टीम इंडिया के लिए साल 2022 मिला जुला रहा। भारतीय टीम ने कुछ मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया, वहीं कई बार टीम को शर्मनाक हार का भी सामना करना पड़ा। खासकर टी20 वर्ल्ड कप में मिली हार उनमें से एक रही। भारतीय टीम को इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद से ही कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ की जोड़ी पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। अब बीसीसीआई साल 2023 की शुरुआत में ही वर्ल्ड कप हार पर बीसीसीआई मीटिंग करने जा रहा है।
वर्ल्ड कप हार पर लिया जाएगा बड़ा फैसला?
बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी एक जनवरी को कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ के साथ टी20 विश्व कप में भारत के लचर प्रदर्शन की समीक्षा करेंगे। द्रविड़ की अनुपस्थिति में भारतीय टीम के साथ रहे एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण के भी बैठक में शामिल होने की उम्मीद है। श्रीलंका के खिलाफ तीन जनवरी से शुरू हो रहे सीमित ओवरों के मैच से पहले मुंबई में यह बैठक होनी है।
2013 से नहीं जीती कोई ट्रॉफी
इंग्लैंड ने विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत को 10 विकेट से हराया था। भारत आखिरी बार 2013 के आईसीसी प्रतियोगिता का चैंपियन बना था। टीम ने तब महेन्द्र सिंह धोनी के नेतृत्व में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया था। घरेलू सरजमीं पर भारतीय टीम ने 2011 में आईसीसी विश्व कप का खिताब जीता था। बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, ‘‘मुख्य कोच राहुल द्रविड़ और एनसीए प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण के बीसीसीआई पदाधिकारियों के साथ भारत के प्रदर्शन का विश्लेषण करने की उम्मीद है। इस दौरान 2023 विश्व कप के खाके पर चर्चा होने की उम्मीद है।’’
भारतीय टीम के टी20 विश्व कप अभियान के बाद चेतन शर्मा के नेतृत्व वाली चयन समिति को बर्खास्त कर दिया गया था। नयी समिति का गठन नहीं होने के कारण हालांकि उन्हें रणजी ट्रॉफी के मैचों पर नजर रखने और श्रीलंका के खिलाफ तीन टी-20 अंतरराष्ट्रीय और इतने ही वनडे मैचों की सीरीज के लिए टीम चुनने की जिम्मेदारी दी गई।
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मेलबर्न: भारत के खिलाफ अगले महीने से शुरू होने जा रही चार टेस्ट मैच की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई प्लेयर खास तैयारी से आने वाले हैं। इंग्लिश बल्लेबाजों की ही तरह टेस्ट में आक्रामक रुख अख्तियार किया जाएगा। ट्रेविस हेड अपनी परंपरागत स्टाइल को छोड़कर हावी होकर खेलने की रणनीति अपनाएंगे। इंग्लैंड बाजबॉल स्टाइल में क्रिकेट खेलता है। पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर इसी तरह हराया था।
‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत रवाना होने से पहले हेड ने कहा, ‘इंग्लैंड ने पाकिस्तान में जिस तरह से बल्लेबाजी की उसे देखने के बाद मैंने पीछे मुड़कर देखा तो पाया कि उपमहाद्वीप में खेली गई पिछली सीरीज में मैंने उतना सकारात्मक होकर बल्लेबाजी नहीं की जितना मैं चाहता था। मैं इन श्रृंखलाओं में स्पिन के खिलाफ जिस तरह से खेला उससे मेरा मानना है कि अगर मैं अधिक सकारात्मक होकर खेलूंगा तो मेरा फुटवर्क अच्छा रहेगा और मेरा रक्षात्मक खेल भी इससे बेहतर होगा। मैं जानता हूं कि यह ऑस्ट्रेलिया में खेलने से पूरी तरह भिन्न होगा।’
हेड ने कहा, ‘हमने इन गर्मियों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी इसे परखा। मुझे लगता है कि मेरा ‘फ्रंट फुट डिफेंस’ अच्छा है और मेरा मानना है कि मुझे वहां रक्षात्मक नहीं बल्कि सकारात्मक मानसिकता के साथ जाना होगा।’ हेड एशिया में पिछली तीन श्रृंखलाओं में खेले थे। वह 2018 और 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ और पिछले साल श्रीलंका में खेले थे। उन्होंने इन श्रृंखलाओं की 11 पारियों में 21.30 की औसत से केवल 213 रन बनाए थे।
हेड ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पाकिस्तान और श्रीलंका में मैंने थोड़ा रक्षात्मक रवैया अपनाया था। वहां जाकर पिच का आकलन करना और अपनी भूमिका समझना महत्वपूर्ण है। वहां मैच कम स्कोर या बड़े स्कोर वाला हो सकता है। आपको कभी बड़ा स्कोर बनाना पड़ सकता है या फिर 40, 50 या 60 का स्कोर भी आपको जीत दिला सकता है।’
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी ने अपने खेल के जरिए अनेक लोगों पर प्रभाव छोड़ा है। उनका शुमार सबसे सफल कप्तानों में होता है। माही कई क्रिकेटर्स के लिए प्रेरणा हैं। अफगानिस्तान के स्टार बल्लेबाज नजीबुल्लाह जादरान भी धोनी के तगड़े फैन हैं। वह धोनी को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने वर्ल्ड कप 2015 को लेकर अहम खुलासा किया है, जो धोनी से जुड़ा है। उन्होंने बताया कि उस टूर्नामेंट में धोनी से एक सलाह मिली थी, जिसे वह आज भी फॉलो करते हैं।
सीमित ओवर फॉर्मेट में अफगानिस्तान टीम का अभिन्न हिस्सा जादरान फिलहाल यूएई में इंटरनेशनल लीग टी20 में खेल रहे हैं। वह टू्र्नामेंट में एमआई अमीरात का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। जब एमआई अमीरात से बातचीत के दौरान जादरान से पूछा गया कि धोनी ने उनके क्रिकेट करियर को कैसे प्रभावित किया तो इसपर अफगान क्रिकेटर ने दिल की बात कही।
जादरान ने कहा, ”मैं धोनी को अपना आइडल मानता हूं। कोई भी पारी को उस तरह फिनिश नहीं कर सकता जैसा वह करते थे। मैंने उनसे काफी सीखा। मैंने वर्ल्ड कप 2015 में धोनी से बात की थी। उन्होंने तब मुझे शांत रहने और हाई प्रेशर सिचुएशन में भी खुद पर भरोसा रखने की सलाह दी थी। मैं आज भी उस सलाह पर विश्वास करता हूं और उसे फॉलो करता हूं।”
साल 2012 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखने वाले जादरान अब तक अफगानिस्तान के लिए 82 वनडे और 86 टी20 मैच खेल चुके हैं। उन्होंने वनडे में 31.33 के औसत और 90.26 के स्ट्राइक रेट से 2187 रन जुटाए हैं। वहीं, जादरान ने टी20 अंतरराष्ट्रीय में 31.18 के औसत और 141.96 के स्ट्राइक रेट से 1590 बनाए। उन्होंने 23 इंटरनेशनल फिफ्टी और एक सेंचुरी ठोकी है। उन्होंने अफगानिस्तान के लिए आखिरी मैच नवंबर 2022 में श्रीलंका के खिलाफ खेला था।
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज नौ फरवरी से नागपुर में शुरू होने जा रही है। WTC के फाइनल के नजरिए से यह सीरीज दोनों टीमों के लिए अहम है। इस सीरीज के लिए दोनों टीमों ने अपने स्क्वॉड का ऐलान कर दिया है। ऑस्ट्रेलियाई टीम इस सीरीज के लिए जमकर मेहनत कर रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए भारतीय पिचों पर स्पिन खेल पाना आसान नहीं होगा। ऑस्ट्रेलिया ने साल 2004 के बाद से भारत में एक भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। वहीं भारत ने उन्हें उनके घर पर साल 2018 और 2020 में रौंदा था। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के लिए यह सीरीज और भी मायने रखती है। भारत दौरे पर आ रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी ट्रेविस हेड ने अपनी तैयारियों को लेकर बड़ी बात कही है।
क्या बोले हेड
इंग्लैंड के बल्लेबाजों के पाकिस्तान में किए गए शानदार प्रदर्शन से प्रेरित ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज ट्रेविस हेड भारत के खिलाफ होने वाली आगामी टेस्ट सीरीज में अपने खेलने के रवैये को छोड़कर विरोधी टीम के आक्रमण पर हावी होकर खेलने की रणनीति अपनाएंगे।‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत रवाना होने से पहले हेड ने कहा कि इंग्लैंड ने पाकिस्तान में जिस तरह से बल्लेबाजी की उसे देखने के बाद मैंने पीछे मुड़कर देखा तो पाया कि उपमहाद्वीप में खेली गई पिछली सीरीज में मैंने उतना सकारात्मक होकर बल्लेबाजी नहीं की जितना मैं चाहता था।
हेड ने आगे कहा, मैं इन श्रृंखलाओं में स्पिन के खिलाफ जिस तरह से खेला उससे मेरा मानना है कि अगर मैं अधिक सकारात्मक होकर खेलूंगा तो मेरा फुटवर्क अच्छा रहेगा और मेरा रक्षात्मक खेल भी इससे बेहतर होगा। मैं जानता हूं कि यह आस्ट्रेलिया में खेलने से पूरी तरह से अलग होगा। हेड ने आगे कहा, हमने इन गर्मियों में तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी इसे परखा। मुझे लगता है कि मेरा फ्रंट फुट डिफेंस अच्छा है और मेरा मानना है कि मुझे वहां रक्षात्मक नहीं बल्कि सकारात्मक मानसिकता के साथ जाना होगा।
एशिया में हेड का प्रदर्शन
हेड एशिया में पिछली तीन में खेस चुके हैं। वह 2018 और 2022 में पाकिस्तान के खिलाफ तथा पिछले साल श्रीलंका में खेले थे। उन्होंने इन श्रृंखलाओं की 11 पारियों में 21.30 की औसत से केवल 213 रन बनाए थे। हेड ने कहा,‘‘ मुझे लगता है कि पाकिस्तान और श्रीलंका में मैंने थोड़ा रक्षात्मक रवैया अपनाया था। वहां जाकर पिच का आकलन करना और अपनी भूमिका समझना महत्वपूर्ण है। वहां मैच कम स्कोर या बड़े स्कोर वाला हो सकता है। आपको कभी बड़ा स्कोर बनाना पड़ सकता है या फिर 40, 50 या 60 का स्कोर भी आपको जीत दिला सकता है।’’
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