रविचंद्रन अश्विन गेम टाइम की कमी के बावजूद खुद को विश्व कप के लिए दावेदारी में पाते हैं, लेकिन इससे कप्तान रोहित शर्मा को कोई चिंता नहीं है। 37 वर्षीय अश्विन, जिन्होंने आखिरी बार जनवरी 2022 में एकदिवसीय मैच खेला था, उनको वॉशिंगटन सुंदर के साथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आगामी तीन एकदिवसीय मैचों के लिए टीम में चुना गया है। यदि अक्षर पटेल 5 अक्टूबर से शुरू होने वाले वर्ल्ड कप के लिए समय पर फिट नहीं होते हैं तो दोनों ऑफ स्पिनर विश्व कप में संभावित स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
22 सितंबर से शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम का ऐलान करने के दौरान कप्तान रोहित शर्मा ने कहा, “अश्विन के पास जिस तरह का अनुभव है, लगभग 100 टेस्ट (94), लगभग 150 एकदिवसीय (113) और हां यह सब अतीत की बात है, लेकिन वह लगातार टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं और अश्विन जैसे लोगों के पास गेम टाइम नहीं है तो यह बहुत चिंता का विषय नहीं है। उसके जैसे खिलाड़ियों के साथ सब दिमाग में होता है कि शरीर कैसे प्रतिक्रिया देगा। हमने उससे बात करके और यह समझने का निर्णय लिया कि वह अपने शरीर और उस जैसी चीजों के संबंध में कहां है।”
रोहित ने आगे कहा, “ऐसा नहीं है कि वह कोई क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं। हां, उन्होंने यह प्रारूप नहीं खेला है, लेकिन वे वेस्टइंडीज में टेस्ट क्रिकेट खेल रहे थे और अगर मैं गलत नहीं हूं, तो टीएनपीएल भी खेला है। हालांकि, वहां कोई तुलना नहीं है, लेकिन वहां अभी भी कुछ क्रिकेट है और इससे हमें मौका मिलता है। देखो वह कैसी गेंदबाजी कर रहते हैं।” चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो मैचों के लिए कुलदीप यादव को आराम दिया है। ऐसे में आर अश्विन का प्लेइंग इलेवन में खेलना तय है।
भारत ने शनिवार को एकतरफा मुकाबले में पाकिस्तान को 10-2 से हराकर सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई कर लिया है। गोल के अंतर से हॉकी के इतिहास में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की ये सबसे बड़ी जीत है।
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Indian Men Badminton Team, Asian Games 2023
हांगझोउ में खेले जा रहे 19वें एशियन गेम्स में सातवां दिन भारत के लिए काफी यादगार रहा। आज के दिन भारत के लिए दो गोल्ड मेडल आए तो भारत की पुरुष हॉकी टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक 10-2 की जीत दर्ज की। वहीं टेबल टेनिस में महिला जोड़ी ने विश्व चैंपियन चीनी जोड़ी को हराया। स्क्वैश में पाकिस्तान को हराकर भारत ने गोल्ड जीता। इसके बाद शाम होते-होते भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने इतिहास रच दिया। भारतीय टीम ने रिपब्लिक ऑफ कोरिया को 3-2 से हराया और पहली बार एशियन गेम्स के इतिहास में फाइनल में जगह बनाई।
भारत को मिलेगा एशियाड का चौथा मेडल
1951 में पहली बार एशियन गेम्स आयोजित हुए थे। उसके 72 साल बाद अब पहली बार भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने फाइनल में जगह बनाई है। यानी भारतीय टीम ने अब अपना सिल्वर मेडल पक्का कर लिया है। यह पुरुष बैडमिंटन टीम इवेंट में भारत का चौथा मेडल होगा और पहला सिल्वर कम से कम होगा या पहला गोल्ड भी हो सकता है। पहली बार भारत की पुरुष बैडमिंटन टीम ने 1986 में सियोल में सैय्यद मोदी के नेतृत्व में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। जबकि 1982 और 1974 में भी भारत ने इस प्रतियोगिता में कांस्य अपने नाम किया था।
सेमीफाइनल में हुई रोमांचक जंग
सेमीफाइनल मुकाबले में पांच मैच खेले गए जिसमें 3-2 से भारत ने कोरिया को मात दी। पहले मैच में वर्ल्ड चैंपियनशिप के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट एचएस प्रणय ने कोरियाई प्रतिद्वंद्वी को पुरुष एकल में 18-21, 21-16, 21-19 से हराया। इसके बाद भारत की स्टार जोड़ी सात्विक साईराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी के हाथ निराशा लगी और भारत 2-0 की लीड नहीं ले पाया। भारतीय जोड़ी यहां 18-21, 21-16, 21-19 से हार गई।
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फिर लक्ष्य सेन ने युंग्यू ली को 21-7, 21-9 से सीधे गेम में हराकर लीड को 2-1 कर दिया। उसके बाद अर्जुन मदाथिल रामचंद्रन और ध्रुव कपिला की भारतीय जोड़ी डबल्स में 16-21 और 11-21 से हार गई। स्कोर 2-2 था। अंत में भारत के किदांबी श्रीकांत ने 12-21, 21-16 और 21-14 से मैच जीतकर भारत को 3-2 से जीत दिला दी। अब फाइनल में भारत का सामना चीन से होगा जिसने सेमीफाइनल में जापान को 3-1 से मात दी।
जोस बटलर की अगुवाई में इंग्लैंड टीम अपने खिताब का बचाव करने उतरेगी। इंग्लैंड की टीम एक बार टाइटल जीतने के प्रबल दावेदार है, लेकिन टीम के लिए भारत की परिस्थितियों से सामंजस्य बैठाना चुनौतीपूर्ण होगा।