Congress President Election: कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव जल्द होने वाला है। ये चुनाव दिन-ब-दिन रोचक बनता जा रहा है। इस चुनाव के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन है। इसलिए आज का दिन बेहद अहम के तौर पर देखा जा रहा है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और केरल से सांसद शशि थरूर आज अपना नामांकन पत्र जमा करने जा रहे हैं। इनके अलावा इस चुनाव के लिए मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे और कुमारी शैलजा भी नामांकन भर सकती हैं। नाम वापसी की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर है। इस बीच G-23 ग्रुप के अलग से और प्रत्याशी उतरने की अटकलें भी लगनी शुरू हो गई हैं। वहीं, गुरुवार की रात आनंद शर्मा के घर पर कांग्रेस के जी-23 नेताओं ने अहम बैठक की। जानकारी के मुताबिक, इसमें अध्यक्ष चुनाव को लेकर चर्चा हुई।
अशोक गहलोत नहीं लड़ेगे चुनाव
राजस्थान में सियासी खींचतान के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अध्यक्ष पद की दौड़ से खुद को बाहर कर लिया है। गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद चुनाव लड़ने से साफ इनकार कर दिया है। गहलोत के सीएम पद पर बने रहने को लेकर भी संशय बन गया है। पार्टी की तरफ से जानकारी दी गई है कि एक या दो दिन में इस पर फैसला हो जाएगा।
सियासी सरगर्मियों के बीच सोनिया से मिले पायलट
राजस्थान में जारी सियासी सरगर्मियों के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। सोनिया गांधी और सचिन पायलट के बीच यह मुलाकत करीब एक घंटे तक चली। मुलाकात के बाद सचिन पायलट ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी भावना के बारे में बता दिया है और जयपुर में जो कुछ भी हुआ उस पर अपनी प्रतिक्रिया दे दी है। कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद पायलट ने कहा, ‘मैं आज कांग्रेस अध्यक्ष से मिला। उसने शांतिपूर्वक तरीके से मेरी बात सुनी। राजस्थान में जो भी घटनाक्रम हुआ, उस पर हमने विस्तार से चर्चा की। मैं मानता हूं कि जो हमारी भावनाएं थी, फीडबैक था, वो मैंने सोनिया गांधी जी को बताया है। हम सभी यही चाहते हैं कि मेहनत करके 2023 का विधानसभा चुनाव जीतें। इसके लिए हमें मिलकर काम करना होगा। मुझे पूरा यकीन है कि हम पूरी मेहनत करके राजस्थान में दोबारा सरकार बनाएंगे। राजस्थान में पांच साल कांग्रेस होती है और पांच साल भाजपा होती है। इस बार इस परिपाटी को तोड़ना है। राजस्थान के संदर्भ में जो भी सकारात्मक निर्णय है, वो सोनिया गांधी लेंगी।’
खड़गे आज सोनिया गांधी से करेंगे मुलाकात
गहलोत के चुनाव लड़ने से इनकार करने के बाद दिग्विजय इस दौड़ में शामिल हो गए हैं। उन्होंने साफ किया है कि वे आज यानी शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। हालांकि, ये साफ नहीं हो सका कि दिग्विजय को पार्टी आलाकमान का समर्थन है या नहीं। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि उन्होंने स्वयं चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाइकमान दलित उम्मीदवार के नाम पर विचार कर रहा है, जिसमें मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सबसे आगे है। इसके अलावा, मीरा कुमार, मुकुल वासनिक और कुमारी शैलजा के नाम पर भी विचार किए जा सकते हैं। खड़गे आज सुबह सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। सभी की निगाहें इस मुलाकात पर टिकी हैं।
शशि थरूर के अलावा G-23 से ये नाम भी!
देर रात G-23 के कुछ नेताओं ने आनंद शर्मा के घर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। खबरों के मुताबिक, इनमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, पृथ्वीराज चव्हाण शामिल रहे। इस बैठक के बाद इसके बाद आनंद शर्मा अशोक गहलोत से मिलने दिल्ली के जोधपुर हाउस पहुंचे। माना जा रहा है कि शशि थरूर (G-23) से इतर इन नेताओं में से भी कोई उम्मीदवार बन सकता है। इन G-23 के नेताओं के बीच अभी वेट एंड वॉच की स्थिति बनी हुई है।
शशि थरूर-दिग्विजय कर सकते हैं नामांकन!
इधर, शशि थरूर (G-23) शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र जमा करेंगे। उन्होंने गुरुवार को दिग्विजय सिंह के साथ बैठक की और दोनों नेताओं ने कहा कि उनका मुकाबला प्रतिद्वंद्वियों का नहीं, बल्कि दोस्तों के बीच होगा और अंत में कांग्रेस की जीत होगी। गुरुवार को ही दिग्विजय सिंह ने नामांकन पत्र के कुल 10 सेट लिए है। उन्होंने कहा कि वे आज यानी शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। झारखंड में पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने भी पार्टी के शीर्ष पद के लिए नामांकन पत्र का एक सेट लिया है। बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को रिजल्ट घोषित होगा।
दिल्ली पुलिस उस समय सकते में आ गई जब पीसीआर में आई एक कॉल पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जान से मारने की धमकी दी गई। तुरंत हरकत में आई पुलिस आरोपी तक पहुंच गई।
IND vs NZ: भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का तीसरा और निर्णायक मुकाबला बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा। इस मैच में दोनों टीमों के लिए करो या मरो कि स्थिति है। सीरीज में 1-1 की बराबरी पर चल रही दोनों टीमों के बीच अहमदाबाद में कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। इस मैच को जीतने वाली टीम सीरीज अपने नाम कर लेगी। ऐसे में भारत के कप्तान इस मैच को किसी भी हाल में जीतना चाहेंगे। हार्दिक की कप्तानी में भारत ने एक भी टी20 सीरीज नहीं गवाई है। हार्दिक इस मैच में टीम इंडिया में कुछ बदलाव कर सकते हैं। ऐसे में तीसरे टी20 मैच में बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है। आइए इस मैच से पहले एक नजर भारत की संभावित प्लेइंग 11 पर डाले।
टॉप ऑर्डर में बदलाव
न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए पहले दो टी20 मुकाबले में फेल साबित हुई भारत की टॉप ऑर्डर में हार्दिक कुछ बदलाव कर सकते हैं। वनडे मैचों में अपना लोहा मनवा चुके शुभमन गिल को तीसरे टी20 मुकाबले में टीम से ड्रॉप किया जा सकता है। उनकी जगह बेंच पर बैठे पृथवी शॉ को मौका दिया जा सकता है। हार्दिक को टॉप ऑर्डर को मजबूत करने के लिए यह फैसला लेना ही होगा। वहीं पृथवी के साथ ईशान किशन ओपन करते नजर आएंगे। तीसरे नंबर पर राहुल त्रिपाठी को ही मौका दिया जाएगा। राहुल ने पिछले कुछ मैचों से कुछ खास नहीं किया है, लेकिन कप्तान हार्दिक उन्हें मौका देना चाहेंगे।
ये संभालेंगे मिडिल ऑर्डर
मिडिल ऑर्डर को इस मैच में भी सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या ही संभालेंगे। हार्दिक बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी टीम के लिए कमाल कर सकते हैं। इनके अलावा दीपक हुड्डा और वॉशिंगटन सुंदर पांचवें और छठे नंबर पर नजर आएंगे। ये दोनों खिलाड़ी नरेंद्र मोदी स्टेडियम के स्पिन ट्रेक्स पर अपना कमाल दिखा सकते हैं। हालांकि रांची और लखनऊ के पिचों की स्थिति को देखते हुए अहमदाबाद में पिच को थोड़ा कम स्पिन फ्रैंडली बनाया जा सकता है। दीपक हुड्डा को इस मैच में बल्ले से कमाल करने की जरूरत है। उनके फ्लॉप होने के कारण टीम की बल्लेबाजी में गहराई नजर नहीं आ रही है। वॉशिंगटन सुंदर की बात करे तो वह बल्ले और गेंद दोनों से शानदार फॉर्म में हैं।
इनके हाथों में होगी गेंदबाजी की कमान
गेंदबाजों की बात करे तो इस मैच में हार्दिक वहीं गेंदबाजी यूनिट के साथ जाना चाहेंगे जिन गेंदबाजों को उन्होंने पहले दोनों टी20 मैचों में खिलाया था। ऐसे में एक बार फिर से स्पिन यूनिट को कुलचा यानी युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव संभालेंगे। वहीं तेज गेंदबाजों के रूप में शिवम मावी और अर्शदीप सिंह एक बार फिर से एक्शन में नजर आ सकते हैं।
कल यानी एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भारत सरकार का अगला आम बजट पेश करेंगी। बजट में होने वाले ऐलान को लेकर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। बजट और इकोनॉमिक सर्वे से पहले आईएमएफ ने झटका दिया है। आईएमएफ (IMF) की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर गीता गोपीनाथ ने रिपोर्ट को ट्वीट करते हुए बताया है कि ग्लोबल इकोनॉमी में इस साल पिछले वर्ष की तुलना में गिरावट देखने को मिल सकती है। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि मौजूदा साल में देश की ग्रोथ रेट चीन और अमेरिका से अधिक रहने की उम्मीद है। हालांकि, पिछले साल के मुकाबले ग्रोथ रेट में गिरावट देखने को मिल सकती है।
आईएमएफ ने अपने अनुमान में जताया है, “भारत की ग्रोथ रेट 2022 के 6.8 प्रतिशत से घटकर 6.1 प्रतिशत 2023 में रह सकती है। हालांकि, यह एक बार फिर इसे 2024 में 6.8 प्रतिशत तक जाने की संभावना जताई जा रही है।” वहीं, आईएमएफ के चीफ इकोनॉमिस्ट और रिसर्च डायरेक्टर ने कहा, “चालू वित्त वर्ष के लिए हमने अक्टूबर के अनुमान को बरकरार रखा है। लेकिन मार्च के बाद ग्रोथ रेट में गिरावट देखने को मिल सकती है। वित्त वर्ष 2023 भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार 6.1 प्रतिशत रह सकती है। ग्रोथ रेट में गिरावट की वजह वैश्विक अस्थिरता है।”
आईएमएफ ने अपने प्रोजेक्शन में कहा है कि साल 2023 के अमेरिकी अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 1.4 प्रतिशत, चीन की 5.2 प्रतिशत रह सकती है। जोकि भारत की तुलना में कम है। बता दें, चीन के लिए पिछला साल काफी चुनौती पूर्ण रहा है। जीरो कोविड पॉलिसी ने चीनी अर्थव्यस्था के लिए बुरा साल साबित हुआ था। लेकिन नया वर्ष भारत के पड़ोसी के लिए राहत भरा हो सकता है।
भारत की सबसे तेज रहेगी ग्रोथ रेट
जहां चीन कोविड की मार झेल रहा है। तो वहीं, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध ने अमेरिका और यूरोपिय देशों पर बुरा असर डाला है। संकट के दौर में भी भारत सबसे तेज ग्रोथ रेट दर्ज करेगा। 2023 ही नहीं 2024 में भी भारत की इकोनॉमी चीन,अमेरिका जैसे देशों की तुलना में अधिक तेजी के साथ बढ़ेगी।