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ऑस्ट्रेलिया ने जीता मेलबर्न टेस्ट
ऑस्ट्रेलिया ने दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मैच भी साउथ अफ्रीका के खिलाफ पारी और 182 रनों से जीत लिया है। इसी के साथ कंगारू टीम ने सीरीज में भी 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर लगातार दूसरी हार के बाद साउथ अफ्रीका को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के पॉइंट्स टेबल में बड़ा झटका लगा है। टीम अब तीसरे से चौथे स्थान पर खिसक गई है। वहीं साउथ अफ्रीका की हार से टीम इंडिया की राह फाइनल के लिए और आसान होती दिख रही हैं। हालांकि, अभी भी साउथ अफ्रीका को दो घरेलू मैच समेत तीन टेस्ट और खेलने हैं।
मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट की बात करें तो यहां चौथे दिन के दूसरे सत्र तक ही कंगारू टीम ने जीत अपने नाम कर ली। इससे पहले ब्रिसबेन टेस्ट दो दिन के अंदर ही खत्म हो गया था। यहां पहले खेलते हुए साउथ अफ्रीका की टीम 189 रनों पर ही सिमट गई थी। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने डेविड वार्नर की डबल सेंचुरी और एलेक्स कैरी के शतक की बदौलत 575 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की। दूसरी पारी में भी मेहमान टीम की खराब बल्लेबाजी देखने को मिली और वह महज 204 रनों पर सिमट कर पारी से मैच हार गई। ऑस्ट्रेलिया के लिए पहली पारी में कैमरून ग्रीन ने 5 विकेट झटके थे वहीं दूसरी पारी में नाथन लायन 3 विकेट लेकर सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे।
WTC पॉइंट्स टेबल में हुआ फेरबदल
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021-23 के पॉइंट्स टेबल में साउथ अफ्रीका की इस हार के बाद बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। ऑस्ट्रेलिया ने जहां पहले स्थान पर रहते हुए अपनी फाइनल की राह को और मजबूत कर लिया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम 78.57 के विनिंग पर्सेंट के साथ टॉप पर काबिज है। वहीं भारतीय टीम 58.93 पर्सेंट के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं साउथ अफ्रीका को इस हार के बाद एक स्थान का नुकसान हुआ है और वह 50 पर्सेंट के साथ चौथे स्थान पर है। वहीं श्रीलंका 53.33 पर्सेंट के साथ तीसरे स्थान पर बनी हुई है।
टीम इंडिया की राह हुई आसान
भारतीय टीम को अभी चार टेस्ट मैच मौजूदा चैंपियनशिप में और खेलने हैं। वहीं ऑस्ट्रेलिया के 5, साउथ अफ्रीका के 3 और श्रीलंका के 2 मैच बाकी हैं। ऑस्ट्रेलिया का लगभग फाइनल में जाना तय हो गया है। वहीं दूसरे स्थान के लिए भारत, साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच लड़ाई है। भारत के बचे हुए दोनों मुकाबले अब घरेलू ही हैं। साउथ अफ्रीका को अभी आखिरी मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज का खेलना है। फिर घर पर टीम को वेस्टइंडीज से दो मैच खेलने हैं। वहीं श्रीलंका को न्यूजीलैंड के खिलाफ दो घरेलू टेस्ट खेलने हैं। भारतीय टीम का पलड़ा फिलहाल भारी लग रहा है। उधर साउथ अफ्रीका की हार से टीम इंडिया की राह और ज्यादा आसान होती जा रही है।
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खेल में स्लेजिंग कोई नई बात नहीं है। 1844 में जब पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट मैच यूएसए और कनाडा के बीच खेला गया होगा तब भी संभवत: स्लेजिंग हुई होगी। यह अलग बात है कि इसका लेवल समय के साथ बदलता गया। खिलाड़ी न केवल मैच जीतने के लिए यह हथकंडा अपनाते हैं, बल्कि कई बार एक-दूसरे को नीचा दिखाने के लिए भी ऐसा करते हैं। शुरुआत में यह मैदान तक ही सीमित था, लेकिन अब पब्लिसिटी बटोरने का सस्ता तरीका हो गया है। पाकिस्तान के पेसर सोहेल खान को ही ले लीजिए। सोहेल ने जिस तरह से इतराते हुए मैदान पर अपने और विराट कोहली के बीच हुई कथित स्लेजिंग को बेचने की कोशिश की है, वह अटेंशन पाने का सस्ता तरीका भर नजर आता है। खुद को क्रिकेट में कोहली का बाप बताने वाले सोहेल खान इतराने और खुद की पीठ बड़ी बेशर्मी से थपथपाने में यह भूल गए कि क्रिकेट में आंकड़े भी होते हैं। आंकड़े खिलाड़ी की असलियत सामने लाते हैं कि वह कितना पानी में था या है। इसे अगर सोहेल खान के शब्दों में कहें तो कौन किसका बाप है यह भी बताता है। सोहेल खान शायद यह भूल गए। सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए जिस तरह की बदतमीजी उन्होंने की, उसका जवाब विराट कोहली को देने की जरूरत नहीं है। जैसा कि इरफान पठान ने कहा कि यह आदमी अटेंशन का भूखा है, लेकिन तमाम बातों के बाद सोहेल जैसे नापाक इरादों वाले पाकिस्तानियों को कम से कम खेल में उनकी औकात तो बताना बनता ही है।
कोहली के कॉमेंट पर मैंने भी कह दिया कि बेटा जब तुम अंडर-19 खेल रहे थे तो तेरा बाप टेस्ट प्लेयर था। इसके बाद दूसरे छोर पर धोनी ने कोहली को समझाया कि ये पुराना चावल है इससे मत भिड़ो तो वह शांत हो गया।
सोहेल खान, पाकिस्तानी पेसर
सबसे पहले हम भारत और पाकिस्तान के बीच ऑस्ट्रेलिया में हुए वर्ल्ड कप 2015 मैच से पहले की बात करेंगे। यह समझने की कोशिश करेंगे कि खुद को पुराना चावल बताने वाले सोहेल से कथित विवाद के समय कोहली कहां थे?
सोहेल खान से विवाद वाले मैच से पहले का विराट कोहली का रिकॉर्ड
फॉर्मेट
मैच
रन
बेस्ट स्कोर
औसत
शतक
टेस्ट
33
2547
169
46.30
10
वनडे
150
6232
183
51.50
21
T20I
28
972
78*
46.28
0
जैसा कि आपने आंकड़ों में देख लिया। विराट कोहली उस समय तक न केवल वनडे में 150 मैच खेल चुके थे, बल्कि 21 शतक लगा चुके थे, जो पाकिस्तान के लिए सबसे अधिक शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले सईद अनवर से एक अधिक था। अनवर ने 247 वनडे में 20 शतक लगाए हैं। दूसरी ओर, टेस्ट में विराट कोहली कप्तान बन चुके थे। दूसरी ओर, सोहेल खान का पूरा वनडे करियर सिर्फ 13 मैचों में निपट गया।
विराट कोहली का ओवरऑल करियर
फॉर्मेट
मैच
रन
बेस्ट स्कोर
औसत
शतक
टेस्ट
104
8119
254*
48.90
27
वनडे
271
12809
183
57.69
46
T20I
115
4008
122*
52.73
1
विराट कोहली को आज क्रिकेट का किंग कहा जाता है। वह क्रिकेट के तमाम वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम रखते हैं, जिनके सपने तक देखने की किसी पाकिस्तानी खिलाड़ी में हिम्मत नहीं है, क्योंकि वे जानते हैं कोहली जितने रिकॉर्ड बना पाना उनके लिए असंभव जैसा है। पाकिस्तान के सूरमा बल्लेबाज खुद की विराट से तुलना करने से भी डरते हैं।
बड़बोले सोहेल खान कहां टिकते हैं?
ऊपर तो सिर्फ क्रिकेट करियर का एनालिसिस किया गया है। विवादित मैच से पहले और अब तक के कोहली के क्रिकेट करियर के बारे में बताया गया है। लेकिन यह भी जानना जरूरी है कि कंगाली की राह पर खड़े पाकिस्तान में बैठकर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए डींगे हांक रहे सोहेल खान कहां टिकते हैं? तो क्रिकेट के आंकड़ों की कसौटी पर कसेंगे तो सोहेल खान शर्म से पानी-पानी हो जाएंगे। कोहली जितने मैच एक सीजन में भारत के लिए खेलते हैं सोहेल ने अपने पूरे क्रिकेट करियर में नहीं खेले।
इसे (सोहले खान) अटेंशन चाहिए, इग्नोर करें।
इरफान पठान, भारतीय क्रिकेटर
अपना रिकॉर्ड देखकर शर्म से डूब मरेंगे सोहेल खान!
सोहेल को अगर सामने बिठाकर उनके रिकॉर्ड उन्हें ही सुना दिए जाएं, दिखा दिए जाएं तो वह रो देंगे। शर्म से डूब मरेंगे। सोहेल को पाकिस्तान के लिए सिर्फ 9 टेस्ट खेलने का मौका मिला। या यूं कह लें कि भारत की तुलना में मुट्ठी भर जनसंख्या वाले देश पाकिस्तान, जहां भारत के मुकाबले नेशनल टीम में जगह बनाने के लिए बहुत कमजोर फाइट होती है, उन्हें इतने मैच के लिए ही योग्य समझा गया। इस दौरान सोहेल ने 27 विकेट झटके, जबकि वनडे करियर 13 मैचों में ही निपट गया। इस में उनके नाम 19 विकेट हैं, जबकि टी-20 इंटरनेशनल में 5 मैच में 5 विकेट हैं।
विवाद वाले मैच में भी कोहली ने दिखाई थी औकात, जड़ा था शतक
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की शुरुआत 9 फरवरी से हो रही है। 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नागपुर के वीसीए स्टेडियम में खेला जाएगा। इसी बीच पहले टेस्ट से कुछ ही दिन पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम को एक तगड़ा झटका लगा है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को लगा तगड़ा झटका
ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड चोट के कारण नागपुर में होने वाला पहला टेस्ट नहीं खेल पाएंगे। क्रिकबज की एक रिपोर्ट के अनुसार, हेजलवुड अभी तक अपने बाएं पैर की चोट से नहीं उबर नहीं पाए हैं। ये चोट उन्हें पिछले महीने साउथ अफ्रीका के खिलाफ सिडनी टेस्ट के दौरान लगी थी। हेजलवुड ऑस्ट्रेलियाई टीम के एक प्रमुख सदस्य हैं और इसलिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले उनकी अनुपस्थिति दर्शकों के लिए एक बड़ा झटका होगी। हेजलवुड ने कहा, ”पहले टेस्ट के बारे में अभी निश्चित नहीं हूं। इसमें अभी भी कुछ दिन बाकी हैं लेकिन यह बहुत तेजी से ठीक हो रही है।”
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Josh Hazelwood
स्टार्क पहले से ही हैं बाहर
भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले ये ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरा बड़ा झटका है। बता दें कि हेजलवुड के अलावा घातक तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क भी पहले टेस्ट में भारत के खिलाफ नहीं खेल पाएंगे। भारतीय टीम को इस सीरीज में हर हाल में जीत हासिल करनी होगी क्योंकि ये सीरीज टीम इंडिया के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने का इकलौता रास्ता है।
ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले एक बुरी खबर है। टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड को सीरीज के पहले दो मैचों से बाहर होना पड़ सकता है। चोट के कारण जोश हेजलवुड भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के पहले दो मुकाबलों में नहीं खेल पाएंगे। ऑस्ट्रेलिया की टीम के लिए ये बड़ा झटका है, क्योंकि वे कंगारू टीम के प्रमुख खिलाड़ी हैं।
क्रिकबज की रिपोर्ट की मानें तो पिछले महीने सिडनी टेस्ट में गेंदबाजी करने के बाद बायें पैर में अकिलिस की चोट से जोश हेजलवुड अभी पूरी तरह रिकवर नहीं हो सके हैं। ऐसे में उनके भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज के पहले हाफ से बाहर होने की संभावना है। हेजलवुड ने अपने साथियों को उनके प्रशिक्षण में सहायता करने के अलावा अलूर में ऑस्ट्रेलिया के प्री-सीरीज कैंप में सक्रिय भाग नहीं लिया है।
अनुभवी तेज गेंदबाज के मंगलवार (7 फरवरी) को नागपुर में अपने पहले गेंदबाजी सत्र में भाग लेने की उम्मीद है। हालांकि, यह निश्चित है कि वह पहले टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। ऐसे में स्कॉट बोलैंड के लिए अपना पहला विदेशी टेस्ट खेलने का दरवाजा खोल गया है। दिल्ली में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भी उनकी उपलब्धता पहले मैच के दौरान लिए जाने की संभावना है। मिचेल स्टार्क भी पहले दो मैचों से बाहर हैं।
जोश हेजलवुड ने रविवार (5 फरवरी) को बैंगलोर के बाहरी इलाके में केएससीए स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के अंतिम सत्र से पहले कहा, “पहले टेस्ट के बारे में निश्चित नहीं है। यह अभी भी कुछ दिन दूर हैं, लेकिन यह बहुत जल्दी खेला जाना है। दूसरा टेस्ट स्पष्ट रूप से थोड़ा बाद में है। इसलिए, हम इसे अगले सप्ताह और अगले कुछ दिनों में देखेंगे और उम्मीद है कि मंगलवार को चोट ठीक हो जाए।”