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क्या रावण हूं? लगा लूंगा फांसी; पहलवानों के प्रदर्शन के बीच बृज भूषण शरण सिंह का नया वीडियो

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भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृज भूषण सिंह ने महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न पर एक बार फिर अपना पक्ष रखा है। बृज भूषण सिंह ने कहा कि अगर उनके खिलाफ एक भी आरोप साबित हो जाता है तो वह फांसी लगा लेंगे।



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पहलवान गए तो थे गंगा में मेडल बहाने…क्या हुआ फिर, अब खेल मेरे हाथ में नहीं-बोला बृजभूषण सिंह

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Image Source : ANI
बृजभूषण सिंह ने पहलवानों पर कसा तंज

भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया था और प्रदर्शन कर उन्हें सजा देने की मांग की थी। इस मामले में पहलवानों का प्रदर्शन जारी है। मंगलवार को पहलवानों ने हरिद्वार में गंगा नदी में मेडल प्रवाहित करने का फैसला किया। पहलवान  साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया मंगलवार (30 मई) को अपने मेडल को गंगा में बहाने पहुंचे लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत ने खिलाड़ियों को रोक दिया।

 पहलवानों के इस कदम पर बीजेपी के सांसद बृजभूषण सिंह ने पहलवानों पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि गए थे सब गंगा में मेडल बहाने लेकिन गंगा की जगह पदक नरेश टिकैत को दे दिए गए। 

बृजभूषण सिंह ने कहा, ”जांच होने दीजिए। अब खेल हमारे हाथ में नहीं है, सब कुछ दिल्ली पुलिस के हाथ में है। पहलवानों के निवेदन पर एफआईआर हुई और इस पर जांच चल रही है। मैं क्या मदद कर सकता हूं। मैं तो हर हाल में तैयार हूं। ये लोग मेडल गंगा में बहाने गए लेकिन किसान नेता नरेश टिकैत को दे दिए. मेरा कार्यकाल खत्म हो गया और मैं गलत पाया जाऊंगा तो गिरफ्तार हो जाऊंगा। वैसे भी मेरा कार्यकाल खत्म हो चुका है।”

दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और सीएम अरविंद केजरीवाल ने सरकार पर निशाना साधा है। इस मामले में कांग्रेस नेता शशि थरूर सहित कई लोगों के साथ पूर्व क्रिकेटर अनिल कुंबले ने भी पहलवानों का पक्ष लिया और कहा कि उम्मीद है कि मामला जल्द सुलझेगा।

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चलती मेट्रो की गेट खोल कर कूद रहा था शख्स, फिर ऐसा हुआ कि देख कर दिल दहल जाएगा

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Social Media Viral Video: कई बार लोग ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ करते हैं. शॉर्ट कट के चक्कर में लोग अपनी जान भी दांव पर लगा देते हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक शख्स चलती मेट्रो की गेट खोल देता है. गेट खोलने के बाद वो सीधे प्लेटफॉर्म पर गिर जाता है. उसके बाद जो होता है, वो पूरी तरह से हैरान कर देने वाला होता है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो को देखने के बाद लोग दंग हो रहे हैं.

देखें वायरल वीडियो

वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक शख्स चलती हुई मेट्रो की गेट को खोलने की कोशिश करता है और वो इसमें सफल भी हो जाता है, मगर गेट खुलने के बाद जो होता है, वो चौंकाने वाला होता है. सोशल मीडिया पर यह वीडियो पूरी तरह से हैरान कर देने वाला होता है. 

वायरल हो रहे इस वीडियो को देखने के बाद आप समझ गए होंगे कि इस धरती पर कितने बेवकूफ लोग होते हैं. इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे शख्स गिर जाता है. इस तरह के स्टंट करने से किसी की जान भी जा सकती है. सोशल मीडिया पर यह बहुत ही हैरान कर देने वाला वीडियो है. वायरल हो रहे इस वीडियो को कई लोगों ने शेयर किया है.

इस वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया गया है. 39 लाख लोगों ने इस वीडियो को देखा है, वहीं इस वीडियो पर कई लोगों के कमेंट्स भी देखने को मिल रहे हैं. एक यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- ऐसे लोग बेवकूफी के कारण मर जाते हैं. एक अन्य यूज़र ने कमेंट करते हुए लिखा है- बहुत ही डरावना वीडियो है.

इस वीडियो को भी देखें





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‘कबीर ग्रंथावली’ के संशोधित संस्करण को करीब सौ साल बाद किया जा रहा है प्रकाशित

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कबीर के अध्ययन पर सबसे प्रामाणिक और संपूर्ण रचना मानी जाने वाली ‘कबीर ग्रंथावली’ का संशोधित संस्करण चार जून को कबीर की 626वीं जयंती के मौके पर बाजार में आएगा. कबीर की रचनाओं की सदियों पुरानी हस्तलिखित प्रतियों के आधार पर श्यामसुंदर दास ने 1928 में पहली बार पुस्तक का संपादन किया था. इसके नये संस्करण का प्रकाशन राजकमल प्रकाशन ने किया है और भक्ति कविता के विशेषज्ञ पुरुषोत्तम अग्रवाल ने इसका संपादन किया है.

अग्रवाल ने नवीनतम संस्करण के बारे में कहा कि पुस्तक का पाठ वही है, वहीं पढ़ने में छूट गयीं बहुत सी त्रुटियों को ठीक कर लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने कबीर पर क्रमबद्ध अध्ययन शुरू किया तो मेरा सामना ग्रंथावली के पाठ की समस्याओं से भी हुआ. मुझे हैरानी हुई कि किसी विद्वान ने इसमें संशोधन या सुधार पर ध्यान क्यों नहीं दिया. अंतत: मैंने खुद ये काम संभाला.”

प्रकाशकों के अनुसार संशोधित संस्करण के प्रकाशन के बाद पाठकों को करीब एक शताब्दी बाद कबीर की प्रामाणिक रचनाएं उपलब्ध होंगी.



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