देश की सबसे बड़ी सीमेंट निर्माता कंपनी अल्ट्राटेक वित्त वर्ष 2026 तक भारत में सीमेंट उत्पादन क्षमता में एक तिहाई का इजाफा करेगी जबकि उसकी प्रतिस्पर्धी अधिग्रहण के जरिए ऐसा करना चाहती हैं। जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने हाल में इंडिया सीमेंट्स की चूना-पत्थर खदान व जमीन का अधिग्रहण मध्य प्रदेश में 477 करोड़ रुपये में किया है।
चूना-पत्थर का इस्तेमाल सीमेंट के निर्माण में होता है। जेएसडब्ल्यू सीमेंट ने मध्य भारत में 50 लाख टन सालाना क्षमता वाले संयंत्र की स्थापना का ऐलान किया है। वित्त वर्ष 2025 तक वह 2.5 करोड़ टन सालाना उत्पादन क्षमता पर पहुंचना चाहती है।
दूसरी ओर, अंबुजा सीमेंट्स व एससीसी का अधिग्रहण पिछले महीने होल्सिम से 6.5 अरब डॉलर में करने के बाद अदाणी समूह अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए सीमेंट परिसंपत्तियों की तलाश में है। पिछले हफ्ते समूह ने इस कयास से इनकार किया कि जेपी समूह से सीमेंट कारोबार खरीदने के लिए उसकी बातचीत चल रही है। समूह ने पहले कहा था कि उसकी योजना सीमेंट क्षमता दोगुनी कर मौजूदा 7 करोड़ टन सालाना से 14 करोड़ टन सालाना करने की है।
नतीजे की घोषणा के बाद अल्ट्राटेक के कार्यकारी निदेशक व सीएफओ अतुल डागा ने कहा कि मार्च 2023 के आखिर तक भारत में सीमेंट उत्पादन क्षमता 13.12 करोड़ टन करने की योजना पटरी पर है, जो सितंबर 2022 की तिमाही के आखिर में 11.58 करोड़ टन था। दूसरे चरण की विस्तार योजना के तहत वित्त वर्ष 2026 तक कंपनी भारत में अपनी उत्पादन क्षमता 15.3 करोड़ टन पर पहुंचाना चाह रही है।
एकीकृत स्तर पर अंतरराष्ट्रीय परिचालन के साथ अल्ट्राटेक की सीमेंट उत्पादन क्षमता दूसरी तिमाही के आखि्र में 12.12 करोड़ टन थी। वित्त वर्ष 26 के आखिर में कंपनी इसे 16 करोड़ टन सालाना पर पहुंचाना चाहती है। अल्ट्राटेक भारत के अलावा यूएई, बहरीन और श्रीलंका में भी परिचालन करती है।
डागा ने कहा, सितंबर 2022 की तिमाही में हमने उत्तर प्रदेश में विस्तार योजना के तहत 13 लाख टन क्षमता चालू की। हमने भारत में सितंबर तिमाही की समाप्ति 11.58 करोड़ टन सालाना के साथ की।
उन्होंने कहा, पाली (राजस्थान) का ग्रीनफील्ड प्लांट और मध्य प्रदेश के धार का ब्राउनफील्ड विस्तार कार्यक्रम करीब-करीब पूरा हो चुका है और उत्पादन के लिए तैयार है। हम अक्टूबर-दिसंबर की तिमाही में इन संयंत्रों को चालू होता देख सकते हैं।
विश्लेषकों के मुताबिक, अकेले इन दो परियोजनाओं से ही अल्ट्राटेक की सीमेंट उत्पादन क्षमता में 70 लाख टन जुड़ सकते हैं। बाकी 70-80 लाख टन वित्त वर्ष 23 की मार्च तिमाही में जुड़ सकते हैं क्योंकि देश भर में अल्ट्राटेक की दूसरी परियोजना में भी क्षमता जोड़ने पर काम हो रहा है।
आय की घोषणा के बाद डागा ने कहा कि कंपनी मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में भारत में कुल 1.54 करोड़ टन सालाना क्षमता चालू करेंगे। उन्होंने कहा, हम मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में करीब 2,900-3,000 करोड़ रुपये पूंजीगत खर्च कर चुके हैं। क्षमता विस्तार आंतरिक संग्रह से किया जा रहा है। इस वित्त वर्ष में हम पूंजीगत खर्च पर 6 से 7 हजार करोड़ रुपये की नकदी लगने की उम्मीद कर रहे हैं।
अल्ट्राटेक पर हालिया नोट में मोतीलाल ओसवाल के विश्लेषकों संजीव कुमार सिंह व मुदित अग्रवाल ने कहा है कि अल्ट्राटेक देश में सीमेंट की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए सही स्थिति में है।
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