मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि ओलंपिक में पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ियों को पुलिस उपाधीक्षक (deputy superintendent of police, DSP) बनाया जाएगा।
कल यानी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारत सरकार का अगला आम बजट पेश करेंगी। बजट में होने वाले ऐलान को लेकर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। बजट और इकोनॉमिक सर्वे से पहले आईएमएफ ने झटका दिया है। आईएमएफ (IMF) की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ ने रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए बताया है कि ग्लोबल इकोनॉमी में इस साल पिछले वर्ष की तुलना में गिरावट देखने को मिल सकती है। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि मौजूदा साल में देश की ग्रोथ रेट चीन और अमेरिका से अधिक रहने की उम्मीद है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले ग्रोथ रेट में गिरावट देखने को मिल सकती है।
आईएमएफ ने अपने अनुमान में जताया है, “भारत की ग्रोथ रेट 2022 के 6.8 प्रतिशत से घटकर 6.1 प्रतिशत 2023 में रह सकती है। हालांकि, यह एक बार फिर इसे 2024 में 6.8 प्रतिशत तक जाने की संभावना जताई जा रही है।” वहीं, आईएमएफ के चीफ इकोनॉमिस्ट और रिसर्च डायरेक्टर ने कहा, “चालू वित्त वर्ष के लिए हमने अक्टूबर के अनुमान को बरकरार रखा है। लेकिन मार्च के बाद ग्रोथ रेट में गिरावट देखने को मिल सकती है। वित्त वर्ष 2023 भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार 6.1 प्रतिशत रह सकती है। ग्रोथ रेट में गिरावट की वजह वैश्विक अस्थिरता है।”
आईएमएफ ने अपने प्रोजेक्शन में कहा है कि साल 2023 के अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 1.4 प्रतिशत, चीन की 5.2 प्रतिशत रह सकती है। जोकि भारत की तुलना में कम है। बता दें, चीन के लिए पिछला साल काफी चुनौती पूर्ण रहा है। जीरो कोविड पॉलिसी ने चीनी अर्थव्यस्था के लिए बुरा साल साबित हुआ था। लेकिन नया वर्ष भारत के पड़ोसी के लिए राहत भरा हो सकता है।
भारत की सबसे तेज रहेगी ग्रोथ रेट
जहां चीन कोविड की मार झेल रहा है। तो वहीं, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने अमेरिका और यूरोपिय देशों पर बुरा असर डाला है। संकट के दौर में भी भारत सबसे तेज ग्रोथ रेट दर्ज करेगा। 2023 ही नहीं 2024 में भी भारत की इकोनॉमी चीन,अमेरिका जैसे देशों की तुलना में अधिक तेजी के साथ बढ़ेगी।
IMF ने 2023 के लिए भारत की विकास दर 6.1% रहने का अनुमान जताया
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) ने साल 2023 में ग्लोबल इकोनॉमी ग्रोथ का अनुमान जारी किया है. आईएमएफ ने भारत की वृद्धि दर 2023 में 6.1 फीसदी रहने के अनुमान को बरकरार रखा है. IMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) ने भारत के लिए 2023 की इकोनॉमिक ग्रोथ 6.1 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. आईएमएफ के मुताबिक भारत तेजी से वृद्धि करने वाली अर्थव्यवस्था बनी रहेगी.
IMF (अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष) ने 2023 के लिए भारत की विकास दर 6.1% रहने का अनुमान जताया। pic.twitter.com/i5mqKbipr0
संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो रहा है। 11 बजे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आर्थिक सर्वेक्षण (इकोनॉमिक सर्वे) पेश करेंगी। इस आर्थिक सर्वेक्षण में देश की अर्थव्यवस्था की सेहत का लेखा-जोखा मिलेगा। आपको बता दें कि हर साल बजट से ठीक एक दिन पहले देश में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया जाता है। इसमें अर्थव्यवस्था के प्रमुख घटक की ग्रोथ रफ्तार, और चिंता के बारे में विस्तृत ब्योरा पेश किया जाता है। आर्थिक विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक मंदी के बीच इस आर्थिक सर्वेक्षण में वित्त वर्ष 2023-24 में ग्रोथ की रफ्तार तीन साल में सबसे कम रह सकती है। आर्थिक सर्वेक्षण में देश की जीडीपी वृद्धि की रफ्तार 6 से 6.8 फीसदी रहने की संभावना है।
क्या होता है आर्थिक सर्वेक्षण
इकोनॉमिक सर्वे मौजूदा वित्त वर्ष का एक लेखा-जोखा होता है। इसके लिए विभिन्न सेक्टर्स, इंडस्ट्री, एग्रीकल्चर, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन, रोजगार, महंगाई, एक्सपोर्ट जैसे डेटा का सहारा लिया जाता है। आसान भाषा में समझें तो यह सरकार का रिपोर्ट कार्ड होता है। सरकार को कहां से आय होगी, कहां खर्च होगा, महंगाई कितनी रहेगी, कौन सा सेक्टर पास हुआ कौन सा फेल हुआ, इस सब की जानकारी आर्थिक सर्वेक्षण में होती है। एक तरह से अगले दिन आने वाले आम बजट की एक बाहरी तस्वीर आर्थिक सर्वेक्षण से सामने आ जाती है। इसी सर्वे से आकलन लगाया जाता है कि कहां पर नुकसान हुआ और कहां पर फायदा हुआ है।
संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश हो जाने के बाद दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर डॉ. वी अनंत नागेश्वरन प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। इस दौरान वह पत्रकारों को आर्थिक सर्वेक्षण पर विस्तृत जानकारी देंगे और उनके सवालों के जवाब देंगे। आपको बता दें कि आर्थिक सर्वेक्षण मुख्य आर्थिक सलाहकार के नेतृत्व वाली टीम द्वारा तैयार किया जाता है। इस टीम में CEA के साथ वित्त और आर्थिक मामलों के जानकार शामिल रहते हैं।