North Korea: अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास से बौखलाया हुआ उत्तर कोरिया अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने में जुटा हुआ है। वह लगातार मिसाइलों के परीक्षण कर रहा है। उत्तर कोरिया ने पिछले 1 हफ्ते में लगातार पांचवी मिसाइल का परीक्षण किया है।
मीडिया में आई जानकारी के अनुसार, उत्तर कोरिया ने मंगलवार को एकबार फिर बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ आफ स्टाफ के अनुसार उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट से एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। मिसाइल लांच की रिपोर्ट आने के बाद जापानी सरकार ने नागरिकों को सुरक्षित जगह पर जाने के लिए भी कहा।
अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त अभ्यास से नाराज
बता दें कि उत्तर कोरिया ने एक हफ्ते में इतने सारे टेस्ट अमेरिका और दक्षिण कोरिया द्वारा सैन्य अभ्यास के बाद किए हैं। उत्तर कोरियाई प्रमुख किम जोंग ने पहले ही दोनों देशों को यह अभ्यास न करने की चेतावनी दी थी। अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के बीच यह सैन्य अभ्यास हुआ था। इसमें नौसेना बलों के साथ त्रिपक्षीय पनडुब्बी रोधी अभ्यास किया गया था।
जापान की बढ़ी चिंता
उत्तर कोरिया जब भी कोई मिसाइल टेस्ट करता है वो जापान और दक्षिण कोरिया के लिए चिंता का विषय बन जाता है। ज्यादातर इन मिसाइलों का निशाना जापान सागर होता है। इसी क्षेत्र में जापान और दक्षिण कोरिया ने अमेरिका के साथ पनडुब्बी सैन्य अभ्यास किया था।
शानिवार को भी किया था मिसाइल का परीक्षण
वहीं इससे पहले शनिवार को भी उत्तर कोरिया ने मिसाइल का परीक्षण किया था। उसके पड़ोसी देशों ने यह जानकारी दी। इस सप्ताह यह चौथी बार है जब उत्तर कोरिया ने हथियारों का परीक्षण किया है, जिसकी उसके विरोधियों ने कड़ी निंदा की है।
दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक यियोल ने उत्तर कोरिया के हथियार कार्यक्रम की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि उत्तर कोरिया की परमाणु हथियारों की ‘‘सनक’’ उसके अपने लोगों की पीड़ा को बढ़ा रही है तथा उन्होंने ऐसे हथियारों के इस्तेमाल पर दक्षिण कोरिया तथा अमेरिकी सेनाओं की ओर से ‘‘अत्यधिक कड़ी प्रतिक्रिया’’ मिलने को लेकर आगाह किया।
पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व सेना प्रमुख और तानाशाह परवेज मुशर्रफ का दुबई में निधन (Pervez Musharraf Dead) हो गया है। मुशर्रफ को दुनिया उस तानाशाह के तौर पर जानती है जिसने सारी हदें पार कर दी थीं। वह यह बात भी दिलचस्प है कि जिस समय उनका देश पाई-पाई को मोहताज होने की तरफ बढ़ रहा था, वह खुद को अरबपति बनाने में लगे हुए थे।
पाकिस्तान के पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ काम से ज्यादा बहसबाजी में विश्वास करते थे। उन्होंने एक बार दावा किया था कि अगर मंजूरी मिली तो वह तीन दिन में कश्मीर पर कब्जा कर सकते हैं। उनके इस दावे पर पाकिस्तान के एक वरिष्ठ पत्रकार ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए खूब खरीखोटी सुनाई थी।
इस्लामबाद: पाकिस्तान के तानाशाह रहे और पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का लंबी बीमारी के बाद दुबई में निधन हो गया। मुशर्रफ 79 साल के थे और पिछले काफी सालों से पाकिस्तान से बाहर रह रहे थे। मुशर्रफ वह शख्स थे जिनकी वजह से साल 1999 में भारत और पाकिस्तान कारगिल की जंग में आमने सामने थे। मुशर्रफ उस समय पाकिस्तान आर्मी के चीफ थे और करीब एक साल से जंग की तैयारी में लगे हुए थे। कारगिल वह युद्ध था जिसकी वजह से पाकिस्तान पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया था। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के करीबी और सीआईए के पूर्व अधिकारी ब्रूस रीडिल ने दावा किया था कि अगर अमेरिका बीच में नहीं आता और पाकिस्तान को ना समझाता तो भारत परमाणु हमला कर देता।
मुशर्रफ का एक आदेश और आतंकियों दाखिल मुशर्रफ कारगिल की जंग के मास्टरमाइंड थे। मार्च 1999 से मई 1999 तक उन्होंने आतंकियों को कारगिल में घुसपैठ का आदेश दिया। पाकिस्तान की नॉर्दन लाइट इनफेंट्री ने कारगिल की कई चौंकियों पर कब्जा कर लिया था। ढाई महीने तक दोनों देशों की सेनाएं जंग कर रही थी। पाकिस्तानी सैनिकों और आतंकियों ने जबरन भारतीय चौकियों पर कब्जा कर लिया था। ऊंचाई पर लड़ी जा रहा युद्ध रोज नई चुनौतियां लेकर आता। इस युद्ध ने अमेरिका का रुख भारत के लिए बदलकर रख दिया और पाकिस्तान को जमकर घुड़की दी। पांच जुलाई 1999 का दिन अमेरिका को भी कभी नहीं भुलता है।
पाकिस्तान से भारत था नाराज जंग के समय बिल क्लिंटन अमेरिका के राष्ट्रपति थे। ब्रुस रीडिल ने इस वाकये का एक जिक्र वॉशिंगटन पोस्ट के आर्टिकल में किया था। रीडिल ने लिखा था कि भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी काफी नाराज थे। वाजपेयी लगातार मांग कर रहे थे कि पाकिस्तान को अपनी सेनाओं को पीछे करना पड़ेगा। वाजपेयी की जिद के आगे तत्कालीन नाक पीएम नवाज ने हार मानी। रीडिल के मुताबिक भारत पूरी तरह से तैयार था कि वह पाकिस्तान पर परमाणु हमला कर देगा।
क्लिंटन ने दी वॉर्निंग 4 जुलाई 1999 को नवाज ने क्लिंटन से मुलाकात की। इसी मीटिंग में क्लिंटन ने नवाज को बताया कि वाजपेयी काफी नाराज हैं। क्लिंटन ने बताया कि वाजपेयी ने उनसे कहा है कि उन्हें मालूम है कि परमाणु हमले में भारत का भी 50 फीसदी हिस्सा खत्म हो जाएगा लेकिन पाकिस्तान का भी नामोनिशान मिट जाएगा। नवाज इस बात से काफी नाराज हुए। तीन जुलाई को शरीफ ने क्लिंटन से कहा कि वह मदद के लिए तुरंत वॉशिंगटन पहुंच रहे हैं। क्लिंटन ने भी उन्हें चेतावनी देते हुए कहा था कि वह तभी अमेरिका आएं तब सेनाओं की वापसी का फैसला लेने को तैयार हों।
एक-दूसरे पर दोष क्लिंटन ने 4 जुलाई को शरीफ से बातचीत शुरू की और उन्हें शिकागो ट्रिब्यून का एक कार्टून पकड़ाया। इस कार्टून में पाकिस्तान और भारत को आपस में परमाणु बम से लड़ते हुए दिखाया गया था। अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव में पाकिस्तान को झुकना पड़ा। नवाज शरीफ को मजबूर होना पड़ा कि वह अपनी सेनाओं को वापस बुलाएं। 1999 में मुशर्रफ का प्लेन पाकिस्तान में लैंड करने ही वाला था कि नवाज ने उन्हें आर्मी चीफ के पद से हटा दिया। मुशर्रफ इस जंग के लिए नवाज को दोष देते रहे और नवाज इसे मुशर्रफ के दिमाग की खुराफात बताते रहे।