Pervez Musharraf ने पाकिस्तान में Feroz Khan की एंट्री पर हमेशा के लिए बैन लगा दिया था। यही नहीं उन्होंने पाकिस्तानी हाई कमिश्नर को सख्त निर्देश दे दिया था कि फिरोज खान को किसी भी सूरत में पाकिस्तान का वीजा न दिया जाए। इसकी वजह थी फिरोज खान द्वारा पाकिस्तान में ही जाकर कही गईं कुछ बातें, जो परवेज मुशर्रफ को बुरी तरह चुभी थीं। पूरा किस्सा क्या है, आइए बताते हैं:
फिरोज खान, फाइल फोटो: Twitter@FilmHistoryPic
2006 की घटना, पाकिस्तान में भारत की तारीफ
यह घटना साल 2006 की है। तब फिरोज खान, भाई अकबर खान की फिल्म ‘ताजमहल’ को प्रमोट करने पाकिस्तान गए थे। फिरोज खान को बाकायदा निमंत्रण देकर वहां बुलाया गया था। तब भारतीय और पाकिस्तानी कलाकारों के न तो एक साथ काम करने पर बैन था और न ही आवाजाही को लेकर सख्त पाबंदी। साल 2005 में रिलीज हुई ‘ताजमहल: एन एटरनल लव स्टोरी’ में कुछ पाकिस्तानी कलाकार भी थे। जब फिरोज खान पाकिस्तान गए और तो वहां एक पार्टी रखी गई, जिसमें वह कई पाकिस्तानी कलाकारों से मिले। लेकिन पार्टी में फिरोज खान की एंकर फख्र-ए-आलम से लड़ाई हो गई।

फिरोज खान, फाइल फोटो: Twitter@FilmHistoryPic
परवेज मुशर्रफ को चुभी यह बात, मचा बवाल
दरअसल पार्टी में फिरोज खान ने भारत की तारीफ करते हुए कह दिया था कि हमारा देश सेकुलर है और वहां मुस्लिम तरक्की कर रहे हैं। फिरोज खान ने कहा था कि पाकिस्तान को इस्लाम के नाम पर बनाया गया, लेकिन यहां मुस्लिम ही मुस्लिमों को काट रहे हैं। यह बात वहां के आवाम और परवेज मुशरर्फ को बुरी लगी। बवाल तब और बढ़ गया जब फिरोज खान ने कह दिया कि वह पाकिस्तान खुद नहीं आए हैं, बल्कि उन्हें बुलाया गया है। फिरोज खान ने कह दिया था कि भारतीय फिल्में बहुत ही पावरफुल हैं और इन्हें पाकिस्तान की सरकार ज्यादा दिनों तक नहीं रोक सकती।
उबल गया पाकिस्तान, फिरोज खान पर लगा बैन
फिरोज खान की इन्हीं बातों पर पूरा पाकिस्तान उबल गया और तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने फिरोज खान को पाकिस्तान का वीजा दिए जाने से इनकार कर दिया। साथ ही हमेशा के लिए अपने मुल्क में एक्टर की एंट्री पर बैन लगवा दिया। इस विवाद के तीन साल बाद ही यानी 2009 में फिरोज खान का निधन हो गया। उनके फेफड़ों में कैंसर हो गया था और उनका मुंबई स्थित ब्रीच कैंडी अस्पताल में इलाज चल रहा था।