दिल्ली पुलिस उस समय सकते में आ गई जब पीसीआर में आई एक कॉल पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की धमकी दी गई। तुरंत हरकत में आई पुलिस आरोपी तक पहुंच गई।
IND vs NZ: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच में दोनों टीमों के लिए करो या मरो कि स्थिति है। सीरीज में 1-1 की बराबरी पर चल रही दोनों टीमों के बीच अहमदाबाद में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। इस मैच को जीतने वाली टीम सीरीज अपने नाम कर लेगी। ऐसे में भारत के कप्तान इस मैच को किसी भी हाल में जीतना चाहेंगे। हार्दिक की कप्तानी में भारत ने एक भी टी20 सीरीज नहीं गवाई है। हार्दिक इस मैच में टीम इंडिया में कुछ बदलाव कर सकते हैं। ऐसे में तीसरे टी20 मैच में बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है। आइए इस मैच से पहले एक नजर भारत की संभावित प्लेइंग 11 पर डाले।
टॉप ऑर्डर में बदलाव
न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले दो टी20 मुकाबले में फेल साबित हुई भारत की टॉप ऑर्डर में हार्दिक कुछ बदलाव कर सकते हैं। वनडे मैचों में अपना लोहा मनवा चुके शुभमन गिल को तीसरे टी20 मुकाबले में टीम से ड्रॉप किया जा सकता है। उनकी जगह बेंच पर बैठे पृथवी शॉ को मौका दिया जा सकता है। हार्दिक को टॉप ऑर्डर को मजबूत करने के लिए यह फैसला लेना ही होगा। वहीं पृथवी के साथ ईशान किशन ओपन करते नजर आएंगे। तीसरे नंबर पर राहुल त्रिपाठी को ही मौका दिया जाएगा। राहुल ने पिछले कुछ मैचों से कुछ खास नहीं किया है, लेकिन कप्तान हार्दिक उन्हें मौका देना चाहेंगे।
ये संभालेंगे मिडिल ऑर्डर
मिडिल ऑर्डर को इस मैच में भी सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या ही संभालेंगे। हार्दिक बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी टीम के लिए कमाल कर सकते हैं। इनके अलावा दीपक हुड्डा और वॉशिंगटन सुंदर पांचवें और छठे नंबर पर नजर आएंगे। ये दोनों खिलाड़ी नरेंद्र मोदी स्टेडियम के स्पिन ट्रेक्स पर अपना कमाल दिखा सकते हैं। हालांकि रांची और लखनऊ के पिचों की स्थिति को देखते हुए अहमदाबाद में पिच को थोड़ा कम स्पिन फ्रैंडली बनाया जा सकता है। दीपक हुड्डा को इस मैच में बल्ले से कमाल करने की जरूरत है। उनके फ्लॉप होने के कारण टीम की बल्लेबाजी में गहराई नजर नहीं आ रही है। वॉशिंगटन सुंदर की बात करे तो वह बल्ले और गेंद दोनों से शानदार फॉर्म में हैं।
इनके हाथों में होगी गेंदबाजी की कमान
गेंदबाजों की बात करे तो इस मैच में हार्दिक वहीं गेंदबाजी यूनिट के साथ जाना चाहेंगे जिन गेंदबाजों को उन्होंने पहले दोनों टी20 मैचों में खिलाया था। ऐसे में एक बार फिर से स्पिन यूनिट को कुलचा यानी युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव संभालेंगे। वहीं तेज गेंदबाजों के रूप में शिवम मावी और अर्शदीप सिंह एक बार फिर से एक्शन में नजर आ सकते हैं।
कल यानी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारत सरकार का अगला आम बजट पेश करेंगी। बजट में होने वाले ऐलान को लेकर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। बजट और इकोनॉमिक सर्वे से पहले आईएमएफ ने झटका दिया है। आईएमएफ (IMF) की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ ने रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए बताया है कि ग्लोबल इकोनॉमी में इस साल पिछले वर्ष की तुलना में गिरावट देखने को मिल सकती है। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि मौजूदा साल में देश की ग्रोथ रेट चीन और अमेरिका से अधिक रहने की उम्मीद है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले ग्रोथ रेट में गिरावट देखने को मिल सकती है।
आईएमएफ ने अपने अनुमान में जताया है, “भारत की ग्रोथ रेट 2022 के 6.8 प्रतिशत से घटकर 6.1 प्रतिशत 2023 में रह सकती है। हालांकि, यह एक बार फिर इसे 2024 में 6.8 प्रतिशत तक जाने की संभावना जताई जा रही है।” वहीं, आईएमएफ के चीफ इकोनॉमिस्ट और रिसर्च डायरेक्टर ने कहा, “चालू वित्त वर्ष के लिए हमने अक्टूबर के अनुमान को बरकरार रखा है। लेकिन मार्च के बाद ग्रोथ रेट में गिरावट देखने को मिल सकती है। वित्त वर्ष 2023 भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार 6.1 प्रतिशत रह सकती है। ग्रोथ रेट में गिरावट की वजह वैश्विक अस्थिरता है।”
आईएमएफ ने अपने प्रोजेक्शन में कहा है कि साल 2023 के अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 1.4 प्रतिशत, चीन की 5.2 प्रतिशत रह सकती है। जोकि भारत की तुलना में कम है। बता दें, चीन के लिए पिछला साल काफी चुनौती पूर्ण रहा है। जीरो कोविड पॉलिसी ने चीनी अर्थव्यस्था के लिए बुरा साल साबित हुआ था। लेकिन नया वर्ष भारत के पड़ोसी के लिए राहत भरा हो सकता है।
भारत की सबसे तेज रहेगी ग्रोथ रेट
जहां चीन कोविड की मार झेल रहा है। तो वहीं, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने अमेरिका और यूरोपिय देशों पर बुरा असर डाला है। संकट के दौर में भी भारत सबसे तेज ग्रोथ रेट दर्ज करेगा। 2023 ही नहीं 2024 में भी भारत की इकोनॉमी चीन,अमेरिका जैसे देशों की तुलना में अधिक तेजी के साथ बढ़ेगी।