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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर बंदूक रखने के मामले में दोषी करार

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नई दिल्ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर पांच साल पहले अवैध रूप से बंदूक खरीदने के मामले में दोषी करार दिए गए हैं.जानकारी के अनुसार अमेरिका के न्याय विभाग ने हंटर बाइडेन को टैक्स और हथियारों से जुड़े मामले में दोषी पाया है. अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है. हंटर पर आरोप है कि उन्होंने हथियार खरीदने के लिए कई बार झूठ बोला. 

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गौरतलब है कि हंटर के खिलाफ लंबे समय से जांच चल रही थी. बताते चलें कि बाइडेन की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. अमेरिकी संसद के स्पीकर ने संसदीय समिति को राष्ट्रपति जो बाइडेन के खिलाफ महाभियोग की जांच शुरू करने की भी हाल ही में अनुमति दे दी थी.

न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन को गुरुवार को ड्रग्स के आदी होने के साथ-साथ अवैध रूप से बंदूक रखने के तीन मामलों में दोषी ठहराया गया है. इससे पहले हंटर बाइडेन को डेलावेयर में विशेष वकील डेविड वीस द्वारा दोषी ठहराया गया था.

इसके अलावा न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार हंटर के खिलाफ आरोपों में 25 साल तक की जेल हो सकती है और कई आपराधिक मामलों में से यह उनके खिलाफ पहला मामला भी बन सकता है. 53 वर्ष के हंटर को डीसी और लॉस एंजिल्स में कर धोखाधड़ी और अवैध विदेशी लॉबिंग मामलों का भी सामना करना पड़ सकता है.

हालांकि हंटर बाइडेन पर 2018 में बंदूक खरीद फॉर्म पर नशीली दवाओं के उपयोग के बारे में झूठ बोलने का भी आरोप लगाया गया था जब उन्होंने कोल्ट कोबरा रिवॉल्वर खरीदी थी. न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, उन्होंने अपने 2021 के संस्मरण “ब्यूटीफुल थिंग्स” में लिखा है कि वे उस समय नशीली दवाओं का सेवन कर रहे थे.

बाइडेन के बेटे पर अभियोग तीन मामलों से संबंधित है- बंदूक स्वामित्व को नियंत्रित करने वाले फेडरल कानूनों का उल्लंघन करना, अधिकारियों से झूठ बोलना और अंतरराज्यीय कॉमर्स.

इसके अलावा, इससे पहले जुलाई में हंटर उस याचिका समझौते से पीछे हट गए थे, जिसमें उन्हें चीन और यूक्रेन जैसे देशों से विदेशी आय पर दो मिलियन अमेरिकी डालर से अधिक कर का भुगतान नहीं करने पर दो साल का प्रोबेशन दिया गया था. प्ली डील के हिस्से के रूप में हंटर को बंदूक संबंधी अपराध में शामिल किया गया लेकिन प्रोबेशन पूरा होने के बाद इसे समाप्त कर दिया जाएगा.

द हिल की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले बुधवार को स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने हाउस जीओपी की उनके परिवार के विदेशी व्यापार संबंधों और उनके बेटे हंटर बाइडेन के अभियोजन की जांच के आधार पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर औपचारिक महाभियोग जांच शुरू करने के लिए मंगलवार को हाउस समितियों को अधिकृत किया था.

महाभियोग के लिए मैक्कार्थी का औपचारिक समर्थन तब आया है जब वे पहले कह चुके हैं कि उनका मानना ​​है कि सदन की जांच से अंततः महाभियोग की जांच होगी. हाउस ओवरसाइट कमेटी ने यह निष्कर्ष नहीं निकाला है कि बाइडेन को अपने बेटे हंटर बाइडेन के व्यवसाय संचालन से सीधे वित्तीय लाभ हुआ या उन्होंने उन महीनों में उनके नतीजे में कोई नीतिगत निर्णय लिया. वह इसका अध्ययन कर रही है.

(इनपुट एएफपी से भी)

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नूंह हिंसा: कांग्रेस विधायक मम्मन खान को 2 मामलों में राहत, फिर भी जेल में ही रहेंगे, क्यों?

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नूंह सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में कांग्रेस विधायक मम्मन खान को बड़ी राहत मिली है। नूंह की अदालत ने दो मामलों में कांग्रेस विधायक मम्मन खान को जमानत दे दी है। फिर भी वह जेल में ही रहेंगे, क्यों?



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लौट आया लुसिफर, पहली झलक में ही जीत ले गया दिल, 63 की उम्र में दुश्मनों को हवा में घुमा रहा एक्टर

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L2E Empuraan First Glimpse in Hindi: लुसिफर 2 की पहली झलक हुई रिलीज

नई दिल्ली:

मलयालम सिनेमा, जिसे अक्सर बौद्धिक रूप से समृद्ध कहानियों का केंद्र माना जाता है, ने पिछले कुछ वर्षों में लगातार शानदार फिल्में बनाई हैं जो अपने में गहराई और मैच्योरिटी समेटे हुए हैं. इस सफलता का एक मुख्य कारण प्रतिभाशाली एक्टर रहे हैं जिन्होंने अपने भरोसेमंद और यथार्थवादी एक्टिंग से मलयालम फिल्मों को विश्व स्तर पर ऊंचा उठाया है. मोहनलाल, जिन्हें प्यार से ‘कम्प्लीट एक्टर’ के नाम से जाना जाता है, मलयालम सिनेमा के बहुमुखी अभिनेताओं में से एक हैं. इंडस्ट्री में चार दशकों से अधिक और 350 से ज्यादा फिल्मों के साथ वह मलयालम सिनेमा सुपरस्टार हैं. उनकी अभिनय क्षमता और बॉक्स ऑफिस पर उनकी अटूट पकड़ उन्हें आज भी मलयालम सिनेमा के सबसे महंगे एक्टर में से एक बनाती है. फिल्म की इस पहली झलक में विवेक ओबेरॉय और मंजू वारियर भी नजर आ रहे हैं. इस तरह इस पहली झलक में मोहनलाल के एक्शन को देखा जा सकता है. 

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एक्टर से डायरेक्टर बने पृथ्वीराज सुकुमारन 2019 की सुपरहिट फिल्म लुसिफर के पार्ट के साथ बतौर डायरेक्टर वापसी करने को तैयार हैं. ‘लुसिफर (L2E: Empuraan)’ शीर्षक से मोहनलाल और पृथ्वीराज एक बार फिर साथ आने वाले हैं. इस फिल्म को आशीर्वाद सिनेमाज के एंटनी पेरम्बवूर और लाइका प्रोडक्शंस के जीकेएम तमिल कुमारन मिलकर बना रहे हैं. लाइका प्रोडक्शंस के चेयरमैन सुबास्करन केरल जिसे गॉड्स ओन कंट्री भी कहा जाता है के दर्शकों के लिए फिल्म बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं. उनका कहना है कि यह एक शुरुआत होगी और मलयालम दर्शकों के लिए मजबूत कहानियां पेश की जाएंगी. 



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चंद्रयान-3 के बाद अब भारत के पहले सूर्य मिशन से भी आई खुशखबरी, ISRO को मिली बड़ी सफलता

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Aditya L1 Mission: चंद्रयान-3 मिशन में मिली सफलता के बाद भारत के पहले सूर्य मिशन आदित्य-एल1 को लेकर इसरो ने शनिवार को खुशखबरी दी है। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया है कि अब उसका यान पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र से सफलतापूर्वक बाहर जा चुका है। अब तक आदित्य-एल1 ने पृथ्वी से मिलाकर 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी पूरी कर ली है। बेंगलुरु मुख्यालय वाली राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी ने ‘एक्स’ पर एक बयान में कहा, ”आदित्य-एल1 पृथ्वी से 9.2 लाख किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर चुका है। अब यह सन-अर्थ लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1) की ओर अपना रास्ता तलाश रहा है। यह दूसरी बार है जब इसरो किसी अंतरिक्ष यान को पृथ्वी के प्रभाव क्षेत्र के बाहर भेज सका। पहली बार मंगल ऑर्बिटर मिशन में भेजा था।

इसरो ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि आदित्य-एल1 सौर मिशन अंतरिक्ष यान ने डेटा एकत्र करना शुरू कर दिया है जो वैज्ञानिकों को पृथ्वी के आसपास के कणों के व्यवहार का विश्लेषण करने में मदद करेगा। इसमें कहा गया है कि एल1 के आसपास एकत्र किया गया डेटा सौर हवा और अंतरिक्ष मौसम की घटनाओं की उत्पत्ति, अनिसोट्रॉपी में अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।  पीएसएलवी-सी57 रॉकेट द्वारा आदित्य-एल1 का प्रक्षेपण 2 सितंबर को इसरो द्वारा सफलतापूर्वक पूरा किया गया था। आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान सूर्य का अध्ययन करने के लिए कुल सात अलग-अलग पेलोड ले गया है। 

इसमें से चार सूर्य से प्रकाश का निरीक्षण करेंगे और शेष तीन प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के इन-सीटू मापदंडों को मापेंगे। बता दें कि आदित्य एल1 में दो मुख्य पेलोड हैं, विजिबल एमिशन लाइन कोरोनोग्राफी (वीईएलसी) और सोलर अल्ट्रावॉयलेट इमेजिंग टेलीस्कोप (एसयूआईटी)। लैग्रेंज प्वाइंट पर पहुंचने के बाद, वीईएलसी पेलोड रोजाना 1,440 तस्वीरें भेजेगा। इसलिए इस पेलोड को आदित्य-एल1 का काफी अहम पेलोड माना जा रहा है। आदित्य-एल1 को लैग्रेंजियन प्वाइंट 1 (एल1) के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा। यह सूर्य के चारों ओर उसी सापेक्ष स्थिति में चक्कर लगाएगा और इसलिए लगातार सूर्य को देख सकता है। 



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