Connect with us

International

अमेरिका में आया जबरदस्त भूकंप, रिक्टर स्केल पर आंकी गई इतनी तीव्रता

Published

on


Image Source : INDIA TV
Earthquake

Highlights

  • हवाई प्रांत में महसूस किए गए भूकंप के झटके
  • दो बार आया भूकंप
  • सक्रिय ज्वालामुखी मौना लोआ में 5.0 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए

Earthquake News: अमेरिका के हवाई प्रांत में दुनिया के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी मौना लोआ में शुक्रवार को 5.0 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ज्वालामुखी ‘‘बहुत ज्यादा अशांत’’ है। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण के अनुसार, ज्वालामुखी में सिलसिलेवार ढंग से भूकंप आया और भूकंप के बाद भी हल्के झटके महसूस किए गए।

24 सेकंड पहले भी आया था एक भूकंप

यूएसजीएस के मुताबिक, सबसे जबरदस्त 5.1 तीव्रता के भूकंप से 24 सेकंड पहले 4.6 तीव्रता का भूकंप आया। हवाई ज्वालामुखी पर्यवेक्षक ने एक बयान में बताया कि सबसे अधिक तीव्रता वाले भूकंप का केंद्र पहाला के दक्षिण में एक राजमार्ग के नीचे था। हवाई काउंटी मेयर मिच रोथ ने बताया कि अभी किसी बड़े नुकसान या किसी के घायल होने की खबर नहीं है। उन्होंने बाद में बताया कि पहाला में मामूली नुकसान हुआ है, लेकिन उन्होंने इसकी विस्तृत जानकारी नहीं दी।

वैज्ञानिकों की ज्वालामुखी पर नजर

मौना लोआ में अभी ज्वालामुखी फटा नहीं है और इसके इस समय फटने का कोई संकेत भी नहीं है। वैज्ञानिक ज्वालामुखी पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने बताया कि अभी हवाई में सुनामी का कोई खतरा नहीं है। हालांकि भूकंप की वजह से कोई भी बड़ा नुकसान नहीं हुआ है।

इससे पहले यूनान में आए थे भूकंप

पिछले हफ्ते मध्य यूनान में 8 अक्टूबर की देर रात 5.0 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, इससे फिलहाल जान-माल का नुकसान होने की कोई खबर नहीं है। एथेंस जियोडायनैमिक्स इंस्टीट्यूट ने बताया कि भूकंप रात को एक बजकर दो मिनट पर आया और इसका केंद्र राजधानी से लगभग 100 किलोमीटर पश्चिम-उत्तर पश्चिम में कुरिंथ की खाड़ी में समुद्र तल से 12.7 किलोमीटर की गहरायी में था। 

स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, भूकंप के झटके करीब 15 सेकेंड तक महसूस किए गए, जिससे कम आबादी वाले क्षेत्रों में रह रहे लोगों में दहशत फैल गई। यूनान भूकंप के लिहाज से अत्यधिक संवेदनशील देश है। वहां 5.0 तीव्रता तक भूकंप काफी आम हैं। 

Latest World News





Source link

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

International

भारतीय सेना का ‘रथ’ बनेगा अमेरिकी स्‍ट्राइकर, जंग में दुश्‍मनों की होगी छुट्टी, जानें कितना खतरनाक

Published

on

By


Curated by Richa Bajpai | नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 7 Jun 2023, 2:42 pm

US India News: अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन पिछले दिनों भारत आए और उन्‍होंने अपने भारतीय समकक्ष राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच स्‍ट्राइकर बख्‍तरबंद वाहन से लेकर जीई-414 इंजन और प्रीडेटर ड्रोन पर खास चर्चा हुई।

 



Source link

Continue Reading

International

कनाडा में इंदिरा गांधी की हत्‍या का मनाया गया जश्‍न, भारत पर उंगली उठाने वालीं पीएम ट्रूडो की एनएसए खामोश, उठे सवाल

Published

on

By


Canada India News: कनाडा की राष्‍ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) ने एक बड़ा ही अजीबो-गरीब बयान दिय। उन्‍होंने भारत पर तो आतंरिक मामलों में हस्‍तक्षेप का आरोप लगा दिया है मगर अपने देश के हालातों पर खामोश है। कनाडा में खालिस्‍तान समर्थकों ने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्‍या का जश्‍न मनाया है।

 



Source link

Continue Reading

International

उत्तर कोरिया के स्पाई सैटेलाइट से डरा अमेरिका, अब खुद का खुफिया उपग्रह करेगा लॉन्च, इन पर रहेगी नजर

Published

on

By


Image Source : FILE
उत्तर कोरिया के स्पाई सैटेलाइट से डरा अमेरिका, अब खुद का खुफिया उपग्रह करेगा लॉन्च, इन पर रहेगी नजर

North Korea-America: उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग लगातार बैलेस्टिक मिसाइलों के परीक्षण से जापान और दक्षिण कोरिया पर दहशत बनाए हुए है। उत्तर कोरिया ने जासूसी उपग्रह लॉन्च किया था, तो अमेरिका ने कड़ी आपत्ति जताई थी। उत्तर कोरिया के जासूसी उपग्रह से चिंतित अमेरिका अब अपना खुद का जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करेगा। इससे वह रूस और चीन की हरकतों पर नजर रख सकेगा। 

जानकारी के अनुसार अमेरिका ने रूस और चीन की अंतरिक्ष में बढ़ती ताकत को मात देने की योजना बना ली है। यही कारण है कि अमेरिकी स्पेस फोर्स अगले कुछ महीनों में जासूसी सैटेलाइट्स को लॉन्च करेगी। उत्तरी कोरिया के सैटेलाइट लॉन्च के समय अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एडम हॉग ने कहा था कि वॉशिंगटन उत्तर कोरिया की ओर से जासूसी उपग्रह प्रक्षेपण की कड़ी निंदा करता है, क्योंकि उसने प्रतिबंधित बैलिस्टिक मिसाइल तकनीक का प्रयोग किया, तनाव बढ़ाया। 

हालांकि, उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन की बहन ने अमेरिका की इस टिप्पणी पर पलटवार किया था और उस पर ‘गैंगस्टर जैसा’ पाखंड करने का आरोप लगाया था। वहीं, कुछ दिन पहले ही ऐसी रिपोर्ट आई थी कि चीन की एक सैटेलाइट ने अंतरिक्ष के अंदर अमेरिकी सैटेलाइट की जासूसी की थी। इससे अमेरिकी रक्षा विभाग में हड़कंप मच गया था।

सैटेलाइट्स में होंगी ये खूबियां

साइलेंट बार्कर नाम से बुलाया जाने वाला सैटेलाइट्स का यह नेटवर्क जमीन आधारित सेंसर्स और पृथ्वी की निचली कक्षा में स्थापित उपग्रहों की क्षमता बढ़ाने में अपनी तरह का पहला तंत्र होगा। इन सैटेलाइट्स को पृथ्वी से लगभग 35,400 किमी ऊपर रखा जाएगा और यह उसी गति से घूमता है, जिसे जियोसिंक्रोनस ऑर्बिट के रूप में जाना जाता है। एनआरओ ने जानकारी देते हुए बताया कि साइलेंट बार्कर नाम से बुलाए जाने वाले सैटेलाइट्स को जुलाई के बाद लॉन्च किया जा सकता है। इसके लॉन्च करने की तारीख एक महीने पहले बताई जाएगी।

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। US News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन





Source link

Continue Reading