Atiq Ahmad News: माफिया अतीक अहमद ने अपना साम्राज्य बद्दुआएं बटोरकर खड़ा किया था। लग्जरी गाड़ियों के उसके काफिले, आलीशान मकान, दफ्तर और शाही लाइफ स्टाइल के पीछे जानें कितने कमजोरों की सिसकियां थीं। ताकत के दम पर गरीबों को सताकर उनकी जमीनें कब्जा ली थीं। दलितों की जमीन हड़पने के लिए दलित कार्ड भी खेला था। गरीब किसानों को घर पर बुलाकर उन्हें डराया-धमकाया और करोड़ों की जमीन मामूली रकम देकर हड़प ली थी।
धमकी दी थी कि विरोध करने पर हत्या करा देगा। किसानों ने अपनी जमीन दे दी और विरोध करने की हिम्मत तक नहीं जुटा सके। अतीक के जाने के बाद इन अत्याचारों की कहानी परत दर परत खुल रही है। ऐसी ही दहशत में जान गंवाने वाले एक किसान के बेटे और अन्य ने शपथ पत्र देखकर यह खुलासा किया है।
पुलिस ने माफिया अतीक अहमद की कई बेनामी संपत्तियों का पता लगाया है। लालापुर के हुबलाल के नाम से अतीक ने लगभग पांच हेक्टेयर जमीन खरीदी थी। हुबलाल के नाम से कटुहला के 14 किसानों की जमीन हड़पकर रजिस्ट्री कराई गई थी।
हुबलाल के नाम जमीन बेचने वाले किसानों ने अब अतीक के उत्पीड़न को बयां किया है। पीड़ित श्याम बाबू और महादेव के बेटे जितेंद्र ने शपथ पत्र देखकर बड़ा खुलासा किया है। पुलिस को श्याम बाबू ने बताया कि अतीक ने वर्षों पहले उसे घर पर बुलाया था। उसके साथ अन्य किसान भी पहुंच गए थे।
महज चार लाख रुपये कैश देकर उनकी जमीन की रजिस्ट्री करा ली। दलितों की जमीन हड़पने के लिए उसने दलित हुबलाल का इस्तेमाल किया। दलितों की जमीन दलित के नाम से ही रजिस्ट्री कराई, ताकि कोई विवाद सामने न आए। पीड़ित जितेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसके पिता महादेव के नाम से जमीन थी। वह अब इस दुनिया में नहीं हैं।
जमीन बेचने के लिए धमकी दी गई थी। केवल दो लाख देकर उसकी जमीन हड़प ली। अतीक के खौफ में किसी ने विरोध नहीं किया। उसके जैसे 14 किसानों की जमीन अतीक ने हड़पी थी। इसके अलावा भी कई अन्य किसानों की जमीनें हड़पी गई हैं।
असद कालिया और उसके मामा राशिद का खेल
पुलिस की जांच में पता चला कि अतीक अहमद के गुर्गे असद कालिया और उसके मामा राशिद ने किसानों को डरा धमका कर जमीनें हड़पी थीं। अतीक अहमद के जेल जाने के बाद असद कालिया ही अतीक के लिए जमीन का धंधा और वसूली का काम करता था। वह अतीक के बेटे अली के साथ रंगदारी के केस में नामजद रहा। वर्तमान में वह नैनी जेल में बंद है।
पुलिस को किसानों ने बताया कि असद और उसके मामा राशिद ने किसानों को डराया था। अब पुलिस इस प्रकरण में भी तफ्तीश कर रही है। इनके खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है। गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए अवैध संपत्तियों का पता लगा रही है।
पीड़ित 14 किसान
1-ज्ञानेद्र कुमार, अहमदपुर पावन
2- रमेश कुमार, कटहुला गौसपुर
3- शिवबाबू, कटहुला गौसपुर
4- रामबाबू, कटहुला गौसपुर
5- श्यामबाबू, कटहुला गौसपुर
6- दिलीप कुमार, कटहुला गौसपुर
7- महेश कुमार, कटहुला गौसपुर
8- राहुल कुमार, कटहुला गौसपुर
9- दुबासा पत्नी श्रीलाल, कटहुला गौसपुर
10- मुंशीलाल, कटहुला गौसपुर
11- महादेव, कटुलहा गौसपुर
12- प्रेमचन्द्र कटहुला गौसपुर
13- राजेश, कटहुला गौसपुर
14- संवरिया पत्नी रशिक लाल कटहुला