भाग नहीं लेकर तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश की अहवेलना करने वाले नेताओं के खिलाफ कार्रवाई में अत्यधिक विलंब हो रहा है। अगर राज्य में हर पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा बदलनी है तो कांग्रेस से जुड़े मामलों पर जल्द फैसला करना होगा। गहलोत के करीबी माने जाने वाले तीन नेताओं को चार महीने पहले दिए गए कारण बताओ नोटिस का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेतृत्व ही इसका सही जवाब दे सकते हैं. वे ही बता सकते हैं कि मामले में निर्णय लेने में अप्रत्याशित विलंब क्यों हो रहा है। पायलट ने बताया कि विधायक दल की बैठक 25 सितंबर को मुख्यमंत्री की ओर से बुलाई गई थी, लेकिन यह बैठक नहीं हो सकी।

पायलट बोले- निर्णय लेने में विलंब हो रहा है

पायलट ने कहा कि बैठक में जो भी होता वो अलग मुद्दा था, लेकिन बैठक नहीं होने दी गई जो लोग बैठक नहीं होने देने और समानांतर बैठक बुलाने के लिए जिम्मेदार थे उन्हें अनुशासनहीनता का नोटिस दिया गया। उन्होंने कहा कि मुझे मीडिया के माध्यम से यह जानकारी मिली कि इन नेताओं ने नोटिस के जवाब दे दिए, लेकिन जवाब के बाद भी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की तरफ से अब तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा कि एके एंटनी के नेतृत्व वाली अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति, कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी नेतृत्व ही इसका सही जवाब दे सकते हैं, लेकिन निर्णय लेने में ज्यादा विलंब हो रहा है।

81 विधायकों के इस्तीफे की जांच हो

पायलट ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए बताया कि विधानसभा अध्यक्ष ने उच्च न्यायालय में दायर हलफनामे में उल्लेख किया है। हलफनामे में उल्लेख किया गया है कि 81 विधायकों के इस्तीफे मिले और कुछ ने व्यक्तिगत तौर पर इस्तीफे सौंपे थे। यह भी कहा गया कि कुछ विधायकों के इस्तीफे फोटोकॉपी थे और शेष को स्वीकार नहीं किया गया क्योंकि वे अपनी मर्जी से नहीं दिए थे। इसके आधार पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने इस्तीफे अस्वीकार कर दिए। उन्होंने कहा कि इस्तीफे अपनी मर्जी से नहीं दिए गए थे इसलिए अस्वीकार कर दिए गए. अब ये सवाल है कि अगर वे अपनी मर्जी से नहीं दिए थे तो ये किसके दबाव में दिए गए। उन्होंने सवाल खड़ा किया कि क्या कोई धमकी थी, लालच था या दबाव था। यह एक ऐसा विषय है जिस पर पार्टी की ओर से जांच किए जाने की जरूरत है।

 



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TRAI का नया नियम! 5 दिन में बंद होंगे ये मोबाइल नंबर, जानें क्या है गाइडलाइन

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Image Source : फाइल फोटो
अगर आप अनरजिस्टर्ड नंबर से कॉल करते हैं तो आज ही बंद कर दें।

Trai Guidelines For Mobile Number: टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) आपका मोबाइल नंबर बंद कर सकती है। जी हां ट्राई ने एक नियम बनाया है जिसके तहत आपका 10 डिजिट वाला मोबाइल नंबर बंद किया जा सकता है। हाल ही एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ट्राई अब अनरजिस्टर्ड मोबाइल नंबर्स को बंद करेगी। इन नंबर्स से न तो कॉल की जा सकेगी और न ही मैसेज किए जा सकेंगे। 

आपको बता दें कि ट्राई ऐसे 10 डिजिट वाले नंबर पर लगाम कस रही है जो बिजनेस उद्देश्य से प्रमोशनल कॉलिंग और मैसेजिंग के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हैं। ट्राई के नियम के अनुसार प्रमोशनल उद्देश्य के लिए अलग से नंबर रिलीज किए जाते हैं। अगर आप पर्सनल नंबर से प्रमोशनल कॉल करते हैं तो आपका नंबर बंद हो सकता है। 

कॉलिंग के लिए ये है नियम

आपकी जानकारी कि लिए बता दें कि नॉर्मल कालिंग और प्रमोशनल कॉलिंग के लिए ट्राई की तरफ से अलग-अलग नंबर जारी होते हैं। प्रमोशनल कॉलिंग वाले नंबर में डिजिट की संख्या ज्यादा होती है और इसी से एक यूजर्स पहचानता है कि उसके पास प्रमोशनल कॉल आ रही है। यह जानने के बाद रिसीवर पर निर्भर करता है कि वह कॉल को रिसीव करे या न करें।


 

पकड़े जाने पर 5 दिन में बंद होगा नंबर

हालांकि कई बार लोग प्रमोशनल कॉल को रिसीव नहीं करते जिसकी वजह से लोग नॉर्मल नंबर से कॉल करने लगते हैं। जानकारी के अनुसार ट्राई ने इसमें रोक लगाने के लिए टेलीकॉम सर्विस प्रवाइडर्स से भी बात की है। नियम के मुताबिक अगर कोई यूजर नॉर्मल नंबर से प्रमोशनल कॉल करते हुए पाया गया तो उसका नंबर 5 दिन के अंदर बंद हो सकता है। 

यह भी पढ़ें- व्हाट्सऐप में आने वाला है टेक्स्ट एडीटर फीचर, चैटिंग के दौरान बदल सकेंगे फॉन्ट स्टाइल

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ChatGPT को बड़ा झटका, इस देश में पूरी तरह से बैन, सरकार ने लगाए गंभीर आरोप

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ChatGPT ने न केवल इंटरनेट पर बल्कि दुनियाभर में भी तूफान ला दिया है। OpenAI द्वारा बनाया गया यह एआई चैटबॉट दुनियाभर में पहले ही 100 मिलियन एक्टिव यूजर्स को आंकड़ा पार कर चुका है, जो किसी भी अन्य टेक कंपनी की तुलना में तेज है। चैटबॉट इंटरनेट पर उपलब्ध डेटा का उपयोग यूजर्स द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब हूबहू इंसनों की तरह देता है और इसी खूबी के कारण अब लोगों और कई संस्थानों द्वारा चैटजीपीटी का उपयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। हालांकि, एआई चैटबॉट के साइड इफेक्ट्स भी सामने आने लगे हैं और इसे कारण एक देश में चैटजीपीटी को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है।

दरअसल इटली में चैटजीपीटी पर बैन लगा दिया है। इटली सरकार के डेटा-प्रोटेक्शन अथॉरिटी ने अपने देश में एडवांस्ड एआई चैटबॉट को ब्लॉक करने का आदेश दिया है। लेकिन किस कारण से चैटजीपीटी पर प्रतिबंध लगाया है, चलिए डिटेल में जानते हैं।

चैटजीपीटी पर प्रतिबंध लगाने वाला इटली पहला यूरोपीय देश बना

इटली सरकार ने आगे बढ़कर चैटजीपीटी पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। एआई चैटबॉट पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाला इटली दुनिया का पहला पश्चिमी देश है। देश के डेटा प्रोटेक्शन अधिकारियों ने प्रतिबंध जारी किया और प्राइवेसी से संबंधी चिंताओं की जांच शुरू की। इटली से पहले ओपनएआई बॉट को चीन, ईरान, उत्तर कोरिया और रूस में प्रतिबंधित किया जा चुका है।

जानलेवा AI चैटबॉट! 6 सप्ताह चैट करने के बाद शख्स ने दी जान, मामला हैरान करने वाला

अधिकारियों के अनुसार, चैटजीपीटी के पास इसका उपयोग करने वाले लोगों के बारे में व्यक्तिगत जानकारी इकट्ठा करने का उचित कानूनी आधार नहीं है। डेटा इकट्ठा करने वाले सिस्टम का उपयोग एल्गोरिथम को ट्रेन्ड करने में मदद करने के लिए किया जाता है ताकि यूजर के सवालों का आगे जवाब दिया जा सके। इटैलियन वॉचडॉग की जांच इस बात पर गौर करेगी कि क्या ओपनएआई के चैटबॉट ने जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन (GDPR) का अनुपालन किया है, जो उस तरीके को कंट्रोल करता है जिससे कंपनियां यूजर के पर्सनल डेटा का उपयोग, प्रोसेस और स्टोर कर सकती हैं।

अधिकारियों ने कहा कि चैटजीपीटी ने एक डेटा उल्लंघन का अनुभव किया, जिसने यूजर की बातचीत और पेमेंट की डिटेल को लीक कर दिया। वॉचडॉग ने कहा कि “प्लेटफॉर्म के संचालन के लिए एल्गोरिदम को ट्रेन्ड करने के उद्देश्य से पर्सनल डेटा का बड़े पैमाने पर कलेक्शन और स्टोरेज को सही ठहराने का कोई कानूनी आधार नहीं है।

कंगाल कर देगा ChatGPT! यूजर्स की क्रेडिट कार्ड डिटेल लीक, 10 घंटे ठप रहा चैटबॉट

बीबीसी की एक रिपोर्ट ने आगे अधिकारियों के हवाले से कहा कि ऐप के पास यूजर की उम्र को वेरिफाई करने का कोई तरीका नहीं था और ऐसी संभावना हो सकती है कि ऐप “नाबालिगों को उनके विकास और जागरूकता की तुलना में बिल्कुल अनुपयुक्त उत्तरों को उजागर करता है”।

सरकारी अधिकारियों ने कथित तौर पर ओपनएआई को जानकारी प्रदान करने और आरोपी की चिंताओं को दूर करने के लिए 20 दिन का समय दिया है। यह €20 मिलियन के जुर्माने या वार्षिक राजस्व के 4 प्रतिशत तक के जुर्माने के लिए भी उत्तरदायी होगा।

फिलहाल, देश में चैटजीपीटी के संचालन पर अपने रुख पर भारत सरकार की ओर से कोई शब्द नहीं आया है। भारत सरकार पहले से ही पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल के एक नए ड्राफ्ट पर काम कर रही है, जिसका ओरिजनल ड्राफ्ट पिछले साल रद्द कर दिया गया था। कहा जा रहा है कि नया डेटा प्रोटेक्शन बिल इस साल के अंत में पेश किया जाएगा और इसे यूरोपीय संघ के GDPR पर आधारित किया जाएगा।



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“भारत के लिए खुला है नाटो का दरवाजा”; अमेरिकी नाटो राजदूत का बयान

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अमेरिकी नाटो दूत ने कहा कि नाटो गठबंधन अधिक जुड़ाव के लिए खुला है, अगर भारत ऐसा चाहता है.

नई दिल्ली:

भारत को नाटो में शामिल करने को लेकर अमेरिकी नाटो राजदूत जूलियन स्मिथ ने बड़ा बयान दिया है. नाटो में अमेरिकी नाटो राजदूत जूलियन स्मिथ ने कहा कि “नाटो भारत के साथ और अधिक जुड़ाव के लिए खुला है, अगर भारत इसे आगे बढ़ाने में रुचि लेता है.” राजदूत ने हालांकि जोर देकर कहा कि वर्तमान में गठबंधन द्वारा इसे व्यापक वैश्विक सैन्य गठबंधन में विस्तारित करने की कोई योजना नहीं है. जूलियन स्मिथ ने कहा,”नाटो गठबंधन अधिक जुड़ाव के लिए खुला है. नाटो के वर्तमान में दुनिया भर में 40 अलग-अलग साझेदार हैं और प्रत्येक की व्यक्तिगत साझेदारी अलग है.

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विभिन्न देश राजनीतिक जुड़ाव के विभिन्न स्तरों की तलाश में दरवाजे पर आते हैं, कभी-कभी देश इसमें अधिक रुचि रखते हैं अंतर-संचालनीयता और मानकीकरण के सवालों पर काम कर रहे हैं. इसलिए, वे भिन्न हैं. लेकिन, जो संदेश पहले ही वापस भेज दिया गया है वह यह है कि नाटो गठबंधन निश्चित रूप से भारत के साथ अधिक जुड़ाव के लिए खुला है, क्या वह देश इसे आगे बढ़ाने में रुचि लेता है.”  इसके अलावा, विदेश मामलों के नाटो मंत्रियों की बैठक पर बोलते हुए, जूलियन स्मिथ ने कहा,”भारत के साथ भविष्य के संदर्भ में, मुझे लगता है कि नाटो का दरवाजा खुला है, क्या भारत को दिलचस्पी होनी चाहिए.”  

रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत की भूमिका की सराहना करते हुए, स्मिथ ने कहा कि वह उस मानवीय सहायता के लिए आभारी हैं जो भारत संकटग्रस्त देश को प्रदान करने में सक्षम है और वह यूक्रेन में युद्ध को तत्काल समाप्त करने के लिए भारत के आह्वान की सराहना करती है. स्मिथ ने कहा, “हम भारत के साथ लगातार संपर्क में रहे हैं कि हम रूस को जवाबदेह ठहराने के लिए और क्या कर सकते हैं और हमने वह किया है और उसके साथ काम किया है. रूस द्वारा यूक्रेन के अंदर यह युद्ध शुरू करने के बाद से भारत ने कई बार भारत से बात की है.”

“संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत हमेशा समान नीति दृष्टिकोण साझा नहीं करते हैं, लेकिन हम नियम-आधारित आदेश को बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए एक प्रतिबद्धता साझा करते हैं कि प्रमुख सिद्धांत विशेष रूप से वे संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से संबंधित हैं, उन सिद्धांतों का सम्मान किया जाता है. मुझे लगता है कि यह हमारे रिश्ते का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है.” हम नाटो मुख्यालय में इंडो-पैसिफ़िक से अपने दोस्तों को मंत्रिस्तरीय में ला रहे हैं, जिसे हम शिखर सम्मेलन में उत्तरी अटलांटिक परिषद कहते हैं ताकि हम अपने भागीदारों से उनके अनुभवों, सुरक्षा के लिए चुनौतियों के संदर्भ में सीख सकें.”

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