Narendra Modi dressing style: दुनियाभर में तमाम प्रकार के एक्टर और फिल्मी सितारे हैं जिनकी ड्रेसिंग स्टाइल को लेकर लोगों में चर्चा रहती है। लेकिन, हमारे पीएम मोदी (PM Modi) इन सितारों से ड्रेसिंग सेंस के मामले में बिलकुल भी कम नहीं हैं। जी हां, भारत समेत दुनियाभर में पीएम मोदी की ड्रेसिंग स्टाइल की तारीफ की जाती है। विश्व के तमाम बड़े नेताओं में वे अपनी ड्रेसिंग सेंस और पर्सनालिटी के कारण अलग से जाने जाते हैं। ऐसा ही कुछ आज भी हुआ। आज 26 जनवरी और बसंत पंचमी के अवसर पर पीएम मोदी बेहद खूबसूरत नजर आएं। तमाम लोगों और कैमरे की नजर उनके सिर पर बंधी बसंती पगड़ी पर थी, जिनमें वो सारे रंग थे जिसके लिए हमारा भारत जाना जाता है। तो, आइए पीएम मोदी की ड्रेसिंग स्टाइल से लेते हैं कुछ खास टिप्स (Pm Modi dressing style)
1. पीएम मोदी मौके के हिसाब से चुनते हैं अपना ड्रेस
आपने देखा होगा कि पीएम मोदी मौके के हिसाब से अपने कपड़ों का चुनाव करते हैं। वे कश्मीर में सेना से मिलने जाते हैं तो उनकी इंडियन आर्मी की ड्रेस में नजर आते हैं तो, वाइल्ड लाइफ सेंचुरी जाते हैं तो कैजुअल कपड़ों में नजर आते हैं।
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2. हर पोषाक द्वारा स्थानीय जनता से जुड़ते हैं
इसी तरह पीएम मोदी जब असम जाते हैं तो स्थानीय पोषाकों में नजर आते हैं। तो, कभी हिमाचल और पहाड़ी राज्यों में जाने पर उनकी पोषक बिल्कुल वहां के लोगों जैसी हो जाती है। इस तरह वे हर पोषाकों द्वारा स्थानीय जनता से जुड़ते हैं।
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3. वेस्टर्न में भी दिखते हैं कमाल
जब पीएम कभी बाहरी देशों के दौरे पर जाते हैं तो वे सिर्फ अपना नेहरू जैकेट ही नहीं पहनते बल्कि, कोट पैंट के साथ फॉर्मल सूट में भी नजर आते हैं। देखने वाली बात ये है कि पीएम मोदी इस में भी उम्दा लगते हैं।
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4. काशी हो या केरल, कपड़ों में दिखती है संस्कृति
काशी हो या केरल, पीएम मोदी भारत के किसी भी राज्य या वहां के धार्मिक स्थलों पर जाएं, उनके कपड़ों में संस्कृति नजर आती है। यह भी एक कारण है कि वे एक दमदार पर्सनालिटी के साथ सबका दिल जीत लेते हैं।
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5. त्योहार हो या जनसभा, नजर आते हैं सबसे अलग
त्योहार हो या जनसभा, पीएम मोदी इनके महत्व को समझते हुए कपड़ों का चुनाव करते हैं। ये रंग उन्हें न सिर्फ एक दमदार पर्सनालिटी बनाती है बल्कि, इस बात का भी सूचक है कि वो भारत के तमाम राज्य, रंग, जाति विशेष, संप्रदाय त्योहार और भारतीय संस्कारों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
Does saffron water whiten skin: केसर सेहत के लिए किसी जड़ी बूटी से कम नहीं है। जी हां, आपको यह जान कर हैरानी हो सकती है लेकिन, केसर न सिर्फ एनर्जी, नींद और मूड बूस्टर है बल्कि, ये आपकी स्किन के लिए भी काफी फायदेमंद है। जी हां, इसकी वजह है इसके कुछ खास एंटीऑक्सीडेंट्स। दरअसल, केसर एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-ऑक्सीडाइजिंग गुणों से भरपूर है। ये संवेदनशील, मुहांसे वाली या सुस्त त्वचा के लिए एक आसानी से काम कर सकता है। ये न सिर्फ काले धब्बों को दूर करने में मददगार है बल्कि ये स्किन की रंगत सुधारने में भी काम आ सकता है। इसके अलावा भी चेहरे के लिए केसर के कई फायदे हैं। पहले जानते हैं इसके इस्तेमाल का तरीका।
ग्लोइंग स्किन के लिए केसर का पानी कैसे पिएं- How to drink saffron water for glowing skin in hindi
ग्लोइंग स्किन के लिए केसर का पानी बनाते समय आपको तीन चीजों का इस्तेमाल करना है। पहला तो आपको एलोवेरा, दूसरा शहद और तीसरा केसर लेना है। अब इन तीनों को पानी में मिला कर यूं ही रात भर छोड़ देना है। सुबह अब इसे पानी को चम्मच से मिला लें और फिर खाली पेट इस पानी का सेवन करें।
स्किन के लिए केसर का पानी पीने के फायदे-Saffron water benefits for skin
1. काले धब्बे कम करता है
केसर में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी होता है। साथ ही इसमें क्रोसिन और क्रोसेटिन जैसे शक्तिशाली कैरोटीनॉयड होते हैं जो पिगमेंटेशन, सन टैन डार्क स्पॉट और मुंहासे के निशान को हल्का कर सकते हैं।
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2. रंग निखारता है केसर
आपको जान कर हैरानी हो सकती है कि केसर (Does saffron water whiten skin) आपकी रंगत निखारने में मददगार है। ये खून साफ करता है और स्किन की अशुद्धियों को कम करने में मददगार है। इस वजह से ये त्वचा की रंगत निखारने में मददगार है।
केसर का पानी अगर आप लंबे समय के लिए पीते हैं तो इससे चेहरे में ग्लो (saffron water for glowing skin in hindi) बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए कि केसर का पानी आपकी स्किन में हाइड्रेशन बढ़ाने में मददगार है। दूसरा ये त्वचा में नमी जोड़ने का काम करता है जिससे कि फाइन लाइन्स और झुर्रियों की समस्या नहीं होती।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
सफेद बालों की समस्या से आजकल हर कोई परेशान है। दरअसल, ये फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसान की वजह से हो सकता है। इसके अलावा आज कल बढ़ता प्रदूषण और हेयर प्रोडक्ट्स के कैमिकल्स बालों की रंगत को नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में आप कुछ घरेलू उपचारों की भी मदद ले सकते हैं। जैसे कि गुड़हल (hibiscus flower) और काले तिल (Black Sesame Seeds)। जी हां, ये तरीका दक्षिण भारत में काफी लोकप्रिय है। यहां गुड़हल के फूलों और काले तिल को नारियल के तेल में उबाला जाता है और फिर इस तेल को बालों में लगाया जाता है। कहा जाता है कि तेल बालों को काला करता है और इसे सफेद होने से रोकता है। इसके अलावा भी गुड़हल और काले तिल से बने इस तेल के बालों के लिए कई फायदे हैं, आइए जानते हैं विस्तार से।
1. सफेद बालों को काला कर सकता है गुड़हल और काले तिल
गुड़हल में विटामिन सी और ए और आयरन होता है। किसी भी तेल के साथ इसके फूल का लेप बालों में लगाने से बालों को काला करके सफेद बालों को प्रबंधित करने में मदद मिलती है। तो, काले तिल में मैग्नीशियम, प्रोटीन, कैल्शियम, कॉपर, मैंगनीज और फाइबर जैसे गुण होते हैं जो कि बालों को अंदर से पोषण देते हैं और बालों को काला करने में मदद करते हैं।
गुड़हल और काले तिल दोनों मिल कर बालों का ब्लड सर्कुलेशन सही करते हैं। ये बालों में जड़ों से पोषण देते हैं, कोलेजन बूस्ट करते हैं और इसकी रंगत सुधारते हैं। इसके अलावा ये बालों का झड़ना कम करते हैं और इसे अंदर से मजबूत बनाने में मदद करते हैं। तो, आप झड़ते बालों के लिए भी गुड़हल और काले तिल से बने इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रदूषण आपतके बालों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। ऐसे में गुड़हल और काले तिल दोनों मिल कर बालों को प्रदूषण से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। ये कोलेजन और बालों के टैक्सर को होने वाले नुकसान से बचाते हैं और बालों की रंगत में सुधार लाते हैं।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
आजकल लोगों को ट्रैवलिंग का बेहद शौक होने लगा है, लेकिन घूमने का शौक रखने वालों में कई ऐसे लोग भी हैं जिन्हें ट्रैवलिंग के दौरान उल्टी और जी मिचलाने की शिकायत होने लगती है. दरअसल, मोशन सिकनेस एक ऐसी समस्या है जिसमें यात्रा के दौरान उल्टी, सिर घूमना, चक्कर आना या जी मिचलाने आम है. लंबे टूर पर तो लगभग हर कोई कार, बस या फिर ट्रेन से ही जाता है। खासतौर पर पहाड़ी इलाकों में सफर के दौरान कई लोगों को उल्टी रोकने की हर मुमकिन कोशिश के बाद भी उल्टी आ ही जाती है। मोशन सिकनेस में कान के अंदरूनी हिस्से, आंखों और मांसपेशियों और जोड़ों की नसों को अलग-अलग सिग्नल मिलते हैं। लेकिन हवा न मिल पाने के कारण हमें सिकनेस हो जाती है, जिसके कारण दिमाग कंफ्यूज हो जाता है और लक्षण ट्रिगर हो सकते हैं। ऐसे में आप इस दौरान इन कुछ उपायों की मदद से इन परेशानियों से निजात पा सकते हैं।
मोशन सिकनेस के लक्षण
जी मिलचलाना
सिर घूमना
उल्टी होना
चक्कर आना
थकावट होना
आलस आना
इनडाइजेशन
पेट में दर्द
बेचैनी महसूस होना
सफर के दौरान होने वाली उल्टियों को ऐसे रोकें
आक का पत्ता उल्टी को रोकने में काफी कारगर होता है। इसके लिए आक के एक पत्ते को लेकर चिकना वाला भाग पैर में तलवे की ओर करके रख लें और उसके ऊपर से मोजे पहन लें।
दिव्यधारा सूघने से या फिर थोड़े से पानी में डालकर इसे पीने से भी आपको लाभ मिलेगा।
अगर आपको अधिकतर सफर के दौरान उल्टी होती है तो यात्रा के पहले दही और अनार का सेवन करें।
केवल दही का सेवन करने से भी आपको लाभ मिलेगा। इसके लिए करीब 50 ग्राम दही को शहद या शक्कर के साथ खा लें।
सुबह के समय सर्वकल्प क्वाथ का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए एक लीटर पानी में सर्वकल्प क्वाथ डालकर धीमी आंच में उबाल लें। जब पानी 400 ग्राम बचे तो गैस बंद कर दें और इसे ठंडा करके या फिर गुनगुना सेवन करें।
रात को सोने से पहले एक गिलास पानी में एक-एक चम्मच जीरा, धनिया और सौफ का भिगो दें और सुबह इसका सेवन कर लें। इससे भी लाभ मिलेगा।
रोजाना कपालभाति और अनुलोम विलोम प्राणायाम करें। इससे भी आपको सफर के दौरान आने वाली उल्टियों से छुटकारा मिलेगा।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)
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