अफगानिस्तान की टीम वर्ल्ड कप के इतिहास का एक और बड़ा उलटफेर करने के बेहद करीब थी, लेकिन एक ही बल्लेबाज के दो कैच छूट गए और सब खराब हो गया। उस बल्लेबाज ने अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई, क्योंकि उसने दोहरा शतक जड़ा। ये बल्लेबाज कोई और नहीं, बल्कि ग्लेन मैक्सवेल थे, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को अकेले दम पर जीत दिलाकर इतिहास रचा, क्योंकि कोई भी बल्लेबाज नंबर 6 पर अभी तक दोहरा शतक नहीं जड़ सका था। यहां तक कि रन चेज में किसी ने भी दोहरा शतक वनडे क्रिकेट में नहीं जड़ा है। उधर, अफगानिस्तान के कप्तान हशमतुल्लाह शाहिदी ने कैच छोड़ना ही टीम की हार की वजह बताई।
पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन सेरेमनी में हशमतुल्लाह शाहिदी ने कहा, “बहुत निराशजनक। क्रिकेट एक मजेदार खेल है, यह हमारे लिए अविश्वसनीय था। हम खेल में थे, हमारे गेंदबाजों ने बहुत अच्छी शुरुआत की और छूटे हुए मौकों ने हमें नुकसान पहुंचाया। इसके बाद मैक्सवेल नहीं रुके, उन्होंने हर तरह का शॉट खेला और मैं उन्हें श्रेय दे सकता हूं। मुझे लगता है कि ड्रॉप किए गए कैच महत्वपूर्ण थे, उसके बाद मैक्सवेल ने वास्तव में अच्छा खेला। हमारे गेंदबाजों ने पूरी कोशिश की, लेकिन उन्होंने हमें कोई मौका नहीं दिया। टीम पर गर्व है, लेकिन आज रात हमें निराशा होगी।” ग्लेन मैक्सवेल का जब आसान कैच मुजीब उर रहमान ने छोड़ा तो वे 33 रन पर थे।
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कप्तान शाहिदी ने आगे कहा, “हमने नहीं सोचा था कि यह इस तरह मैच फिनिश होगा, लेकिन यह खेल का हिस्सा है। यह क्रिकेट है। हम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मजबूत वापसी की कोशिश करेंगे। उसे (इब्राहिम जादरान) खुद पर गर्व होगा, मुझे भी गर्व है कि वह विश्व कप में शतक लगाने वाला पहला अफगानी खिलाड़ी है।” जादरान की ये पारी ज्यादा काम नहीं आई, क्योंकि 128 गेंदों में खेली गई 201 रनों की मैक्सवेल की पारी ने सब तहस-नहस कर दिया। टीम के लिए मुजीब विलेन बन गए, क्योंकि उन्होंने पहले कैच छोड़ा और फिर एक ही ओवर में 22 रन देकर मैच खत्म करा दिया।